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अप्रैल 25, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सुनहरी यादें

दोस्तों राजनीति के गलियारों में कई किस्सों के चर्चे होते रहते हे ऐसा ही एक चर्चित किस्सा में आप को बताने जा राहा हूँ ।,,,विनोद मेघवानी सुनते हे स्व: इंद्रा गांधी और पूर्व प्रधान मंत्री अटल जी भाई बहन के रिश्ते से एक दूसरे को सम्भोधित करते थे बहुत स्नहे था । उस समय अजमेर के सांसद थे आचार्य कूपलानी जी ।अटल जी और आडवाणी जी सिन्धी भाषा को राष्ट्रीय भाषा की सूची में स्थान दिलाने का प्रयास कर रहे थे और लोकसभा में पास कराने के लिये बिल लाये थे ।इंद्रा जी इस बिल से सहमत थी उन्हों ने अटल जी से काहा आप ये बिल वापस लो इस बिल को सांसद आचर्य कूपलानी पेश करे ।अटल जी मान गये और उन्होंने बिल वापस लिया फिर कूपलानी जी ने बिल पेश किया और इस तरह सिन्धी भाषा को देश में आठवीं भाषा का स्थान मिला । ये बिल पास होने के बाद इंद्रा जी विदेश दौरे पे चली गई ।सिन्धी भाषा को राष्ट्रीय स्थान मिलने के बाद संसद और राज्य सभा में आचर्य कुपलानी जी ने सिन्धी भाषा में भाषण दिया 40 मिनट का आभार व्यक्त किया राज्यसभा के प्रति ,,,उन्होंने सब कुछ सिन्धी भाषा में काहा ये बात ,,,उस समय के सभापति के समझ में नही आई तो उन्होंने आचर