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अक्तूबर 14, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भारत मोटवाणी बने गुजरात सिन्धी प्रदेश सँघर्ष समिति के अध्यक्ष

एक खबर( vinod meghwani )(गुजरात सिन्धी प्रदेश के अध्यक्ष बने ,,गुजरात के भारत मोटवाणी ,,,,)  सिन्धी संस्कृति ,,,एक महान संस्कृति है जो मोअन जोधड़ो,,,,समकालीन है खोजकर्ताओ का दावा है की ,,,इन्सान को सभ्य बनाने में सिंधी संस्कृति का अहम योगदान राहा है ।  अगर अखण्ड भारत का विभाजन न हुआ होता तो सिंध,,,,का वर्चस्व,,,, पूरे विश्व मे होता क्योंकि सिंधी कौम आगे बढ़ने में ओर मेहनत करने में विश्वाश रखती है । सौ साल से ज्यादा दिन हो गये सिंध के हीरो राजा दाहिर सेन को शहीद हुऐ,,, पर,,आज भी हर सिन्धी के हीरो है और रहेंगे ,,,, अखण्ड भारत का विभाजन ,,,सिन्धी कौम की मरजी के खिलाफ हुआ । हमे केंद्र सरकार pok ओर सिंध वापस दिलाये । ओर सिंध की याद में अंडमान निकोबार का नाम बदल कर ,,सिन्धी प्रदेश रखे ये मांग है । सिन्धी प्रदेश सँघर्ष समित्ति के महासचिव की कलम से ,,,,विनोद मेघवानी