सोशल प्रिंट मीडिया अखबार( न्यूज पॉर्टल) एक खबर का सर्वेसर्वा अधिकार विनोद meghwani का है एक खबर के मुख्य संपादक विनोद meghwani है एक खबर ब्लॉग पर देश विदेश के न्यूज चैनल का युटुयब के वीडियो ओर राज्य ,छत्तीसगढ़ ,बॉलीवुड , हॉलीवुड, व्यंग ,हास्य अन्य लेख हिंदी, सिन्धी, उर्दू, अंग्रेजी अन्य विश्व की भाषाओ में ( सूचना आम जनता के लिये एक खबर में छपे लेख पे किसी प्रकार की आपत्ति या वाद विवाद का निपटारा दुर्ग न्यायालय के अंतर्गत होगा संपादक ,,,विनोद मेघवानी ,,
रविवार, 17 दिसंबर 2023
गुरुवार, 14 दिसंबर 2023
तीन राज्यों मे जीत से बीजेपी मे असंतोष ओर बगावत की चिंगारी भड़की क्या ???? -विनोद मेघवानी
Vinod meghwaniबीजेपी की 3 राज्यों मे जीत के बाद क्या पार्टी मे असंतोष बढ़ेगा क्या पार्टी मे भविष्य मे बगावत होगी - विनोद मेघवानी
,,,,एक खबर विशेष रिपोर्ट मोदी जी अपने आप मे एक किताब है जिसके पन्ने पलटते जाओ ओर नए किस्से पड़ते जाओ आप मोदी जी के अतीत मे झाँकेंगे तो आपको पचीस तीस साल का अतीत स्पष्ट दिखेगा की मोदी जी दस साल से प्रधानमंत्री हे ओर उससे पहले पंद्रह साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे । ओर उससे पहले मोदी जी के अतीत मे झंकाने पर गहन अंधकार मिलेगा या उजाला ये हमारा विषय नही हे हम वर्तमान मे चले रहे परिदुष्य पर चर्चा करते हे की तीन राज्यों मे बीजेपी को जीत मिली उसके भविष्य कैसे परिणाम आएंगे । मोदी जी 24 अपनी ताजपोशी को लेकर शतरंज की बिसात पर चाल चल रहे हे। तीन राज्यों मे मुख्यमंत्रियों के चेहरों के बजाय ,,मोदी की गारंटी पर चुनाव लड़ा ओर उसमे विजय रहे। इसलिए अब उन राज्यों मे। नये चेहरों को मुख्यमंत्री ओर मंत्री मंडल मे शामिल कर रहे हे । तीन राज्यों सरकारे विलंब से बनने का एक ही कारण था । पार्टी मे असंतोष ओर बगावत को रोकना क्योकि ये बहुत हि बड़ा निर्णय था की पुराने नेताओं को दरकिनार करके नये चेहरों को शपथ दिलाना ।मोदी हे तो मुमकिन हे ये जुमला कहकर मोदी जी ने ये कर लिया ओर अपनी पीठ भी थपथाप ली पर हम मोदी जी के इस निर्णय से उठती बगावत की चिंगारी को देख रहे हे की तीनो राज्यों मे पुराने नेताओं का संयम टूटेगा आज नही तो कल उनको उनका जमीर झंकझोरे गा की तुम तो पंद्रह साल तक राजा रहे ओर आज संतरी हो गये ओर इसका फायदा विपक्ष ओर अन्य दलों को । अब मोदी जी की क्या रणनीति हे ये मोदी जी जाने अब की बार 400 के पार का नारा लाये हे । हो सकता हे ये मोदी हे तो मुमकिन है के जमुले पर खरा न उतरे क्योकि अब की बार एक वर्ग केंद्र सत्ता से नाराज हे ओर वो हे ,,मध्यमवर्ग ,,, क्योंकि कोई भी चुनाव होता हे उसमे सिर्फ गरीबों ओर किसानों के कर्ज माफ होते हे ओर उनके लिए सरकारी योजनोओ का पिटारा खोल दिया जाता । गरीब कब अमीर बन गय हे सरकार को मालूम ही नही ओर मध्यम वर्ग पिस्ता ही जा राहा हे । अगर मोदी जी को 24 का चुनाव जितना हे तो मध्यम वर्ग के लिए योजनाओं की बरसात करनी होगी । जय भारत मोदी हे तो मुमकिन हे
मंगलवार, 12 दिसंबर 2023
शुक्रवार, 8 दिसंबर 2023
2000 करोड़ केश बरामद धीरज साहू के यांहा - Vinod meghwani
Vinod meghwani एक खबर सूत्रों से मिली खबर अनुसार
राज्यसभा के सदस्य धीरज साहू के परिवार और करीबियों से जुड़े 10 ठिकानों पर आयकर विभाग ने एक दबिश साथ दी । गुरुवार देर धीरज साहू शाम तक की कार्रवाई में 200 करोड़ रु . कैश बरामद कर लिया गया था । गिनती अभी जारी है । धीरज साहू के परिवार के सदस्य शराब बनाने वाली कंपनी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े हैं । यह ग्रुप पश्चिमी ओडिशा में सबसे बड़े देसी शराब निर्माता - विक्रेता में से एक है । आयकर टीम को कंपनी के ऑफिस में 9 अलमारियों में नोट भरे मिले । झारखंड - ओडिशा - बंगाल में यह अब तक की सबसे बड़ी छापेमारी बताई जा रही है । यह कंपनी बौध डिस्टलरी की साझेदार है । तीन राज्यों में इसका कारोबार फैला है साहू के रिश्तेदारों के नाम पर ओडिशा में शराब का बड़ा काराबार है । बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज मूल रूप से लोहरदगा की है । इस कंपनी ने 40 साल पहले ओडिशा में देसी शराब बनानी शुरू की थी
। कंपनी की बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से साझेदारी है । इसी कंपनी की बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड ( फ्लाई ऐश ब्रिक्स ) , क्वालिटी बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड और किशोर प्रसाद विजय प्रसाद बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड ( आईएमएफएल ब्रांड की बिक्री और मार्केटिंग ) भी है ।
साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज में साध तार पर राज्यसभा सदस्य धीरज साहू के अलावा उनके परिवार के राजकिशोर साहू , स्वराज साहू और अन्य सदस्य शामिल हैं । ओडिशा का कारोबार दीपक साहू और संजय साहू संभालते हैं । रांची और लोहरदगा आवास पर छापे के दौरान सभी गायब मिले ।
धीरज साहू के ठिकानों से 200 करोड़ से अधिक कैश बरामद, भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना ।
रांची कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों से इनकम टैक्स की छापेमारी में भारी मात्रा में कैश बरामद किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अनुमानित करीब 200 करोड़ से अधिक की नकदी जब्त होने की सूचना मिली है. इतने अधिक मात्रा में नकद राशि जब्त होने पर झारखंड की मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को भ्रष्टाचार का पर्याय बताते हुए हमला बोला है.
झारखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कांग्रेस को भ्रष्टाचार का पोषक बताते हुए कहा कि कांग्रेस नेता के घर पर नोटों से भरी एक अलमारी को देखकर ऐसा लग रहा है कि यह किसी बैंक की तिजोरी है. इस स्थिति से यह आसानी से अनुमान लगाया जा सकता है कि कांग्रेस केवल लूट और भ्रष्टाचार की गारंटी दे सकती है.
कुणाल ने कहा कि कांग्रेस और भ्रष्टाचार एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. भ्रष्टाचार कांग्रेस के डीएनए में हैं जहाँ कांग्रेस सरकारों ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान को भ्रष्टाचार का एटीएम बनाया अब झारखंड राज्य भी कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं के लिए एटीएम मशीन बन गयी है.
उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक और दुःखद है कि जनता के मुद्दों पर मौन धारण कर कांग्रेसी नेतागण जनता की गाढ़ी कमाई को लूटकर अपनी तिजोरी भरने में लगे हुए है.
प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने झारखंड सहित पड़ोसी राज्यों में पिछले चार वर्षों में गरीब जनता का जमकर आर्थिक शोषण किया है. इनकम टैक्स की छापेमारी में कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया
कुणाल षाड़ंगी ने सवाल उठाते हुए कहा कि इतने अधिक मात्रा में जब्त किए गए नकद राशि कहाँ से आया इसका जवाब कांग्रेस पार्टी को देना होगा. क्या ये पैसे चुनावों में उपयोग करने के लिए रखे गए थे? कांग्रेस ने हाल के चुनावों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और इनकम टैक्स की कार्रवाई का राजनीतिकरण करने की कोशिश की, उनके नेताओं ने चुनावी मंचों पर बड़े आत्मविश्वास के साथ जनता को दिगभ्रमित करने का हरसंभव प्रयास किया परंतु प्रबुद्ध जनता ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया.
कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि झारखंड में भी भ्रष्टाचार के तमाम रिकॉर्ड टूट गए हैं, आने वाले दिनों में झारखंड में भी कांग्रेस व इनके सहयोगी दलों को जनता माकूल जवाब देगी.
कहा कि इतने बडे पैमाने पर अवैध अकूत धन जमा करने की जाँच कर सांसद की गिरफ्तारी होनी चाहिए. उन्होंने ईडी से जाँच का जिम्मा लेने का आग्रह किया.
कहा कि जिस प्रकार कांग्रेस और उसके द्वारा समर्थित राज्य सरकारों ने जनता की गाढ़ी कमाई एवम खनिज संपदा को लूटा है,ट्रांसफर पोस्टिंग उद्योग लगाए है स्पष्ट है कि ये काला धन भी अवैध खनन, शराब, जमीन घोटाले से जुडा होगा.
रविवार, 3 दिसंबर 2023
रमन मुख्यमंत्री ओर ओ पी चौधरी छतीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री बन सकते हे ??
Vinod meghwaniएक खबर( विनोद मेघवानी )
विधान सभा चुनाव के अप्रत्याशित परिणामों ने पूरे देश की जनता को,,,,,, आश्चर्यचिकित कर दिया हे ।विपक्ष ,,आवक,,हो गया हे सन्नटा छा गया हे हर कोई कह राहा की ऐसे परिणामों की आशा नही थी पर ये सब ,,मोदी,,जी का करिश्मा हे
,,मोदी हे तो मुमकिन हे । ओर मोदी जी कहते हे ,,हम सपने नही हकीकत बुनते हे इसलिए तो ,,जनता बीजेपी को चुनती हे । इस चुनाव से स्पष्ट हो गया की 2024 के लोकसभा चुनाव बीजेपी जीतेगी ओर मोदी जी फिर से 2024 ,,प्रधानमंत्री बननेंगे । अब सवाल ये की तीन राज्यों मे मुख्यमंत्री कोन बनेगा तो एक खबर का आँकालन हे की छतीसगढ़ मे रमन सिंह फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हे ओर ओ पी चौधरी जी उपमुख्यमंत्री या गृहमंत्री बन सकते हे ।मध्य प्रदेश मे शिवराज मामा जी फिर मुख्यमंत्री बननेंगे ओर राजस्थान मे ,,,वसुंधरा जी मुख्यमंत्री बन सकती हे
गुरुवार, 23 नवंबर 2023
बुधवार, 22 नवंबर 2023
दिमाग का उपयोग करो समय का नही
दिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नहीदिमाग़ का उपयोग करो समय का नही
रविवार, 15 अक्टूबर 2023
आत्महत्या के लिये , प्रेरित , करने के लिए 5 व्यापारियों को 10,10 साल की सजा
Vinod meghwaniएक खबर
5 व्यापारियों को जो रायपुर पंडरी मार्केट के है उन्हे 10-10 साल की सजा, हुई है ।बेमेतरा न्यायालय के जज ने फैसला सुनाते हुए काहा ,,आत्महत्या,,के लिए उकसाने के केस में कोर्ट ने सुनाया फैसला
बेमेतरा। बेमेतरा जिला अतिरिक्त सत्र न्यायालय के न्यायाधीश पंकज कुमार सिन्हा ने आज एक बड़ा फैसला सुनाते हुए आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में रायपुर के पांच व्यापारियों को 10-10 साल की सजा सुनाई है साथ ही सभी व्यापारियों को एक-एक हजार के अर्थदंड से दंडित किया है। पूरा मामला 27 सितंबर 2021 क़ा है बेमेतरा शहर के युवा व्यापारी कीर्ति किशोर वर्मा शिवनाथ नदी किनारे बेहोशी के हालात में मिला था परिजनों को जब सूचना मिली तो मौके पर पहुंचे तो जहर सेवन की जानकारी हुई तत्काल जिला अस्पताल भेजा गया जहां इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस ने मामले में छानबीन की तो मामला लेनदेन क़ा निकला दरअसल रायपुर पंडरी कपड़ा बाजार के पांच बड़े व्यापारियों के साथ उसका लेनदेन था। युवक के द्वारा लगातार पैसे भी दिए जा रहे थे मगर आरोपियों के द्वारा कच्चे कागज पर लिखकर राशि जमा होने की जानकारी दे देते थे। वहीं लंबे समय तक राशि जमा करने के बाद भी युवक की राशि कंप्लीट नहीं होने की जानकारी देकर उन्हें और पैसे देने के लिए दबाव बनाया गया। जिसके बाद लगातार पैसे देने के प्रताड़ना से युवक ने परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या करली था।
न्यायालय ने आज सभी व्यापारियों को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में धारा 306 के तहत दोषी पाया है और सभी को 10-10 साल की सजा के साथ एक-एक हजार रुपये का अर्थ दंड से भी दंडित किया गया है। सजा पाने वाले पांच आरोपी विशाल मोटवानी , सुरेश मोटवानी , दिनेश मुलानी , श्रेयांस नाहटा और विक्की गेडवानी सभी व्यापारी रायपुर के पंडरी स्थित बड़े कपड़े के व्यापारी हैं जो कि प्रकाश होजयरी ,दिनेश कलेक्शन , पुष्पा कलेक्शन , सुरभि कलेक्शन आर एस शर्ट जोन के प्रोपराइटर हैं
शनिवार, 26 अगस्त 2023
अंतरिक्ष का मज़ा ले ओर रोचक जानकारी पाएं
Vinod meghwaniएक खबर Vinod meghwani आइए आपको अंतरिक्ष की सैर करते है ।ओर कुछ रोचक जानकारी देते है
मंगलवार, 15 अगस्त 2023
स्व: मोती लाल वोरा जी ,,अमर,,, हो गए जब तक दुर्ग शहर रहेगा उनको याद किया जाएगा __ विनोद meghwani
Vinod meghwaniएक खबर ( vinod meghwani )
दुर्ग के लोकप्रिय नेता स्व: मोती लाल वोरा जी की प्रतिमा का राजेंद्र चौंक मे मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल ने अनावरण किया
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज के दिन को अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि वोरा जी ऐसे शख्स थे, जिनकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। वे अपने कर्त्तव्य के प्रति सदैव समर्पित और तत्पर रहते थे। वे आजीवन सक्रिय रहे। नगरीय निकाय की राजनीति से शुरुआत कर उन्होनें मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल पदों को सुशोभित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। वोरा जी के अनेक यादगार संस्मरण हैं। विभिन्न पदों को सुशोभित करने वाले उनके जैसे व्यक्ति बिरले ही होंगे। मुख्यमंत्री ने वोरा जी के व्यक्तित्व को विस्तार पूर्वक रेखांकित किया। वोरा जी के साथ हम सबके संस्मरण रहे है। वोरा जी की यादें बहुत है उन यादों को लेकर आगे बढ़े तो सफल रहेंगे। उन्होंने कहा कि वोरा जी के विचार को सार्वजनिक जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है।
स्व: मोती लाल बोरा जी अमर हो गए जब तक दुर्ग शहर रहेगा उनको याद किया जाएगा।
मोतीलाल वोरा का जन्म 20 दिसंबर 1928 को नागौर, जिला राजस्थान में हुआ था। उनके पिता का नाम मोहनलाल वोरा और मां का नाम अंबा बाई था। उनका विवाह शांति देवी वोरा से हुआ था। उनके चार बेटियां और दो बेटे हैं। उनके बेटे अरुण वोरा दुर्ग से विधायक हैं और वे तीन बार विधायक के रूप में चुनाव जीत चुके हैं,
शिक्षा
मोतीलाल वोरा ने अपनी शिक्षा रायपुर और कोलकाता से ग्रहण की थी।
करियर
मोतीलाल वोरा ने कई वर्षों तक पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करते हुए कई समाचार पत्रों का प्रतिनिधित्व किया। मोतीलाल वोरा 1968 में राजनीति के क्षेत्र में उभरकर सामने आए। इसके बाद उन्होंने 1970 में मध्यप्रदेश विधानसभा से चुनाव जीता और मध्य प्रदेश ‘राज्य सड़क परिवहन निगम’ के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए। वे 1977 और 1980 में दोबारा विधानसभा में चुने गए और उन्हे 1980 में अर्जुन सिंह मंत्रिमंडल में उन्हें उच्च शिक्षा विभाग का दायित्व सौंपा गया। मोतीलाल वोरा 1983 में कैबिनेट मंत्री बने। इसके बाद में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी नियुक्त हुए। 13 फरवरी 1985 में श्री मोतीलाल वोरा को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया और 13 फरवरी 1988 को उन्होंने मुख्यमंत्री के पद से त्यागपत्र देकर 14 फरवरी 1988 में केंद्र के स्वास्थ्य परिवार कल्याण और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाला। अप्रैल 1988 में मोतीलाल वोरा मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए और श्री मोतीलाल वोरा ने 26 मई 1993 से 3 मई 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के पद पर आसीन रहे।विनोद meghwani
AICC कोषाध्यक्ष के रूप में कार्य किया है
गुरुवार, 10 अगस्त 2023
स्वर्ग ओर नरक की जिंदगी यहीं है आप कैसी चाहते है _Vinod meghwani
Vinod meghwani,,,,
,,,एक खबर Vinod meghwani ) आप कैसी जिंदगी जीना चाहते है ,🖊️सादगी ओर सरलता की जिंदगी आपके जीवन को स्वर्ग बना देती है।ओर महत्वाकांक्षा की जिंदगी आप के जीवन को नरक बना देती आप लोभ ओर विलास्ता का जीवन जीते है तो आप , लोन लेकर ओर कर्ज लेकर जब जीते है तो ये आप के जीवन को नरक बना देता है। कोरोना के बाद मेरे एक पहचान वाले ( मित्र नहीं ) ने ये कहते हुए अचानक लग्जरी जिंदगी जीना शुरू कर दी कि ' जिंदगी की क्या गांरटी है । ' उनकी जीवनशैली एकदम बदल गई । किसी भी खरीदारी में चाहे टीवी , कार , स्मार्टफोन या होटल स्टे में भी वह शुरुआती स्तर की चीजों की बात नहीं करते थे । क्लोज सर्किल में हम जब ऐसे किसी की चर्चा करते जो कभी पैसों को लेकर सजग उपभोक्ता थे और अचानक लग्जरी चीजें पसंद करने लगे , तो उनका उदाहरण दिया जाने लगा । अचानक एक दिन वह परिदृश्य से गायब हो गए । उनके बारे में कहानियां चलने लगी कि लग्जरी लाइफ जीने के लिए उन्होंने ढेर सारे लोन लिए थे , अंततः उनकी और उनके परिवार की जिंदगी तहस - नहस हो गई । धीरे - धीरे वह भुला दिए गए । इस सोमवार को वह मुझे याद आ गए , जब पता चला कि कई सारी नामचीन कंपनियां , जो रईसों के लिए उत्पाद बनाती हैं , अब भारत से लगातार आती लग्जरी की मांग के बाद यहां भी आउटलेट खोल रही हैं । भारत में भी कार निर्माताओं ने अपने बेस मॉडल बनाना कम कर दिए हैं । जैसे दस लाख से कम की कार की 2019 में जहां 57 वैरायटी थीं , जो आज 27 हैं और दस लाख से ज्यादा वालों की दोगुनी हुई हैं । छोटी टीवी स्क्रीन शायद कार की सीट पर चली गई हैं । नहीं तो इसे कैसे बताएंगे कि जनवरी से अभी तक बाजार में पेश टीवी की 170 कैटेगरी में 100 प्रीमियम कैटेगरी की 50 इंच से ज्यादा वाली हैं । क्या हम घर के मुख्य हॉल में जा रहे हैं या सिनेमा हॉल में ? कार , टीवी , मोबाइल के साथ दूसरे उत्पादों में महंगी चीजें पसंद बन रही हैं , ऐसे में ताज्जुब नहीं कि उत्पादकों के अनुमान से इस साल ये बाजार 12 हजार करोड़ रु . पार कर जाएगा । इसमें 8 हजार करोड़ के तो सिर्फ शादियों के परिधान हैं । ढेर सारी वैश्विक कंपनियों द्वारा भारत में जारी लेटेस्ट लग्जरी उत्पादों को अगर संकेत मानें तो कोई भी आसानी से कह सकता है कि लग्जरी चीजों के उपभोग में आ रही इस तेजी के लिए भारत तैयार है । पर किस कीमत पर ? आपको लगता है सबके पास ऐसी लग्जीरियस चीजों के लिए पैसा है ? या फिर सालों पहले उद्योगपतियों को कर्ज देकर पछता रहे बैंक का ध्यान अब लग्जरी की चाह रखने वाले भारतीयों पर है ? दूसरा जवाब सही है । यही कारण है कि राजेश्वरी सेनगुप्ता , हर्ष वर्धन जैसे अर्थशास्त्रियों ने इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंटल रिसर्च के लिए तैयार अपने पेपर में बताया कि यह ' उधार का उपभोगीकरण ' है । नहीं तो इसे कैसे सही ठहराएंगे कि फुटकर कर्ज मार्च 2023 की स्थिति में 40.85 लाख करोड़ रु . था । भले ही इसमें गृह ऋण भी शामिल है , लेकिन इकोनॉमिस्ट का मानना है कि ये जीडीपी का 10 % है और उनके द्वारा अध्ययन कई देशों की तुलना में कम है । अब सवाल है क्या हमें ऊंची ब्याज दरों पर कर्ज लेकर अभी की जिंदगी का लुत्फ उठाने के लिए लग्जरी खरीदनी चाहिए या फिर इंतजार करना चाहिए कि उतनी जरूरत का पैसा जमा हो जाए , फिर जिंदगी का मजा लेने के लिए लग्जरी चीजें बाद में खरीदेंगे ? मेरे लिए ' लग्जरी और लोन ' वैसा ही है जैसे ' रम के साथ रसम ! ' कुछ लोगों को अभी भी ये बेमेल स्वाद पसंद आएगा , जिसका मतलब है । कि वे अभी भी कर्ज चुका सकते हैं और खुशहाल जिंदगी बिता सकते हैं , लेकिन ऊपर जिक्र किए मेरे परिचित जैसे लोगों के लिए थोड़े धैर्य की जरूरत है । फंडा यह है कि जब ईश्वर समय और दबाव का उपयोग करते हुए इल्ली को तितली बना सकता है , रेत को मोती में बदल सकता है , कोयले को हीरा बना सकता है , तो आपको नहीं लगता कि वह आप पर भी काम कर रहा है ? वह कर रहा है , पर आपसे भी धैर्य की उम्मीद है । एक खबर के इस लेख पर आप अपने विचार रखे
,,,एक खबर Vinod meghwani ) आप कैसी जिंदगी जीना चाहते है ,🖊️सादगी ओर सरलता की जिंदगी आपके जीवन को स्वर्ग बना देती है।ओर महत्वाकांक्षा की जिंदगी आप के जीवन को नरक बना देती आप लोभ ओर विलास्ता का जीवन जीते है तो आप , लोन लेकर ओर कर्ज लेकर जब जीते है तो ये आप के जीवन को नरक बना देता है। कोरोना के बाद मेरे एक पहचान वाले ( मित्र नहीं ) ने ये कहते हुए अचानक लग्जरी जिंदगी जीना शुरू कर दी कि ' जिंदगी की क्या गांरटी है । ' उनकी जीवनशैली एकदम बदल गई । किसी भी खरीदारी में चाहे टीवी , कार , स्मार्टफोन या होटल स्टे में भी वह शुरुआती स्तर की चीजों की बात नहीं करते थे । क्लोज सर्किल में हम जब ऐसे किसी की चर्चा करते जो कभी पैसों को लेकर सजग उपभोक्ता थे और अचानक लग्जरी चीजें पसंद करने लगे , तो उनका उदाहरण दिया जाने लगा । अचानक एक दिन वह परिदृश्य से गायब हो गए । उनके बारे में कहानियां चलने लगी कि लग्जरी लाइफ जीने के लिए उन्होंने ढेर सारे लोन लिए थे , अंततः उनकी और उनके परिवार की जिंदगी तहस - नहस हो गई । धीरे - धीरे वह भुला दिए गए । इस सोमवार को वह मुझे याद आ गए , जब पता चला कि कई सारी नामचीन कंपनियां , जो रईसों के लिए उत्पाद बनाती हैं , अब भारत से लगातार आती लग्जरी की मांग के बाद यहां भी आउटलेट खोल रही हैं । भारत में भी कार निर्माताओं ने अपने बेस मॉडल बनाना कम कर दिए हैं । जैसे दस लाख से कम की कार की 2019 में जहां 57 वैरायटी थीं , जो आज 27 हैं और दस लाख से ज्यादा वालों की दोगुनी हुई हैं । छोटी टीवी स्क्रीन शायद कार की सीट पर चली गई हैं । नहीं तो इसे कैसे बताएंगे कि जनवरी से अभी तक बाजार में पेश टीवी की 170 कैटेगरी में 100 प्रीमियम कैटेगरी की 50 इंच से ज्यादा वाली हैं । क्या हम घर के मुख्य हॉल में जा रहे हैं या सिनेमा हॉल में ? कार , टीवी , मोबाइल के साथ दूसरे उत्पादों में महंगी चीजें पसंद बन रही हैं , ऐसे में ताज्जुब नहीं कि उत्पादकों के अनुमान से इस साल ये बाजार 12 हजार करोड़ रु . पार कर जाएगा । इसमें 8 हजार करोड़ के तो सिर्फ शादियों के परिधान हैं । ढेर सारी वैश्विक कंपनियों द्वारा भारत में जारी लेटेस्ट लग्जरी उत्पादों को अगर संकेत मानें तो कोई भी आसानी से कह सकता है कि लग्जरी चीजों के उपभोग में आ रही इस तेजी के लिए भारत तैयार है । पर किस कीमत पर ? आपको लगता है सबके पास ऐसी लग्जीरियस चीजों के लिए पैसा है ? या फिर सालों पहले उद्योगपतियों को कर्ज देकर पछता रहे बैंक का ध्यान अब लग्जरी की चाह रखने वाले भारतीयों पर है ? दूसरा जवाब सही है । यही कारण है कि राजेश्वरी सेनगुप्ता , हर्ष वर्धन जैसे अर्थशास्त्रियों ने इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंटल रिसर्च के लिए तैयार अपने पेपर में बताया कि यह ' उधार का उपभोगीकरण ' है । नहीं तो इसे कैसे सही ठहराएंगे कि फुटकर कर्ज मार्च 2023 की स्थिति में 40.85 लाख करोड़ रु . था । भले ही इसमें गृह ऋण भी शामिल है , लेकिन इकोनॉमिस्ट का मानना है कि ये जीडीपी का 10 % है और उनके द्वारा अध्ययन कई देशों की तुलना में कम है । अब सवाल है क्या हमें ऊंची ब्याज दरों पर कर्ज लेकर अभी की जिंदगी का लुत्फ उठाने के लिए लग्जरी खरीदनी चाहिए या फिर इंतजार करना चाहिए कि उतनी जरूरत का पैसा जमा हो जाए , फिर जिंदगी का मजा लेने के लिए लग्जरी चीजें बाद में खरीदेंगे ? मेरे लिए ' लग्जरी और लोन ' वैसा ही है जैसे ' रम के साथ रसम ! ' कुछ लोगों को अभी भी ये बेमेल स्वाद पसंद आएगा , जिसका मतलब है । कि वे अभी भी कर्ज चुका सकते हैं और खुशहाल जिंदगी बिता सकते हैं , लेकिन ऊपर जिक्र किए मेरे परिचित जैसे लोगों के लिए थोड़े धैर्य की जरूरत है । फंडा यह है कि जब ईश्वर समय और दबाव का उपयोग करते हुए इल्ली को तितली बना सकता है , रेत को मोती में बदल सकता है , कोयले को हीरा बना सकता है , तो आपको नहीं लगता कि वह आप पर भी काम कर रहा है ? वह कर रहा है , पर आपसे भी धैर्य की उम्मीद है । एक खबर के इस लेख पर आप अपने विचार रखे
सोमवार, 31 जुलाई 2023
रद्राभिशेक हुआ सिंधुभवन मे सिंधी समाज के सानिध्य में
Vinod meghwaniजय झूलेलाल
,,,,आज सिंधु भवन दुर्ग मे सावन के महा मे,,,,रूद्राभिषेक का कार्यक्रम हुआ ,,,जो स्वागत योग्य है,,,सिंधी समाज के लिए,,,,दुर्ग के नए,,उभरते ,,,समाज सेवक ,,,मुकेश लालवानी ने ,,ने इस कार्यक्रम का,,आयोजन किया । ,,,ये कड़वा सत्य है ये,,,कार्यक्रम ,,नाम कमाने के उद्देश्य से किया गया पर ये ,,,तारीफ काबिल समाज सेवा है,,। एक ओर दुखद समाचार ये है क्योंकि हाल मे सट्टे के कारण एक युवा ने,,, छत्तीसगढ़ में आत्महत्या कर ली ,,ओर एक ये सुखद,,,समाचार ये युवा जो समाज सनातन धर्म की जय जय कार कर रहे,,,ये आयोजन पूरे,,,, छतीसगड के सिंधी समाज के युवाओं को करना चाहिए,,,क्योंकि भक्ति की राह मे ही,,, सर्वसुख है,,
vinod meghwani ,,, एक खबर,,,
बुधवार, 19 जुलाई 2023
अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्रीमें ,, मरने वाले मजदूरों को एक एक करोड़ ,,का मूवाजा दे --vinod meghwani
Vinod meghwani अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री में हादसा 3 मजदूरों की मौत 1 करोड़ का मुवाजा दे एक एक मजदूर को फैक्ट्री प्रबन्धन,,,,
मंगलवार, 18 जुलाई 2023
शनिवार, 15 जुलाई 2023
आडवाणी जी को ,,,भारत रत्न ,,से सम्मानित करे __विनोद मेघ वानी
Vinod meghwani,,*,, लाल कुष्न आडवाणी जी को ,,,भारत रत्न से सम्मानित करे भारत सरकार ---विनोद मेघ वानी,,,,*
पांच सौ साल से राम मंदिर अयोध्या मे बाबरी मस्जिद का अवैध कब्जा था उस ,,अवैध कब्जे को ,,ध्वस्त,, करने की पहल आडवाणी जी ने ,,रथ यात्रा,,से शुरू की, ओर सनातन धर्म की रक्षा के लिए जेल गए । बीजेपी को फर्श से अर्श पर स्व: अटल बाजपेई ओर आडवाणी जी थे ,,, स्व:अटल जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया अब आडवाणी जी को,,भारत रत्न से सम्मानित करे ।
✅अटल बिहारी वाजपेयी जी को भारत रत्न 27 मार्च 2015 को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के द्वारा उनके आवास पर दिया गया, यह पुरुस्कार उनको ऐसे समय दिया गया, जब वह किसी भी प्रकार के सम्मान को नहीं पहचान सकते थे, उस समय उनके कक्ष को किसी भी संभावित विषाणुओं से मुक्त रखने के लिए सख्त नियम लागू थे, उनके पास केवल नर्सिंग स्टाफ को जाने की अनुमति प्रदान की गयी थी |
✅उस समय उनका स्वास्थ्य बहुत ही ख़राब था, जिस कारण किसी भी वीवीआईपी तक को वहां आने की इजाजत नहीं दी गयी थी, जिस कारण उस समय उनके किसी भी फोटो को सार्वजनिक नहीं किया जा सका था |
✅अटल बिहारी वाजपेयी के मीडिया सलाहकार रहे वरिष्ठ पत्रकार अशोक टंडन के अनुसार वाजपेयी जी को प्रधान मंत्री पद पर रहते हुए भारत रत्न से सम्मानित करने को कहा गया, जिसे वाजपेयी जी ने मना कर दिया, उन्होंने कहा कि “यह उचित नहीं लगता कि अपनी सरकार में खुद को ही सम्मानित किया जाए” | इससे पहले जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी नें प्रधानमंत्री रहते हुए स्वयं को भारत रत्न दिलवाया था |
✅उनके वरिष्ठ मंत्रियों ने योजना बनाई कि जब अटल बिहारी वाजपेयी जी किसी विदेश यात्रा पर जाएं तब उनकी अनुपस्थिति में भारत सरकार उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा करे, परन्तु वाजपेयी जी को इसकी जानकारी हो गयी | उन्होंने इसके लिए सख्त निर्देश देकर इसे मना कर दिया |
शुक्रवार, 14 जुलाई 2023
दिल्ली की जनता ,,जल,, मे सेनापति केजरीवाल थल मे बादशाह ,,मोदी जी विदेश मे
Vinod meghwani,,,, दिल्ली की जनता जल ,,मे ,,,सेनापति,,,केजरीवाल थल मे ओर बादशाह ,,मोदी जी विदेश मे,,,,
सोमवार, 10 जुलाई 2023
आडवाणी भारत में सबसे विन्रम सरल सहज राजनीतक नेता है ,,,
Vinod meghwani,,,आडवाणी जी सभी को हाथ जोड़कर नमस्ते करते
आडवाणी जी को सभी राजनीतिक दल के लोग पसन्द करते है ।ओर देश के सभी राज्यों की जनता भी उन्हें पसंद करती क्योंकि वो एक सहज ओर सरल राजनीतक है । हर किसी पे भोरोसा करना उनकी खासियत है अपनी सरलता ओर सहजता के कारण ही वो बीजेपी को फर्श से अर्श तक ले आए । पर उनकी सरलता के कारण मोदी जी ने श्रीफल देकर ओर शाल का सम्मान देकर ,,, राजनीती ,,,,विदा कर दिया,,,,,इस पर भी ,,उन्होंने ,,उफ़ तक नहीं की ओर बड़ी ही सहजता से राजनीति,,,,को अलविदा कह दिया,,,,, पर उनकी इस सरलता के कारण ही सिंधी समाज,,,,के पांव तले ,राजनीति की जमीन खिसक गई । ओर सिंधी समाज राजनीति में एक सदी पीछे हो गया। सिंधी प्रदेश ,, बन्नाने के लिए न मोदी जी आगे आये न राहुल जी ,,,सिंधी समाज कांग्रेस ,,,से मांग करता की गांधी जी ने सिंध दिया पाकिस्तान को ,,,अब राहुल जी,,,सिंधी प्रदेश बनाने की पहल करे । ओर मोदी जी ,,को आडवाणी जी ने राजनीति में अवसर दिया इसलिए ओर देश का प्रधानमंत्री होने के कारण ,,सिंध प्रदेश बनाने की पहल करे।वो ,,,भूली दास्नता फिर याद आ गई । सिंध 1947 से पहले हिंदुस्तान का अभिन्न अंग था एक बेहद खुशहाल राज्य जंहा मेरे पुवर्जो मेघा मल ,भगवान दास , राजा मल ,सचुमल ,बसरू मल ,टोक्यो मल ,, एईस अनगिनत नाम,,,जो मालगुजार थे । सेठ थे किसी कस्बे के चोधरी थे किसी हवेली के मालिक थे,,,,100/200/300 एकड़ जमीन के मालिक थे । सिंध मे लाखों की संख्या मे सिंधी कोम थी । सिन्धी समुदाय कुछ नेताओं की ,,,आंखों की ,,किरकिरी,, बन चुके थे इसलिए उन नेताओ ने साजिश के तहत सिंध को पाकिस्तान बनाने की चाल चली । सिंध मे 1947 में 70से 80% जनसंख्या हिन्दू ओर सिखों की थी । हमारे बुजुर्गो से जमीन छीन ली गई उनके व्यापार छीन ली गई उनकी संपत्ति छीन ली गई सबसे दुखदाई ,,,बात तो ये ,,,लांखो की संख्या में सिंधी समुदाय के लोगों को ,, कत्ल ,, किया गया । उनके परिजनों के साथ कोई न्याय नहीं हुआ । हमारे कुछ सवाल है इन नेताओ से अगर इनके पास कोई जवाब हो तो दे।
1-- नेहरू ओर गांधी ने देश का बटवारा किसके कहने पर किया ।
2-- गांधी ने विभाजन के बाद 1947 मे170लाख रूपए अनशन करके पाकिस्तान को दिलाए ।तो फिर विभाजन के बाद,,, विस्ताथपित हुए सिंधी समुदाय के लिए ,,,प्रदेश,,क्यो नही बनाया । अन्य विस्थापित हुए समुदाय को ,,नया प्रदेश मिल गया । सिन्धी समुदाय को राजनीति से दूर रखने के लिए उनका राज्य नहीं बनाया गया । क्योंकि नेहरू ओर गांधी जानते थे कि सिंधी समुदाय को जन्मजात से वितिय अर्थ्यवस्थाओं को सभालाने मे सक्षम है। ओर सिंधी समुदाय अनुवाशिंक रूप से तेज बुद्धिमान होते है । इसलिए उनको राजनीति से दूर रखा गया ओर आज भी कोई भी पार्टी,,,, न ,,,सिंधी प्रदेश,,,बनाने के लिए आगे आती है ओर नहीं ही सिंधी समुदाय को राजनीति मे आगे बड़ने देती है
बुधवार, 5 जुलाई 2023
चुनाव के नजदीक आते ही राइस मिलो मे छापे पड़ना शुरू,,,,,
Vinod meghwani
,,,छतिस गड मे राइस मिलो मे छापे ,,,,लगना शुरू ,,,सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार,,,,सभी जिलों मे,,,रायपुर ,दुर्ग ,राज नंदगांव ,तिल्दा, मे राइस मिल ओर उनके घरों में ,,,छापे ,,,पड़ने की संभावना है,,, हिट लिस्ट बनाई गई है सूत्रों के अनुसार,,,,
,,,छतिस गड मे राइस मिलो मे छापे ,,,,लगना शुरू ,,,सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार,,,,सभी जिलों मे,,,रायपुर ,दुर्ग ,राज नंदगांव ,तिल्दा, मे राइस मिल ओर उनके घरों में ,,,छापे ,,,पड़ने की संभावना है,,, हिट लिस्ट बनाई गई है सूत्रों के अनुसार,,,,
चुनाव के नजदीक आते है व्यापारियों की नींद उड़ जाती है । क्योंकि हर राइस मिलर को चुनाव मे अघोषित चंदा देना ही पड़ता है सभी राष्टीय पार्टियों को।वैसे भी राइस मिलर ओर अधिकारियों की सांठ गांठ रहती । , 90लाख का धान जब्त मां राईस इण्डस्ट्रीज , मदनपुर में पहुंची खाद्य विभाग की • टीम , जांच में मिली गड़बड़ी जिले के राइस मिलर समय पर कस्टम मिलिंग का चावल जमा नहीं कर रहे है । ऐसे राइस मिल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है । इसी क्रम में खाद्य विभाग की टीम ने मॉ राईस इण्डस्ट्रीज , मदनपुर में छापामार कार्रवाई की । वहां के रिकार्ड में मिलान करने पर अनियमितता पाई गई । साथ ही मिल में 620 क्विंटल धान कम पाया गया । वहां रखा 90लाख रूपए कीमत का चौतीस सौ क्विंटल धान जब्त भी किया गया ।
कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में कस्टम मिलिंग चावल समयावधि में जमा नहीं किए जाने के कारण खांद्य निरीक्षक बिल्हा उत्तर द्वारा राइस मिलर्स पर कार्यवाही की गई खाद्य निरीक्षक द्वारा मां राइस इण्डस्ट्रीज मदनपुर विकासखण्ड बिल्हा की जांच की गई । जांच में मिलर द्वारा आवश्यक पंजियों का संधारण नहीं किया जाना पाया गया । राईस मिल के भौतिक सत्यापन में उसके द्वारा उठाव किए गए धान भारतीय खाद्य निगम एवं नागरिक आपूर्ति निगम में जमा किए गए चावल एवं राइस मिल में उपलब्ध धान का मिलान किए जाने पर राइस मिल में 620 क्विंटल धान कम पाया गया । उपरोक्त अनियमितता पाए जाने के कारण राइस मिल में प्राप्त 4400 क्विंटल धान , जिसका समर्थन मूल्य अनुसार कीमत 90 लाख रुपए है , जब्त किया गया । छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 के तहत प्रकरण निर्मित किया गया है । शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा में कस्टम मिलिंग का चावल जमा नहीं करने वाले राइस मिलरों पर उक्त कार्यवाही जारी रहेगी
रविवार, 2 जुलाई 2023
अगर U C C कानून देश में लागू हो गया गया तो ,, विपक्ष की भेस गई पानी में
Vinod meghwani एक खबर (Vinod meghwani )
आप समान नागरिक संहिता पर 22 वे विधि आयोग को इस पर सुझाव भेज सकते है,,,,,http://legalaffairs.gov.in/law_commission/ucc/22वें विधि आयोग ने समान नागरिक संहिता पर आम जनता और धार्मिक संगठनों से राय मांगी है. ऐसे में जानते हैं कि समान
नागरिक संहिता लागू करने में क्या-क्या चुनौतियां हो सकती है
नागरिक संहिता लागू करने में क्या-क्या चुनौतियां हो सकती है
समान नागरिक संहिता पर विधि आयोग ने सुझाव मांगे हैं. (समान नागरिक संहिता पर विधि आयोग ने सुझाव मांगे हैं.
अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है. कश्मीर से धारा 370 भी हट चुकी है. तो क्या अब बीजेपी समान नागरिक संहिता लागू करने का अपना तीसरा वादा पूरा करने की तैयारी में जुट गई है.
दरअसल, 22वें विधि आयोग ने समान नागरिक संहिता पर आम जनता से विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू कर दी है. आयोग ने जनता, सार्वजनिक संस्थान और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों से एक महीने में इस मुद्दे पर राय मांगी है.
इससे पहले मार्च 2018 में 21वें विधि आयोग ने विचार-विमर्श के बाद दी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि फिलहाल देश को समान नागरिक संहिता की जरूरत नहीं है. लेकिन पारिवारिक कानून यानी फैमिली लॉ में सुधार की सिफारिश जरूर की थी.
तलाक-ए-हसन की संवैधानिक वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है.
तलाक-ए-हसन सही या गलत? सुप्रीम कोर्ट करेगा सुनवाई... जानें तीन तलाक से कितना अलग है ये
मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2022 में फैसला सुरक्षित रख लिया था.।
चट मंगनी, पट ब्याह की तरह अब 'झट तलाक' भी मुमकिन, SC के फैसले के क्या मायने?
सरकारी सर्वे के मुताबिक, 10 फीसदी महिलाएं पति के साथ मारपीट कर चुकी हैं.
घरेलू हिंसा कानून में सिर्फ महिलाओं को प्रोटेक्शन... पुरुष कहां जाएं? जानें कानूनी उपाय
भारत में सहमति से सेक्स की उम्र 18 साल है.
18 या 16 साल... सहमति से सेक्स भी कब बन जाता है अपराध? उम्र घटाने पर क्यों है बहस
21वें विधि आयोग की रिपोर्ट के पांच साल बाद 22वें विधि आयोग ने विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू की है. आयोग ने नोटिफिकेशन जारी समान नागरिक संहिता पर बड़े पैमाने पर जनता और मान्यता प्राप्त धार्मिक संगठनों से राय मांगी है.
कैसे दे सकते हैं अपनी राय?
- विधि आयोग ने अपनी राय देने के लिए 30 दिन का समय दिया है. अपने सुझाव या राय देने की आखिरी तारीख 14 जुलाई है.
- अपनी राय तीन तरह से दे सकते हैं. पहला- विधि आयोग की वेबसाइट के जरिए. दूसरा- ईमेल के जरिए. और तीसरा- पोस्ट के जरिए.
- ऑनलाइन सुझाव legalaffairs.gov.in/law_commission/ucc/ पर जाकर दे सकते हैं. यहां एक पेज खुलेगा. इसमें अपनी सारी डिटेल भरकर तीन हजार शब्दों में अपने सुझाव या राय दे सकते हैं.
- इसके अलावा आप चाहें तो अपनी राय या सुझाव को membersecretary-lci@gov.in पर ईमेल भी कर सकते हैं.
- तीसरा तरीका ये है कि आप अपने सुझाव या राय लिखें और पोस्ट के जरिए विधि आयोग तक भेज दें. इसका पता है- मेंबर सेक्रेटरी, लॉ कमिशन ऑफ इंडिया, चौथा फ्लोर, लोकनायक भवन, खान मार्केट, नई दिल्ली- 110003.
- 14 जुलाई तक राय और सुझाव आने के बाद विधि आयोग कुछ लोगों या फिर संगठनों के प्रतिनिधियों को भी चर्चा के लिए बुला सकता है.
समान नागरिक संहिता क्यों अहम है?
- समान नागरिक संहिता भारत में हमेशा से एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा रहा है. संविधान में इसे नीति निदेशक तत्व में शामिल किया गया है.
- संविधान के अनुच्छेद 44 में कहा गया है कि सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता लागू करना सरकार का दायित्व है. अनुच्छेद 44 उत्तराधिकार, संपत्ति अधिकार, शादी, तलाक और बच्चे की कस्टडी के बारे में समान कानून की अवधारणा पर आधारित है.
- समान नागरिक संहिता को सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में 1998 और 2019 में भी शामिल किया था. नवंबर 2019 में बीजेपी सांसद नारायण लाल पंछारिया ने संसद में इस पर प्रस्ताव दिया था. हालांकि, विपक्षी सांसदों के विरोध के बाद प्रस्ताव को वापस ले लिया गया था.
- दूसरी बार मार्च 2020 में बीजेपी से राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीना इस पर बिल लेकर आए थे. हालांकि, इस बिल को संसद में पेश नहीं किया गया. इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट में भी इसे लेकर कई याचिकाएं दायर हैं.
- 2018 में विधि आयोग ने अपने कंसल्टेशन पेपर में लिखा था, 'भारत में अलग-अलग पारिवारिक कानूनों में कुछ ऐसी प्रथाएं हैं, जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करती हैं, जिनमें सुधार करने की जरूरत है.'
जब अदालतों ने की टिप्पणी
- 1985 में शाहबानो के मामले में फैसला देते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था, 'संसद को एक समान नागरिक संहिता की रूपरेखा बनानी चाहिए, क्योंकि ये एक ऐसा साधन है जिससे कानून के समक्ष समान सद्भाव और समानता की सुविधा देता है.'
- 2015 में एक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था, ईसाई कानून के तहत ईसाई महिलाओं को अपने बच्चे का 'नैचुरल गार्जियन' नहीं माना जा सकता, जबकि अविवाहित हिंदू महिला को बच्चे का 'नैचुरल गार्जियन' माना जाता है. उस समय सुप्रीम कोर्ट ने माना था कि समान नागरिक संहिता एक संवैधानिक जरूरत है.
- 2020 में लैंगिक समानता सुनिश्चित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू उत्तराधिकार कानून में 2005 में किए गए संशोधन की व्याख्या की थी. अदालत ने ऐतिहासिक फैसले में बेटियों को भी बेटों की तरह पैतृक संपत्ति में समान हिस्सेदार माना था. दरअसल 2005 में हिंदू उत्तराधिकार कानून,1956 में संशोधन किया गया था. इसके तहत पैतृक संपत्ति में बेटियों को बराबरी का हिस्सा देने की बात कही गई थी.
- 2021 में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने भी कहा था कि संसद को समान पारिवारिक कानून लाने पर विचार करना चाहिए, ताकि लोग अलग-अलग कानूनी बाधाओं का सामना किए बगैर स्वतंत्र रूप से मिल-जुलकर रह सकें.
समान नागरिक संहिता मतलब क्या?
- समान नागरिक संहिता यानी सभी धर्मों के लिए एक ही कानून. अभी शादी, तलाक और संपत्तियों से जुड़े सभी धर्मों के अलग-अलग कानून हैं. जैसे- हिंदुओं के लिए हिंदू पर्सनल लॉ. मुस्लिमों के लिए मुस्लिम पर्सनल लॉ.
- अगस्त 2018 में 21वें विधि आयोग ने अपने कंसल्टेशन पेपर में लिखा था, 'इस बात को ध्यान में रखना होगा कि इससे हमारी विविधता के साथ कोई समझौता न हो और कहीं ये हमारे देश की क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरे का कारण न बन जाए.'
- समान नागरिक संहिता का प्रभावी अर्थ शादी, तलाक, गोद लेने, उत्तराधिकार और संपत्ति का अधिकार से जुड़े कानूनों को सुव्यवस्थित करना होगा. 21वें विधि आयोग ने कहा था कि इसके लिए देशभर में संस्कृति और धर्म के अलग-अलग पहलुओं पर गौर करने की जरूरत होगी.
ऐसा करने में क्या-क्या चुनौतियां हैं?
- आजादी के 75 साल में एक समान नागरिक संहिता और पर्सनल लॉ में सुधारों की मांग होती रही है, लेकिन धार्मिक संगठनों और राजनीतिक नेतृत्व में एकराय नहीं बन पाने के कारण ऐसा अब तक नहीं हो सका है. यहां तक कि अभी भी सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर हैं.
- मुस्लिम महिलाओं की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर हैं. इनमें इस्लामिक कानून की प्रथाएं- तलाक-ए-बैन (तुरंत तलाक), मुता (कॉन्ट्रैक्ट मैरिज), निकाह हलाला की वैधता को चुनौती दी गई हैं.
- सिखों की शादियां आनंद मैरिज एक्ट 1909 के दायरे में आती हैं. लेकिन इस कानून में तलाक का कोई प्रावधान नहीं है. लिहाजा सिखों में तलाक हिंदू मैरिज एक्ट के तहत होता है.
- अलग-अलग धर्मों में गोद लेने के कानून भी अलग-अलग हैं. उदाहरण के लिए, पारसियों में गोद ली गई बेटी को कोई अधिकार नहीं है, जबकि गोद लिए बेटे को अपने पिता के अंतिम संस्कार का अधिकार है. हालांकि, संपत्ति में दत्तक बेटे का भी अधिकार नहीं होता.
- यहां तक की नाबालिग बच्चे की गार्जियनशिप और उत्तराधिकार को लेकर भी अलग-अलग धर्मों के अपने कानून हैं. सुप्रीम कोर्ट में मृत पुरुषों और मृत महिलाओं के उत्तराधिकारियों के बीच भेदभाव को दूर करने के लिए हिंदू उत्तराधिकार कानून में बदलाव की मांग को लेकर याचिका दायर है.
- 1985 में विधि आयोग ने 110वीं रिपोर्ट में उत्तराधिकारियों की परिभाषा में बदलाव की सिफारिश की थी. रिपोर्ट में नाजायज बच्चों को भी उत्तराधिकारी बनाने की सिफारिश की गई थी. लेकिन इसका जमकर विरोध हुआ था.
- इसी तरह 174वीं रिपोर्ट में विधि आयोग ने पैतृक संपत्ति में महिलाओं को भी बराबर अधिकार की सिफारिश की थी. इसे लेकर 2005 में हिंदू उत्तराधिकारी कानून में संशोधन भी किया गया था. लेकिन 2020 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ही ये साफ हो पाया था कि जिन महिलाओं के पिता की मौत 2005 से पहले हो चुकी है, वो भी पैतृक संपत्ति में बराबर की भागीदार हैं.
- 2018 में विधि आयोग ने एक ही धर्म के भीतर मौजूद अलग-अलग प्रथाओं का भी जिक्र किया था. उदाहरण के लिए, मेघालय में कुछ जनजातियां 'मातृसत्तात्मक' हैं और वहां पैतृक संपत्ति पर सबसे छोटी बेटी का अधिकार है. वहीं, गैरो जनजाति में दामाद अपनी पत्नी के माता-पिता के साथ रहता है. इसी तरह नागा जनजातियों में महिलाओं को अपने समुदाय से बाहर शादी करने और पैतृक संपत्ति में अधिकार नहीं है.
- इससे पहले 1984 में विधि आयोग ने तलाक के बाद हिंदू महिलाओं के रखरखाव से जुड़े कानून में बदलाव की सिफारिश की थी. 1983 में ईसाई महिलाओं में तलाक के आधारों में बदलाव की सिफारिश भी की थी. इससे भी पहले 1960 में विधि आयोग ने ईसाइयों में शादी और तलाक से जुड़े कानूनों में सुधार की सिफारिश की थी.
- 1961 में विधि आयोग ने अपनी 18वीं रिपोर्ट में पति या पत्नी में से किसी एक के धर्मांतरण करने पर तलाक का आधार मानने का सुझाव दिया था. इसी तरह 2009 में ये सिफारिश की थी कि अगर कोई व्यक्ति एक से ज्यादा शादी करने के लिए धर्मांतरण करने को अपराध के दायरे में लाया जाए. हालांकि, रिपोर्ट में ये भी कहा था कि कुछ जनजातियों में बहुविवाह या बहुपति की भी अनुमति है जो संविधान के तहत संरक्षित है.
- 2017 में विधि आयोग ने 270वीं रिपोर्ट में शादियों के रजिस्ट्रेशन और शादी की कानूनी उम्र का मुद्दा उठाया था. इसमें कहा था कि बाल विवाह और सहमति से नाबालिग से संबंध बनाना रेप के दायरे में आता है, उसके बावजूद हिंदू कानून में 16 साल की लड़की और 18 साल के लड़के में शादी की इजाजत है, भले ही कानूनी रूप से ये 'शून्य' हो. इसी तरह मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत नाबालिगों की शादी की इजाजत है.
- इसके अलावा, बैंकिंग और टैक्स से जुड़े कानूनों में अविभाजित हिंदू परिवार को एक यूनिट माना गया है, जबकि बाकी धर्मों में ऐसा नहीं है.
क्या समाधान है इसका?
- 2018 में विधि आयोग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि समान नागरिक संहिता पर कोई आम सहमति नहीं होने के कारण पर्सनल लॉ में ही थोड़े सुधार करने की जरूरत है.
- आयोग ने कहा था कि इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि पर्सनल लॉ की आड़ में मौलिक अधिकारों का हनन तो नहीं हो रहा है और इसे दूर करने के लिए कानूनों में बदलाव करना चाहिए.
▲
शुक्रवार, 23 जून 2023
लोकतंत्र भारत ओर अमेरिका के DNA मे है अमेरिका प्रेसिडेंट ने काहा
Vinod meghwaniएक खबर Vinod meghwani,,,, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ साझा हितों से जुड़े क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के उद्देश्य से उच्च स्तरीय वार्ता के लिए व्हाइट हाउस में मुलाकात की. इसका मकसद रक्षा, अंतरिक्ष, स्वच्छ ऊर्जा और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी समेत भारत अमेरिका सामरिक संबंधों को और गति प्रदान करना है.
रविवार, 18 जून 2023
पंजाब के मुख्यमत्री भगवंत मान ने आप की अदालत मे,,, सिद्धू को ,,,धो,,,दिया,,,,,
Vinod meghwaniपंजाब के मुख्यमत्री भगवंत मान ने आप की अदालत मे,,, सिद्धू को ,,,धो,,,दिया,,,,,,वीडियो देखे
बुधवार, 7 जून 2023
बिहार पुल ,,हादसे,, मे S P सिंगला कंपनी के किसी व्यक्ति को गिरफ्तारी क्यो नहीं -vinod meghwani
Vinod meghwaniएक खबर विनोद meghwani एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी ,,क्या,,,,,नीतीश बाबू,,,,ओर ,,,तेजस्वी यादव को,,,,क्या,,,?????? रिश्वत दी है,,,,,इतना,,,बड़ा हादसा होने के,, बाद भी कोई,,,,गिरफ्तारी नहीं,,,,,क्यो,,,,इस हादसे की जांच C B I को करनी चाहिए Vinod meghwani,,,,,
भागलपुर का पुल बना रही कंपनी के पास 34 प्रोजेक्ट, इसमें अकेले बिहार के सात पुल-फ्लाइओवर
बिहार में गिरे पुल को बनाने वाले कंपनी एसपी सिंगला के दिल्ली और हरियाणा में पंजीकृत कार्यालय हैं। इसे 1996 में एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के रूप स्थापित किया गया था। बिहार में इस वक्त इसके कुल सात प्रोजेक्ट चल रहे ।
बिहार के भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहे पुल का एक हिस्सा रविवार अचानक नदी में समा गया। इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पिछले नौ साल से इस पुल का निर्माण चल रहा था। एसपी सिंगला नाम की कंपनी इस पुल का निर्माण करा रही है। इस घटना के बाद सवाल निर्माण कंपनी पर भी उठने लगे हैं क्योंकि 14 महीने के अंदर यह दूसरी बार है जब निर्माणाधीन पुल ढह गया।
कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में एसपी सिंगला कंपनी एक ऐसा नाम है जिसके क्लाइंट लगभग देश के हर राज्य हैं। यूपी से असम तक इसे टेंडर मिलते हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर एसपी सिंगला कितनी पुरानी कंपनी है?कंपनी अभी किन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है? इसके क्लाइंट कौन हैं? पहले इस कंपनी के किन प्रोजेक्ट पर सवाल उठ चुके हैं? आइये जानते हैं...
एसपी सिंगला कितनी पुरानी कंपनी है?
एसपी सिंगला कंपनी एक परिवार द्वारा संचालित कंपनी है। फर्म के दिल्ली और हरियाणा में पंजीकृत कार्यालय हैं। इसे 1996 में एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के रूप स्थापित किया गया था। फर्म अपनी वेबसाइट के जरिए कहती है कि यह कंस्ट्रक्शन इंजीनियरिंग में ट्रांसपोर्ट, साइट डेवेलपमेंट, हाइड्रोलिक, एनवायरनमेंटल स्ट्रक्चरल और जिओ-टेक्निकल इंजीनियरों से डिजाइनों की योजना बनाती है और उनका निर्माण करती है। यह कंपनी दूर-दूर तक सुगम कनेक्टिविटी और संचार के लिए क्षेत्रों का निर्माण भी करती है।
विज्ञापन
सिंगला समूह के प्रोजेक्ट -
कंपनी बिहार में किन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है?
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक बिहार में इस वक्त उसके कुल सात प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनमें एनएच 31 और एनएच 80 को जोड़ने के लिए गंगा पर बन रहा सुल्तानगंज और अगुवानी घाट के बीच बन रहा केबल स्टेड पुल भी शामिल था। जो रविवार को गिर गया।
इसके अलावा पटना में NH-19 पर गंगा के पार नया 4-लेन एक्सट्राडोज्ड ब्रिज (MG सेतु), शेरपुर से दिघवारा के बीच गंगा नदी पर पुल, किशनगंज शहर में फ्लाईओवर का निर्माण, दीघा से दीदारगंज के बीच बन रही फोर लेन एलिवेटेड रोड का निर्माण भी इसी कंपनी के जिम्मे है। दीघा-सोनपुर रेल-रोड ब्रिज के पास बन रही 830 मीटर अप्रोच रोड भी सिंगला ग्रुप के जिम्मे है। मोकामा में बना रहा गंगा पुल भी यही कंपनी बना रही है।
सिंगला ग्रुप के प्रोजेक्ट -
बिहार के अलावा और कहां-कहां इस कंपनी के प्रोजेक्ट हैं?
बिहार समेत देशभर में कंपनी के 34 प्रोजेक्ट इस वक्त चल रहे हैं। इसमें सूरत मेट्रो रेल फेज-1 के लिए 11.6 किलोमीटर एलिवेटेड वायाडक्ट और स्टेशनों का निर्माण जैसा अहम निर्माण भी शामिल है। कंपनी आठ जगहों पर रेलवे ब्रिज का निर्माण कर रही है।
इनमें गुजरात के दभोई-सिनोर-मलसर-आसा रोड स्थिति नर्मदा पुल, यूपी के प्रयागराज में फाफमऊ गंगा पर बन रहा सिक्स लेन पुल, बहराइच में घाघरा नदी पर बन रहा पुल, राजस्थान के डूंगरपुर में माही नदी पर बन रहा पुल शामिल हैं। असम, मणिपुर और ओडिशा में भी कंपनी इसी तरह के पुल बना रही है। यूपी में गाजीपुर से तारीघाट के बीच गंगा पर बन रहा रेल सह सड़क स्टील पुल भी एसपी सिंगला समूह ही बना रहा।
राज्यवार बात करें तो कंपनी के इन 34 में से सबसे ज्यादा सात प्रोजेक्ट बिहार में चल रहे हैं। इसके बाद चार-चार प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश, असम और गुजरात में चल रहे हैं। वहीं, राजस्थान, पंजाब और महाराष्ट्र में कंपनी तीन-तीन प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। ओडिशा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी इस कंपनी का एक-एक प्रोजेक्ट चल रहा है।
सिंगला समूह के प्रोजेक्ट -
क्या पहले भी इस कंपनी के किसी प्रोजेक्ट पर सवाल उठे हैं?
यह कोई पहला मौका नहीं है जब कंपनी के किसी प्रोजेक्ट पर सवाल उठे हों। मई 2020 में पटना में लोहिया चक्र पथ का निर्माण चल रहा था, उस समय एक कंक्रीट स्लैब गिरने से तीन बच्चों की मौत हो गई थी। घटना की जांच हुई लेकिन निर्माण कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह पटना में नीतीश कुमार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना लोहिया चक्र पथ के निर्माण में भी लगी हुई थी।
14 माह में दूसरी बार ढहा भागलपुर का पुल
गंगा नदी पर बन रहे सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल भी 14 महीने के भीतर दूसरी बार ढहा है। 3160 मीटर लंबे पुल का 200 मीटर का सेगमेंट 30 अप्रैल 2022 को आंधी में गिर गया था। तब पिलर नंबर 4-6 के बीच का हिस्सा गिरा था। अब रविवार (चार जून 2023) को पिलर नंबर 10-13 के बीच 400 मीटर सेंगमेंट ढह गया। निर्माणाधीन पुल का लगभग 600 मीटर हिस्सा, यानी करीब 20% गंगा में समा चुका है।
इस पुल का निर्माण 2014 से चल रहा है। कुछ दिन पहले ही इसे पूरा करने की आठवीं डेडलाइन मिली है। इसके मुताबिक कंपनी को 31 दिसंबर 2023 तक पुल का निर्माण पूरा करना है। इससे पहले इसी माह के अंत तक पुल का निर्माण कार्य पूरा करने की डेडलाइन थी।
गोरेगांव मुलुंड लिंक रोड प्रोजेक्ट पर भी सवालिया निशान
भागलपुर की घटना के बाद बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के पुल विभाग को एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित गोरेगांव मुलुंड लिंक रोड (जीएमएलआर) की समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है। बीएमसी में विपक्ष के पूर्व नेता (एलओपी) और कांग्रेस पार्षद रवि राजा ने बीएमसी को पत्र लिखकर सुरक्षा उपायों का हवाला देते हुए इसको ब्लैकलिस्ट करने का आग्रह किया है।
बीएमसी ने मुंबई में कनेक्टिविटी को आसान बनाने के लिए अनुमानित 10,000 करोड़ रुपये की जीएमएलआर परियोजना शुरू की थी। 2019 में परिकल्पित यह परियोजना, एक हाई-स्पीड कॉरिडोर होगी जो गोरेगांव को मुलुंड से एलिवेटेड सड़कों, पुलों और भूमिगत सुरंगों की एक श्रृंखला के माध्यम से जोड़ेगी। फिलहाल पहले और दूसरे चरण का काम चल रहा है। बीएमसी ने इस साल के बजट के दौरान एक बयान में कहा था कि पहले दो चरण दिसंबर 2023 तक पूरे कर लिए जाएंगे।
सोमवार, 15 मई 2023
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ,,डी के शिव कुमार बनेनेंगे,,,,? _ विनोद meghwani
Vinod meghwaniएक खबर Vinod mwghwani ,,,, ख़ास ,,,सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ,,,,, डी के शिव कुमार ,,,,कर्नाटक के मुख्यमंत्री ,,बनेंगे,,,? सिद्धारमैया एक बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, वहीं डी के शिवकुमार की ये इच्छा लंबे समय से अधूरी है, जिसे वे इस बार पूरा कर लेना चाहते हैं.
कौन बनेगा कर्नाटक का मुख्यमंत्री? इस सवाल का पता लगाने के लिए हमने कर्नाटक के विधायको की सूत्रों से राय ली ,,,
डी के शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनना चाहते है
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डी के शिवकुमार
डी के शिवकुमार
बात सबसे पहले डी के शिवकुमार की.
साल 2020 में उन्हें कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष का जिम्मा सौंपा था. यह ऐसा समय था जब कांग्रेस राज्य में अपने बुरे दौर से गुजर रही थी, सिद्धारमैया कैबिनेट में रहे कई मंत्री तक अपना चुनाव हार गए थे.
डी के शिवकुमार कांग्रेस पार्टी के पुराने वफादार नेता हैं. वे राज्य में वोक्कालिगा समुदाय के सबसे बड़े नेताओं में से एक माने जाते हैं.
साल 1989 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने कभी कांग्रेस छोड़ किसी दूसरी पार्टी की तरफ झांककर नहीं देखा.
उन्होंने आठवीं बार कनकपुरा विधानसभा सीट से जीत दर्ज की है.
उन्हें साल 2019 में मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी के आरोप में करीब दो महीने दिल्ली की तिहाड़ जेल में भी बिताने पड़े थे.
शनिवार, 13 मई 2023
गुरुवार, 11 मई 2023
एकनाथ शिंदे को ,,महाराष्ट्र,,, की जनता माफ़ नहीं करेगी
Vinod meghwaniएक खबर ,, विनोद meghwani
एक नाथ शिंदे वर्तमान मे बीजेपी के सहयोग से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री है।
कभी बाला साहेब ठाकरे के,,,,,, वफादार,,, मे से एक थे ,,,आज ठाकरे परिवार ,,,के विभीषण,,,,,है,,,,अगर विभीषण,,,गद्दारी न करता तो ,,,रावण,,,कभी पराजित न होता ओर न मरता,,। ओर अगर एकनाथ शिंदे,,ठाकरे,सरकार,,,,से गद्दारी ना करते तो,,,,सरकार न गिरती,,, ये ,नंगा सच पुरी दुनिया,,,ने टीवी पर देखा था।महाराष्ट्र में जब विधानसभा चुनाव होंगे तो ये,,40.50 लोग ओर शिंदे,,अपनी जमानत नहीं बचा पाएंगे ये महाराष्ट्र की। जनता कह रही है।क्योंकि महाराष्ट्र के लोग ,,,बाला साहेब ठाकरे को कभी नहीं भूल सकते। ,,,,महाराष्ट्र,,,का शेर ,,,बाला साहेब ठाकरे,,,बीजेपी की महाराष्ट्र जड़ें मजबूत करने वाले भी बाला साहेब थे। भले बीजेपी ये बात भूल जाए। पर महाराष्ट्र की जनता नहीं भूलेगी महाराष्ट्र की जनता की संवेदना बाला साहेब से जुड़ी है ओर सहानभूति ,शिव सेना से ,,,,आने वाले चुनाव में इसका असर दिखेगा,,।
मंगलवार, 9 मई 2023
मुख्यमंत्री भपेश बघेल ओर रमन सिंह से मुलाकात ,,,करेगा सिंधी समाज
Vinod meghwaniएक खबर विनोद meghwani,,,राजनीति में अब तक सभी दलों ने,,,सिंधी समाज का दोहन किया है। अब सिंधी समाज राजनीति में अपना ,, हक,,चाहता है ,,,सिंधी समाज सभी राजनीतक दलों से ये अपेक्षा करता है कि इस बार विधान सभा चुनाव में पांच सीट सभी दल दे
छत्तीसगढ़ सिंधी समाज ने भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय प्रभारी अजय जामवाल, प्रदेश प्रभारी भाजपा ओम माथुर, संगठन महामंत्री पवन साय से मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सिंधी समाज को प्रतिनिधित्व के लिए 5 विधानसभा सीटों पर टिकट देने की मांग की।
सिंधी समाज के प्रवक्ता गोविंद वाधवानी ने बताया कि सिंधी समाज की प्रादेशिक बैठक पिछले दिनों दल्लीराजहरा में हुई थी। जिसमें पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी मोहल्ला पंचायत, सामाजिक संगठन, महिला विंग, युवा विंग के मुखिया, अध्यक्ष एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस बैठक में यह सर्वसम्मति से तय हुआ था कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा से यह मांग की जाए कि सिंधी समाज को 5 सीटें पर टिकट दी जाए।
कांग्रेस सरकार ने पूज्य सिंधी समाज को सिंधी साहित्य अकादमी के माध्यम इंद्र कुमार डोडवानी को राज्यमंत्री का दर्जा दिया। सिंधी समाज को विविध पदों से मान सम्मान दिया। साथ ही चेट्रीचंद पर अवकाश भी घोषित किया। सिंधी समाज की छत्तीसगढ़ में 10 लाख की आबादी है, जो कि कुल आबादी का 5% हिस्सा है।
अतः आबादी के अनुपात में सिंधी समाज को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। भाजपा सिंधी समाज के किसी भी को प्रदेश में टिकट दें, समाज उसका समर्थन करेगा। देश की आजादी के बाद से ही सिंधी समाज जनसंघ व भाजपा से जुड़ा रहा है। सिंधी समाज के प्रहलाद शादिजा ,गुरुमुख वाधवा मतदाताओं को प्रभावित करने की क्षमता रखता है।
भाजपा जहां भी हमारे समाज से प्रत्याशी बनाएगी वहां हमारा सिंधी समाज तन-मन-धन से पार्टी के प्रति समर्पित होगा एवं प्रदेश की अन्य सीटों पर भी सिंधी समाज का समर्थन भाजपा को मिलेगा। आशा है कि इस बार सिंधी समाज को पार्टी अवश्य अवसर प्रदान करेंगी।
इस दौरान पीएन बजाज, डीडी आहूजा, महेश रोहरा, इंद्र कुमार डोडवानी, मोहन तेजवानी, प्रहलाद साजिदा, गुरमुख वाधवा, प्रकाश जैसवानी, कंवरराम मनवानी, खेमचंद मध्यानी श्यामलाल खूबचंदानी,मुरलीधर शादिया, राजेश वासवानी आदि मौजूद थे।just
शनिवार, 6 मई 2023
मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना में जनता को ऐसे घर मिले
Vinod meghwaniएक खबर ( विनोद meghwani ) एडवांस तकनीकी से घर सस्ते , टिकाऊ बनते है विदेशो में । भारत में अभी ये तकनीकी नहीं आई है दस वर्ष ओर लगेंगे इस तकनीक को अपनाने में भारत को एक बात है इस तकनीक से सस्ते घर बनेंगे तो हर किसी के पास घर होगा,,,,
बुधवार, 3 मई 2023
शुक्रवार, 28 अप्रैल 2023
रविवार, 23 अप्रैल 2023
मोदी जी 2024 ओर 2029 मे योगी जी 2035मे केंद्र सरकार मे प्रधानमंत्री बनेंगे केंद्र मे 2050तक बीजेपी की सरकार बनेगी
Vinod meghwaniएक खबर Vinod भाई (विशेष खबर) भारत में 2050 तक केंद्र मे बीजेपी की सरकार रहेगी ,,????
आज बीजेपी दुनिया में नाम कमा चुकी है । अटल ओर आडवाणी जी की जोड़ी ने नीव बनाई बीजेपी की ओर आकर दिया मोदी जी ओर अमित शाह ने ओर अब योगी जी बीजेपी मे ,,निडरता,, भर रहे ,,,,मोदी जी के,,,बाद ,,,,योगी जी,,,,,,ही भविष्य ,,,देश के प्रधानमंत्री ,,बन्नेंगे,,,,,????जब योगी आदित्यनाथजी ने BJP छोड़ दी…
बात अक्टूबर 2005 की है UP का एक माफिया, नाम था मुख़्तार अंसारी, वो खुली जीप में हथियार लहराते हुए मऊ में साम्प्रदायिक दंगा करवा रहा था
3 दिन बीत चुके थे, दंगे को
उस वक़्त UP के CM थे मुलायम सिंह यादव और वो भी कई बार बोल चुके थे कि मुझसे बड़ा गुंडा इस UP में नही है
ये बात वो सिंर्फ़ योगी जी के लिये बोलते थे
जब दंगे को तीसरा दिन था, तो *प्रशासन और UP के CM इस दंगे पे कुछ भी नहीं कर रहे थे… मूक दर्शक बने बैठे थे…
योगी जी ने राजनाथ जी को चुनौती दे दी।
तब मऊ से 64 KM दूरी पे गोरखपुर में बैठे योगी जी को ये दंगा बर्दास्त नहीं हुआ और वो BJP के सारे बड़े नेता… अटल जी, आडवाणी जी, मुरली जी और राजनाथ जी को सीधी चुनौती दे दी
कि… अगर BJP के सारे कार्यकर्ता मेरे साथ मऊ नहीं गये तो परिणाम बहुत बुरा होगा।। दंगा तो मैं अपने बल पे भी रोक लूँगा…पर ऐसे हत्यायों को अगर BJP पार्टी बस देख के चुप रहेगी तो मुझसे बर्दास्त न होगा और मैं BJP छोड़ दूँगा…!
BJP के सारे नेताओ को योगी जी की इस बात से पसीना आ गया
लेकिन BJP के सारे नेता इस दंगे को जा के रोकने की हिम्मत ही नही जुटा पा रहे थे
कारण???
कारण सिंर्फ़ एक था. मुलायम सिंह यादव*
क्योंकि
BJP के सारे नेताओ को पता था, कि *जब अयोध्या में कार सेवकों पर ये मुलायम गोली चलवा सकता है. जो कार सेवक पूरे देश से आये थे तब इसने गोली चलवा दी फिर यहां तो एक छोटे से शहर में दंगा को रोकने जाना है, जहाँ दंगा करवाने वाला भी एक कुख्यात अपराधी है. इन दोनों से बच पाना तो मुश्किल है. और इस घटना में बहुत से BjP के कार्यकर्ता मारे जायेगे
तब इन सारे वरिष्ठ नेताओं ने धीमे से कन्नी काट ली योगी जी से क्योंकि उनको लगा, ’ये योगी बिना BJP के कार्यकर्ताओं के वहाँ जा ही नही सकता है क्योंकि मुख्तार अंसारी पिछले 2 साल से योगी जी को मरवाना चाहता था, और असफल भी कई बार हुआ है… योगी जी अकेले तो वहाँ नहीं जायेंगे…
पर योगी जी भी कम जिद्दी नही थे वो अपने आश्रम से सिंर्फ़ 3 गाड़ी लेकर चल दिये मऊ…
योगी जी मऊ जा रहे दंगा रुकवाने
फिर क्या था जैसे ही गोरखपुर के लोगो को और गोरखपुर से मऊ के बीच के लोगो को पता चला योगी जी मऊ जा रहे हैं दंगा रुकवाने… सारे लोग योगी जी के साथ हो लिये क्योंकि सबको पता था, अगर योगी जी अकेले गये तो ये मुख्तार जान से मरवा दे
मऊ पहुँचते पहुँचते 140 से 160 गाड़ियों का काफिला* हो गया, और मऊ में घुसते ही जब सारी गाड़ी आगे निकल रही थी, तभी उनके अंतिम 8 गाड़ियों पे पेट्रोल बम फेंका गया जो सिंर्फ़ 2 गाड़ियों पे पड़ा. जब सारे लोग गाड़ी से उतरने लगे तो ये पेट्रोल बम फेंकने वालों को मौत का ख़ौफ़ लगने लगा और वो सभी भागने लगे
CM मुलायम सिंह यादव ने साफ शब्दों में बोल दिया था कि ”अगर योगी मऊ पहुँचा तो अरेस्ट कर लिया जाए
तभी प्रशासन भागा भागा योगी जी के काफ़िले की तरफ पहुँचा, प्रशासन के भी हाथ पांव फूलने लगे इतना बड़ा काफ़िला देख कर… इस प्रशासन की हिम्मत ही नहीं हुई कि योगी जी को अरेस्ट कर सके
फ़िर उसी दिन मऊ का दंगा खत्म भी हुआ….
वजह जानते हो क्यों? क्योंकि प्रशासन ने जब CM मुलायम सिंह को ये बताया कि अगर हम योगी जी को अरेस्ट करेगे तो, ये काफ़िले के लोग हम लोगो को जान से मार देंगे, और मुख्तार को भी नही छोड़ेंगे…
और दंगा खत्म होने पर योगी जी ने BJP छोड़ दी….
दंगा खत्म होने के बाद योगी जी ने BJP छोड़ तो दी लेकिन BJP इनका स्तीफा नही ले रही थी… बड़ी मान-मनुहार की गयी कि योगी जी आप BJP मत छोड़िये”
राजनाथ सिंह जी लगातार फोन किया कि ”मैं आ रहा हूँ, गोरखपुर आकर बात करता हूं आप से
तब योगी जी ने राजनाथ जी को सीधा ही बोल दिया कि ”गोरखपुर में कदम भी मत रखना
तब अटल जी बड़े विचलित थे कि पूर्वांचल का एक ही तो नेता था, अगर वो BJP छोड़ देगा तो कैसे चलेगा, तब आडवाणी जी गोरखपुर पहुँचे, बहुत मनाया गया, 2 दिन बाद माने योगी जी
अब जरा सोचिये, यही योगी जी जब कोई मंत्री, CM न रह कर भी दंगाइयों और माफियाओं को भगा सकता है… और BJP को लात मार सकता है, तो जरा सोचो अब तो ये प्रदेश का CM बन के बैठा है… ये क्या से क्या न करवा दे
एक बात और, ये योगी जी है कोई मोदी जी नहीं… 900 लोगो में से कुछ को जेल कुछ को ऊपर तेल लेने भेज चुके है… कुछ तो दूसरे प्रदेश में भाग गये है…
अब शायद आपको समझ में आ गया कि मुख्तार अंसारी UP क्यों नहीं आना चाहता था, इसके लिए उसने एड़ी-चोटी का जोर लगा लिया कि उसे पंजाब की जेल में ही रहने दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट में दिए गए हलफनामे में पूर्व उपराष्ट्रपति (हामिद अंसारी) से पारिवारिक वास्ता दिया गया, और अब स्वास्थ्य खराब होने पर स्ट्रेचर और व्हील चेयर का सहारा…
लेकिन UP में CM योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपराधियों के गुनाहों का पूरा हिसाब करने का मन बना लिया है. अपनी गुंडागर्दी और अपराध के दम पर दहशत फैलाने वाले मुख्तार अंसारी की मुश्किलें अब और भी बढ़ चुकी हैं, क्योंकि यूपी की जेल में रहते हुए किसी विशेष सुविधा की बात तो छोड़िये , अब हर केस में पेशी और सजा का कार्यक्रम चल रहा है। अगर कभी बचने के लिये भागने का प्रयास किया तो दूसरा खतरा ,,,सीधा जन्नत पुहुचने का 2035,,,मे योगी जी भारत में केंद्र सरकार मे प्रधान मंत्री बन सकते है,,,,,विनोद meghwani,,,,8962120882
गुरुवार, 20 अप्रैल 2023
मजदूर की,, मौत,,,को मजाक मे न ले सीता राइस मिल संचालक
Vinod meghwaniएक खबर सूत्रों से मिली खबर
मजदूर का पसीना गिरने से पहले ,,उसका मेहनताना मिल जाना चाहिए ।
यांहा तो मजदूर ,,की मौत हो गई ,है,,,,,सीता राइस मिल ,,जेवरा सिरसा मे अग्रवाल बनधुवो की ये मिल है ,,, मजदूर के परिवार को कम से कम पचिस लाख का मुवाजा मिल मालिक को देना चाहिए ,,,एक खबर ,,,मजदूर परिवार के साथ है।
सीता राइस मिल के मालिक के खिलाफ केस दर्ज:मजदूर की आग में झुलसने से हुई थी मौत, जांच में सामने आई लापरवाही
मजदूर की आग में झुलसने से हुई थी मौत, जांच में सामने आई लापरवाही|
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में संचालित सीता राइस मिल के संचालक के खिलाफ पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है। इस राइस मिल में फरवरी 2023 में कार्य के दौरान एक मजदूर की जलने से मौत हो गई थी। इस मामले की जांच में जेवरा-सिरसा चौकी पुलिस ने मिल संचालक की लापरवाही पाया है। इसके बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
जेवरा-सिरसा चौकी प्रभारी मुकेश सोरी ने बताया कि करंजा भिलाई निवासी लोकेश्वर निर्मलकर (40 वर्ष) श्री सीता राईस मिल (श्री सीता एग्रो फुड प्रा.लि.) में काम करता था। 23 फरवरी 2023 को मिल की डस्ट में आग लगी थी। मिल संचालक ने आग बुझाने के लिए लोकेश्वर को भेजा था। आग बुझाते समय वो अचानक उसकी चपेट में आ गया और बुरी तरह से झुलस गया। इसके बाद आनन फानन में उसे सेक्टर-9 अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां इलाज के दौरान 24 फरवरी को उसकी मौत हो गई थी। जेवरा-सिरसा चौकी पुलिस ने मामले में मर्ग कायम जांच शुरू की थी।
जेवरा सिरसा
पुलिस की जांच में सामने आई लापरवाही
मजदूर के झुलसने के मामले में जब पुलिस ने जांच की कई चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई। वहां काम करने वाले अन्य मजदूरों ने बताया कि मालिक ने बिना किसी सेफ्टी नॉम्स को फालो किए उसे आग बुझाने के लिए भेज दिया था। इस तरह पुलिस की जांच में पाया गया कि कंपनी में पर्याप्त सुरक्षा के संसाधन व उपकरण नहीं है। इसके अभाव में वहां मजदूरों से जोखिम वाले काम कराए जा रहे थे। इसी लापरवाही के चलते लोकेश्वर की मौत हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने कंपनी मालिक के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
राइस मिल के संचालक का नाम नहीं मिल रहा
जेवरा सिरसा पुलिस ने श्री सीता राइस मिल के संचालक के नाम अपराध तो दर्ज कर लिया है, लेकिन उसका मालिक कौन है यह पुलिस को भी नहीं पता है। ऑनलाइन एफआईआर तक में मिल संचालक का नाम पता का कॉलम खाली रखा हुआ है। पूछने पर चौकी प्रभारी को भी यह नहीं पता कि आरोपी का नाम है राजनीतिक स्तर पर छुपाने का चल रहा हैm
सोमवार, 17 अप्रैल 2023
अतीक से बड़ा ,,गुंडा,,बनना चाहते थे,,तीनों ,,कातिल,
Vinod meghwaniएक खबर विनोद mwghwani सूत्रों मिली जानकारी अनुसार अतीक से बड़ा गुंडा बनना चाहते थे इसलिए ,,,अतीक की हत्या की
गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार तीन आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे गिरोह का सफाया कर अपना नाम बनाना चाहते थे. पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें ये बात कही गई है.।
शनिवार रात मीडिया से बातचीत के दौरान पत्रकार बनकर आए तीन आरोपियों ने अतीक और अशरफ की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी, जब पुलिसकर्मी उन्हें जांच के लिए मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे.
शाहगंज थाने के एसएचओ राजेश कुमार मौर्य ने रविवार को बताया कि 'तीनों हमलावरों की पहचान बांदा निवासी 22 वर्षीय लवलेश तिवारी, हमीरपुर निवासी 23 वर्षीय मोहित उर्फ सन्नी और कासगंज निवासी 18 वर्षीय अरुण मौर्य के रूप में हुई है.' उन्होंने कहा कि तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 307 के साथ-साथ शस्त्र अधिनियम के तहत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है. ।
अतीक और अशरफ की हत्या.
'कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे...' अतीक और अशरफ की हत्या के बाद पुलिस से बोले आरोपी
प्रयागराज मेडिकल कॉलेज के बाहर तीन लोगों ने कर दी अतीक व अशरफ की हत्या।
अतीक-अशरफ हत्याकांड की होगी न्यायिक जांच, CM योगी के आदेश पर आयोग गठित ।
अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या, प्रयागराज में कैमरे के सामने मर्डर
'ये सब मिली-जुली साजिश...', अतीक-अशरफ की हत्या पर बोले SP नेता अबू आजमी
मर्डर से जुड़े सवालों पर पुलिस के साथ टालमटोल कर रहा अतीक अहमद
अरुण ने कहा 'कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे...' अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद पुलिस से बोले आरोपी
पुलिस ने मौके से वारदात में इस्तेमाल हथियार बरामद किए हैं. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे अतीक और अशरफ के गिरोह का सफाया कर राज्य में अपना नाम और पहचान बनाना चाहते हैं और इसका फायदा उन्हें भविष्य में जरूर मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि वे वारदात को अंजाम देने के बाद भाग नहीं सकते थे, पुलिस ने पकड़ लिया
▲
शनिवार, 15 अप्रैल 2023
गुंडे ,,अतीक,, अहमद ओर अशरफ का की हत्या,,,,की
Vinod meghwaniएक खबर विनोद mwghwani सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार
लवलेश, सन्नी ,अरुण ने
अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या, प्रयागराज में कैमरे के सामने मर्डर
प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के पास ये हमला तब हुआ, जब पुलिस टीम अतीक और अहमद को लेकर जा रही थी. इसी दौरान तीन हमलावर अचानक बीच में पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया है. इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया गया है. दोनों पर जब फायरिंग हुई, पूरी वारदात कैमरे में भी कैद हुई है.
अतीक अहमद को मेडिकल के लिए ले जा रही पुलिस की गाड़ी पर हमला हुआ है. पुलिस की गाड़ियों पर फायरिंग की गई है. इस हमले में अतीक और अशरफ की मौत हो गई है. मेडिकल कॉलेज के पास अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की गई है. जिस वक्त ये हमला हुआ उस वक्त दोनों को जांच के लिए ले जाया जा रहा था. दोनों के शवों को मेडकल कॉलेज के अंदर ले जाया गया है. मौके पर जय श्रीराम के नारे जरूर सुने गए हैं. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
जानकारी के मुताबिक प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के पास ये हमला तब हुआ, जब पुलिस टीम अतीक और अहमद को लेकर जा रही थी. इसी दौरान तीन हमलावर अचानक बीच में पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने हमलावरों को मौके से दबोच लिया है. इस पूरे हमले को बकायदा मीडिया और पुलिस के सामने अंजाम दिया गया है. दोनों पर जब फायरिंग हुई, पूरी वारदात कैमरे में भी कैद हुई है. इस हमले में एक पुलिस कांस्टेबल भी घायल हुआ है, जिसका नाम मान सिंह है. उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है
समाजिक , परिचर्चा , दुर्ग सिंधी समाज - विनोद meghwani
Vinod meghwani,,,,एक खबर विनोद mwghwaniकुछ दिन पहले महेश जी ने 2012 मे जनरल पंचायत को दिए गए ज्ञापन की फोटो कापी पोस्ट की थी पंचायत के माननीय सदस्यों के साथ हमने भी साइन कि है। जिसमें ,,मांग ,,की गई दुर्ग की सभी पंचायतों को ,,भंग,,,कर एक पंचायत ,,,दुर्ग सिंधी समाज का गठन किया जाए । 2012 मे पूज्य जनरल पंचायत को ज्ञापन दिया गया था की दुर्ग शहर में पांच पंचायतों का कोई ओचित्य नहीं है। दुर्ग शहर में आज के माहौल में एकता की कमी ओर सौहाद्र का माहौल कम होता जा रा हा है । समाज के बुजुर्गो ने आज से तीस साल पहले समाज की जरूरतों को ध्यान में रख के पांच पंचायतें बनाई थी ।पर आज दुर्ग शहर में सिंधी समाज को पांच पंचायतों की जरूरत नहीं है। सिर्फ एक पंचायत की जरूरत है । वहीं पंचायत दुर्ग के सभी धाम, मंदिर , ओर सिंधु भवन , सिंधूडी सेवा समिति व अन्य संस्थानों में अपने प्रतिनिधियों की नियुक्ति करेगी । इससे पंचायत के मुखी की मान्यता बड़ेगी।
पूर्व सचिव
विनोद meghwani
दुर्ग सिंधी समाज में एक पंचायत हो ये संपादक विनोद मेघ वानी के निजी विचार है,,,
शुक्रवार, 7 अप्रैल 2023
पत्रकार के ऊपर कोई हमला करे या डराए धमकाए या अपमानित करे तो
Vinod meghwaniएक खबर विनोद meghwani अगर आप नये पत्रकार है तो ये खबर आपके काम की है।
मंगलवार, 4 अप्रैल 2023
केजरीवाल को 25000,,,वोल्ट,,,को झटका लगा,,,????
Vinod meghwaniएक खबर विनोद meghwani अरविंद केजरीवाल को 440 वोल्ट का झटका लगा गुजरात कोर्ट ने 25000/का जुर्माना लगाया
रविवार, 2 अप्रैल 2023
31 मार्च भोपाल में दुर्ग , सिंधी समाज ,ने उपस्थिति दर्ज कराई -vinod meghwani
Vinod meghwaniएक खबर भोपाल विनोद meghwani
31मार्च को पहली बार शहीद हेमू कालाणी शताब्दी महाउत्सव आयोजित आयोजन मे पूरे भारत से लाखो लोग भोपाल आये । दुर्ग सिंधी समाज से महेश gneshani ,किशन आहूजा , सुनील जसवानी, शंकर gneshani,सुरेश haaswani व अन्य स्मामानिय सदस्य उपस्थित थे ।
*मध्य प्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी का बजट बढ़ाकर 5 करोड़ तक किया जाएगा*
*मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा शहीद हेमू कालानी जन्म शताब्दी समारोह में की गई प्रमुख घोषणाएं*
*
भोपाल के दशहरा मैदान पर भारतीय सिंधु सभा के बैनर तले आयोजित राष्ट्रीय स्तर के सिन्धी समागम में भारतीय सिंधु सभा के राष्ट्रीय महामंत्री और मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का समाज की ओर से अभिनंदन किया। समारोह में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता दुर्गेश केसवानी भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष विकास विरानी सहित अनेक लोग मौजूद थे। इस अवसर पर लगभग एक लाख सिंधी समाज के लोगों को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अनेक घोषणा की जिनमें प्रमुख हैं
*पाठ्यक्रम में राजा दाहर,शहीद हेमू कालानी और संत कंवर राम की जीवनी शामिल होगी।
* मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में सिंधु दर्शन लद्दाख जाने के लिए ₹25000 का अनुदान दिया जाएगा ।
*मध्य प्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी का बजट बढ़ाकर 5 करोड़ तक किया जाएगा ।
*शहीद हेमू कालानी की प्रतिमा राजधानी में मनुआ भान टेकरी में लगाने के साथ ही जबलपुर और इंदौर में भी स्थापित की जाएगी।
*भोपाल में सिंधु संस्कृति की जानकारी देने वाले संग्रहालय प्रारंभ किया जाएगा। कला दीर्घाऐं बनेंगी।
*राजस्व समस्याओं का हल निकालने के लिए भी मापदंड निर्धारित किए गए हैं ताकि विस्थापित नागरिकों को रियायती दर पर पट्टे मिल जाएं।
शनिवार, 1 अप्रैल 2023
दुनिया को याद रखना होगा आज जो पाकिस्तान है पूर्व मे वो ,,हिन्दुस्तान ,,था --RRS प्रमुख मोहन भागवत जी
Vinod एक खबर विनोद meghwani
RSS Chief Mohan Bhagwat in Bhopal: भागवत ने बताया, कैसे पूरा होगा अखंड भारत का सपना?
शुक्रवार को संघ प्रमुख मोहन भागवत भोपाल में थे...जहां उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी हेमू कालानी के जन्म शताब्दी समारोह के दौरान अखंड भारत को लेकर बड़ा बयान दिया...मोहन भागवत ने कहा कि 1947 में भारत का जो बंटवारा हुआ था, वो कृत्रिम था...आर्टिफिशियल था.,,,,उनके इस बयान के बहुत मतलब निकल रहे है। उन्होंने काहा की सिंधी लोग विभाजन के समय भारत के एक हिस्से को छोड़ कर दूसरे हिस्से में आ गए ,,,,,पर दुनिया को याद रखना है आज जो पाकिस्तान है वो पूर्व मे हिन्दुस्तान था,,,,
मंगलवार, 21 मार्च 2023
रविवार, 19 मार्च 2023
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी पत्रकारों को सुरक्षा -vinod meghwani
Vinod meghwaniएक खबर संपादक रायपुर
विनोद meghwawani अब प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून को भूपेश कैबिनेट से अनुमति मिलने के बाद इसे पत्रकारों के लिए काफी अहम माना जा रहा है.
पत्रकार सुरक्षा कानून के अंतर्गत इन पत्रकारों को मिलेगा लाभ:
// //
जिनका पिछले 3 माह में कम से कम 6 आर्टिकल जनसंचार माध्यम में पब्लिश हुए होऐसा व्यक्ति जिसे पिछले 6 माह में किसी मीडिया संस्थान से समाचार संकलन के लिए कम से कम 3 बार भुगतान किया गया हो.ऐसा व्यक्ति जिसके फोटोग्राफ पिछले 3 माह की अवधि में कम से कम 3 बार प्रकाशित हुए हों.स्तंभकार अथवा स्वतंत्र पत्रकार, जिसके कार्य पिछले 6 माह के दौरान 6 बार प्रकाशित/प्रसारित हुए हों.ऐसा व्यक्ति जिसके विचार/मत पिछले तीन माह के दौरान कम से कम 6 बार जनसंचार में प्रतिवेदित हुए हों.ऐसा व्यक्ति, जिसके पास मीडिया संस्थान के सदस्य होने का आईडी कार्ड या पत्र हो.
पत्रकारों के पंजीयन के लिए होगा अथॉरिटी का गठन:पत्रकारों के पंजीकरण के लिए भी सरकार अथॉरिटी का निर्माण करेगी. कानून प्रभावी होने के 30 दिन के भीतर सरकार पत्रकारों के पंजीकरण हेतु अथॉरिटी नियुक्त करेगी. अथॉरिटी का सचिव जनसम्पर्क विभाग के अतिरिक्त संचालक और उसके उपर के पद वाले व्यक्ति को बनाया जाएगा. इसमें दो मीडियाकर्मी भी होंगे, जिनकी वरिष्ठता कम से कम 10 वर्ष होगी. इनमें से एक महिला मीडियाकर्मी भी होंगी, जो छत्तीसगढ़ में कार्य कर रही हों. अथॉरिटी में शामिल मीडिया कर्मी का कार्यकाल दो साल का ही होगा. कोई भी पत्रकार 2 साल के कार्यकाल से अधिक समय अथॉरिटी का मेंबर नहीं रह सकता.
पत्रकारों की सुरक्षा के लिए समिति का भी होगा गठन:पत्रकार सुरक्षा कानून लागू होने के 30 दिन के भीतर पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एक समिति का गठन करेगी. यह समिति पत्रकारों की प्रताड़ना, धमकी या हिंसा, गलत तरीके से अभियोग लगाने और पत्रकारों को गिरफ्तार करने संबंधी शिकायत दर्ज होगी। छत्तीसगढ़ में पत्रकारों को मिला सुरक्षा कानून
कौन होगा समिति का सदस्य: इस समिति का सदस्य कोई पुलिस अधिकारी, जो अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक से निम्न पद का न हो. जनसम्पर्क विभाग के विभाग प्रमुख, तीन पत्रकार, जिन्हें कम से कम 12 वर्षों का अनुभव हो. जिनमें एक महिला पत्रकार सदस्य होगी. इस समिति में नियुक्त पत्रकारों का कार्यकाल भी दो साल का होगा. कोई भी पत्रकार दो साल से ज्यादा इस समिति का हिस्सा नहीं बना रह सकता है.
पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए उठाए जाएंगे कदम: इतना ही नहीं पत्रकारों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के लिए सरकार एक वेबसाइट का निर्माण भी कराएगी. जिसमें जर्नलिस्ट से संबंधित सभी सूचना और शिकायत या उसके संबंध में कार्रवाई रिकॉर्ड की जाएगी. जो इस अधिनियम के निर्देश के अंतर्गत होगा. लेकिन जानकारी अपलोड करते समय यदि व्यक्ति की सुरक्षा प्रभावित हो, तो शासन ऐसे सभी जरूरी उपाय करेगी, जिसमें संबंधित व्यक्ति की गोपनीयता बरकरार रहे.
जिलों में होगी जोखिम प्रबंधन की इकाईयां: पत्रकार सुरक्षा कानून लागू हो जाने के बाद पत्रकारों की सुरक्षा के लिए समिति का गठन होगा. जिसके 30 दिन के बाद सरकार प्रदेश के सभी जिलों मे जोखिम प्रबंधन इकाई गठित करेगी. इस इकाई के मेंबर जिला कलेक्टर, जिले के जनसम्पर्क अधिकारी, एसपी और दो पत्रकार भी शामिल होंगे. जिनके काम का अनुभव कम से कम 07 साल हो. इन 02 पत्रकारों में 01 महिला पत्रकार भी होगी. ये संबंधित जिले के ही निवासी होंगे. इकाई के पत्रकारों का कार्यकाल 02 साल का होगा. ये मेंबर भी दो कार्यकाल तक ही इकाई के सदस्य रह सकेंगे.
जोखिम प्रबंधन इकाई करेगी पत्रकारों की मदद: पत्रकार सुरक्षा कानून लागू होने के बाद पात्र जिस पत्रकार को सुरक्षा की आवश्यकता होगी. उसके सबसे नजदीक स्थित जोखिम प्रबंधन इकाई प्रताड़ना, धमकी, हिंसा की सूचना और शिकायत मिलने पर उसे देखेगी. प्रताड़ना, धमकी, हिंसा से संबंधित सभी शिकायतें या सूचना प्राप्त होने पर उसे तत्काल सुरक्षा दिया जायेगा. जिसके बाद तुरंत संबंधित जोखिम प्रबंधन इकाई करेगा।
शनिवार, 18 मार्च 2023
आप माधुरी दीक्षित की तरह सुंदर रहना चाहती है हमेशा ये करे -vinod meghwani
Vinod meghwaniएक खबर
विनोद meghwani
सलाह बहुत साधारण है , परन्तु
जीवन में बेहद उपयोगी है , इसलिए
अधिकाधिक महिलाओं तक
पहुँचनी चाहिए, ताकि महिलाएं
स्वस्थ जीवन जी सकें.
★
आप घर के सारे काम
एक बार में ही खत्म नहीं कर सकती,
क्योंकि ये अन्तहीन हैं.
जिन महिलाओं ने
ऐसा करने की कोशिश की,
वे बीमार हो गई या जल्दी ही
भगवान को प्यारी हो गई.
★
काम के बीच में
अपने आराम का भी समय निकालिए,
यह कोई पाप नहीं है.
थोड़ी देर पैर फैलाकर
सोफे, बिस्तर या फर्श पर बैठिये.
थोड़ी देर कुछ मूंगफली, फूले हुए मक्का
या भुने हुए चने के दाने खाइए.
कोई मनपसंद गीत गुनगुनाइए या सुनिए,
अपनी मनपसंद पुस्तक पढ़िये.
आप जल्दी ही आराम महसूस करेंगी.
★
घर के काम करते हुए
यदि सिर में दर्द हो गया हो,
बहुत थकान हो रही हो, तो
थोडी देर के लिए एक झपकी ले लीजिये.
यकीन मानिए, आपका सिरदर्द, थकान
छूमन्तर हो जायेगी.
जिन्होंने आराम को हराम समझा,
वे अपने परिवार से जल्दी ही
विदा हो गई.
★
सोने के लिए कभी भी नींद या
नशे की गोलियों का सहारा मत लीजिये.
इनके बुरे प्रभाव से दिमाग और शरीर के
अनेक अंग खराब हो जाते हैं.
भूलने की समस्या पैदा हो जाती है.
सोने के लिए अपने दिमाग को
शान्त कीजिये, सोचिये मत,
चिन्ता बिल्कुल मत कीजिये.
सब कुछ अपने समय पर ही
सही हो जाता है.
चिन्ता करने से आप शरीर में
Diabetes, Hypertension (BP),
Heart stroke, brain stroke,
किड़नी और लीवर की बीमारियों
आदि की शिकार हो सकती हैं.
★
कुछ समय प्रकृति के सानिध्य में भी
गुजारिए. किसी पार्क या उपवन में
आराम से बैठिये. कुछ सोचिये मत,
लम्बी साँस लीजिये और बस ...
फूलों, पौधों तथा तितलियों जैसे
छोटे-छोटे जीव जन्तुओं को
ध्यान से देखकर
ईश्वर की कारीगरी की तारीफ कीजिये.
उठकर वापस चलने की जल्दी
बिल्कुल मत कीजिये.
आपका सारा तनाव
छूमन्तर हो जायेगा.
★.
कभी अपने बैड़रूम या बाथरूम
में लगे दर्पण के सामने खड़े होकर
अपने आपको निहारिए, सँवारिये.
इसलिये नहीं कि ... आपको
किसी पार्टी में जाना है या
किसी को दिखाना है,
बस अपने लिए,
अपने खुद के लिए
स्वयं पर ध्यान दीजिये.
मन करे तो अपने शीशे के सामने
थोड़ा मुस्कुराइए, हँसिये या फिर
कुछ गुनगुनाकर डाँस कीजिये.
उन पलों को याद कीजिये जब आपके
पतिदेव आपकी सुन्दरता की
खुलकर तारीफ किया करते थे.
यदि आपको अपनी आँखों के नीचे
काले घेरे या त्वचा पर झुर्रियाँ नजर आयें
तो अपने आप पर तरस मत खाइये,
बस थोड़ी सी मलाई, दो बूंद नीबू का रस ,
दो बूंद शहद ,और एक चुटकी हल्दी ,
अपनी त्वचा पर मलिये और
धीरे धीरे मालिश कीजिये.
बाद में किसी हल्के फेशवॉश से
मुँह धो लीजिए. यकीन मानिए,
आप स्वयं को सुन्दर और
तरोताज़ा महसूस करेंगी.
★.
किसी दिन जरा सा समय मिले तो
अपनी यादों का पिटारा,
अपनी शादी की अलबम खोल लीजिए.
उन पलों और उनसे जुड़ी हँसी ठिठोली को
याद कीजिये. निश्चित ही आपके चेहरे पर
अद्भुत मुस्कान आ जायेगी.
बुरी यादों को
मकड़ी के गन्दे जालों की तरह
झाड़ कर बाहर फेंक दीजिये.
★.
यदि मन करे तो कभी कभी
अपने लिए भी बाहर से कोई स्नैक या
सॉफ्टड्रिंक, जूस आदि लेकर
उसका आनन्द लीजिए.
आप हमेशा ही परिवार, बच्चों, पौत्रों
आदि के बारे में सोचती रही हैं.
कभी कभी अपने लिए भी कुछ लीजिये.
★.
घर में काम ज्यादा हो तो
घर में ऐसी मशीनें (Gadgets) लाइये
जिनसे कुछ काम आसान हो जायें.
जरूरत हो तो किसी कामवाली बाई की
मदद भी लीजिये, मगर
◆ रसोई में खाना बनाना और परोसना
अपने हाथ में ही रखिये.
बच्चों और आपके पतिदेव को
इतने प्यार से दूसरा कोई
भोजन नहीं करा सकता जितना कि
आप स्वयं.
अधिक काम से अधिक तनाव होता है
और यह अनजाने में ही लाखों लोगों की
जान ले लेता है.
★.
यदि आपकी तबीयत ठीक नहीं है
और आप बीमार हैं , तो यह छुपाइये मत.
इसके लिए सही डॉक्टर, हास्पिटल
आदि से इलाज लेकर
सही उपचार लीजिए.
समय से इलाज मिलने पर बीमारी
गम्भीर रूप धारण नहीं कर पायेगी.
यह आपके जीवन का प्रश्न है
इसमें लापरवाही बिल्कुल मत कीजिये.
★.
समय समय पर अपना BP, Sugar
चैक करते रहिये,
चाहे आप बीमार हों या नहीं,
इससे कोई बीमारी होने से पहले ही
पता चल जाता है और
परेशानी गम्भीर नहीं हो पाती.
★.
यह हमेशा याद रखिये कि आप
अपने परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं,
भले ही कोई आपको यह जताये या नहीं.
आपकी अनुपस्थिति में परिवार
बिखर जायेगा, परेशान हो जायेगा, इसलिए
अपना पूरा ध्यान रखना भी
आपकी ही जिम्मेदारी है.
🎯 ठीक लगे तो इस बात को
अपनी हर उस मित्र तक पहुँचाइए
जिसे आप वास्तव में
स्वस्थ देखना चाहते हो । 🙏🥰
सदस्यता लें
संदेश (Atom)
बंद कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से अंधी कमाई
Vinod raja meghwani (sampadak),,,, बन्द कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से अंधी कमाई कितनी हे,,,?????
-
Vinod raja meghwani (sampadak ) जम्मू कश्मीर में बीजेपी चुनाव हराने के बाद भी ,,सरकार ,,मोदी की होगी
-
Vinod raja meghwani (sampadak)एक खबर सूत्रों से मिली अनुसार रायपुर में एक बार फिर MMI haspitl प्रबंधन की लापरवाही की वजह रायपुर सिंधी समाज क...
-
Vinod raja meghwani (sampadak),,,, बन्द कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से अंधी कमाई कितनी हे,,,?????