Vinod meghwaniबीजेपी की 3 राज्यों मे जीत के बाद क्या पार्टी मे असंतोष बढ़ेगा क्या पार्टी मे भविष्य मे बगावत होगी - विनोद मेघवानी
,,,,एक खबर विशेष रिपोर्ट मोदी जी अपने आप मे एक किताब है जिसके पन्ने पलटते जाओ ओर नए किस्से पड़ते जाओ आप मोदी जी के अतीत मे झाँकेंगे तो आपको पचीस तीस साल का अतीत स्पष्ट दिखेगा की मोदी जी दस साल से प्रधानमंत्री हे ओर उससे पहले पंद्रह साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे । ओर उससे पहले मोदी जी के अतीत मे झंकाने पर गहन अंधकार मिलेगा या उजाला ये हमारा विषय नही हे हम वर्तमान मे चले रहे परिदुष्य पर चर्चा करते हे की तीन राज्यों मे बीजेपी को जीत मिली उसके भविष्य कैसे परिणाम आएंगे । मोदी जी 24 अपनी ताजपोशी को लेकर शतरंज की बिसात पर चाल चल रहे हे। तीन राज्यों मे मुख्यमंत्रियों के चेहरों के बजाय ,,मोदी की गारंटी पर चुनाव लड़ा ओर उसमे विजय रहे। इसलिए अब उन राज्यों मे। नये चेहरों को मुख्यमंत्री ओर मंत्री मंडल मे शामिल कर रहे हे । तीन राज्यों सरकारे विलंब से बनने का एक ही कारण था । पार्टी मे असंतोष ओर बगावत को रोकना क्योकि ये बहुत हि बड़ा निर्णय था की पुराने नेताओं को दरकिनार करके नये चेहरों को शपथ दिलाना ।मोदी हे तो मुमकिन हे ये जुमला कहकर मोदी जी ने ये कर लिया ओर अपनी पीठ भी थपथाप ली पर हम मोदी जी के इस निर्णय से उठती बगावत की चिंगारी को देख रहे हे की तीनो राज्यों मे पुराने नेताओं का संयम टूटेगा आज नही तो कल उनको उनका जमीर झंकझोरे गा की तुम तो पंद्रह साल तक राजा रहे ओर आज संतरी हो गये ओर इसका फायदा विपक्ष ओर अन्य दलों को । अब मोदी जी की क्या रणनीति हे ये मोदी जी जाने अब की बार 400 के पार का नारा लाये हे । हो सकता हे ये मोदी हे तो मुमकिन है के जमुले पर खरा न उतरे क्योकि अब की बार एक वर्ग केंद्र सत्ता से नाराज हे ओर वो हे ,,मध्यमवर्ग ,,, क्योंकि कोई भी चुनाव होता हे उसमे सिर्फ गरीबों ओर किसानों के कर्ज माफ होते हे ओर उनके लिए सरकारी योजनोओ का पिटारा खोल दिया जाता । गरीब कब अमीर बन गय हे सरकार को मालूम ही नही ओर मध्यम वर्ग पिस्ता ही जा राहा हे । अगर मोदी जी को 24 का चुनाव जितना हे तो मध्यम वर्ग के लिए योजनाओं की बरसात करनी होगी । जय भारत मोदी हे तो मुमकिन हे
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