Vinod meghwani(संपादकीय लेख) लेखक के अपने विचार ( एक खबर )
बागी ,,,कोई ,एक दो दिन में नहीं बनता,,,बागी तब बनता जब उसके अधिकार छीन लिए जाते उसकी बात न सुनी जाए उसको बेइज्जत किया जाए,,,,बगावत की आवज बुलंद करने के लिए,,, जिगरा चाहिए । क्या ये जिगरा ,, वर्तमान ,,मुख्यमंत्री ,,एकनाथ शिंदे के पास था तो ,,,जवाब ,नहीं,,,,जिगरा,,,देवेंद्र फडणवीस के पास था ,,,वरना शिंदे ,,, गुहवाटी नहीं जा पाता । अब सवाल ये कि शिंदे ,,,,भाजपा का ,,दबाव,,, कितने दिन झेल पाएंगे ओर कितने दिन मुख्यमंत्री बने रहेंगे क्यो की ,,,,देवेंद्र,,,उप मुख्यमंत्री ,,पार्टी के दबाव मे बने,,,,,है
क्योंकि फड़णवीस के पर कतरे , मराठा वोट पर नजर . फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह तक कह दिया कि वे सरकार में शामिल नहीं होंगे । इसके बाद नड्डा ने उन्हें सरकार में शामिल होने का निर्देश दिया । दो - टूक कहा गया कि संगठन में जो दायित्व दिया जाए उसे पूरा करना होगा । • शिंदे के सीएम बनने के क्या मायने हैं ? फडणवीस और गडकरी ब्राह्मण हैं । शिंदे मराठा हैं । शिंदे को सीएम बनाने से मराठा वोटर सध सकता है । इस फैसले से यह संदेश जाएगा कि भाजपा शिवसैनिकों के साथ है । खासकर उनके , जिन्हें लगता है कि एनसीपी और कांग्रेस के लोग उनका हक मार रहे हैं । यदि बाद में कोर्ट में मामला फंसता है तो भाजपा फजीहत से बच जाएगी । •
फडणवीस की जगह शिंदे सीएम क्यों बने ? भाजपा की नजर 2024 के लोकसभा चुनाव पर है ।
फडणवीस के सीएम बनने से मराठा वोट को साधने में मुश्किल होती , क्योंकि भाजपा के पास कद्दावर मराठा नेता नहीं है । शिंदे के सीएम बनने से मराठा - ब्राह्मण कॉम्बिनेशन और कट्टर हिंदुत्व के प्लॉट पर भाजपा मजबूत होगी । . न ■ फडणवीस को डिप्टी सीएम क्यों बनाया गया ? ताकि सरकार की स्थिरता पर संकट न हो न केंद्र यह भी चाहता है कि फडणवीस खुद को महाराष्ट्र भाजपा का बेताज बादशाह न समझें । फडणवीस विरोधी नेताओं में असंतोष न हो । यह भी स्पष्ट हो गया कि फडणवीस फिलहाल केंद्रीय राजनीति में नहीं जा रहे हैं । • क्या महाराष्ट्र भाजपा में कोई असंतोष था ? महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं में यह चर्चा थी कि केंद्रीय नेतृत्व फडणवीस को तवज्जो देकर बाकी नेताओं को किनारे कर रहा है । • क्या उद्धव के सामने अस्तित्व का संकट है ? शिंदे खुद को शिवसैनिक बताते रहेंगे । वह उद्भव के साथ बचे हुए विधायकों और नेताओं को अपने पक्ष में लाने की कोशिश करेंगे । इससे उद्धव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं । पर एक बात तय,,,,,,महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री,,,,एक साल फिर बदलेगा,,,,,,कोन बनेगा,,,,??????ये तो समय बताएगा,,,
फडणवीस के सीएम बनने से मराठा वोट को साधने में मुश्किल होती , क्योंकि भाजपा के पास कद्दावर मराठा नेता नहीं है । शिंदे के सीएम बनने से मराठा - ब्राह्मण कॉम्बिनेशन और कट्टर हिंदुत्व के प्लॉट पर भाजपा मजबूत होगी । . न ■ फडणवीस को डिप्टी सीएम क्यों बनाया गया ? ताकि सरकार की स्थिरता पर संकट न हो न केंद्र यह भी चाहता है कि फडणवीस खुद को महाराष्ट्र भाजपा का बेताज बादशाह न समझें । फडणवीस विरोधी नेताओं में असंतोष न हो । यह भी स्पष्ट हो गया कि फडणवीस फिलहाल केंद्रीय राजनीति में नहीं जा रहे हैं । • क्या महाराष्ट्र भाजपा में कोई असंतोष था ? महाराष्ट्र के भाजपा नेताओं में यह चर्चा थी कि केंद्रीय नेतृत्व फडणवीस को तवज्जो देकर बाकी नेताओं को किनारे कर रहा है । • क्या उद्धव के सामने अस्तित्व का संकट है ? शिंदे खुद को शिवसैनिक बताते रहेंगे । वह उद्भव के साथ बचे हुए विधायकों और नेताओं को अपने पक्ष में लाने की कोशिश करेंगे । इससे उद्धव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं । पर एक बात तय,,,,,,महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री,,,,एक साल फिर बदलेगा,,,,,,कोन बनेगा,,,,??????ये तो समय बताएगा,,,