बुधवार, 13 जनवरी 2021

राजनीति पार्ट 1

 कहानी ,,पार्ट 1,,,,लेखक,,, *"राजनीति"*,विनोद मेघवानी ,,,दिल्ली के फाइव स्टार होटल के रूम न. 420 गहमा गहमी का माहौल था,,,,मि. अंबानी  आप प्रधानमंत्री नही बन सकते हमारी पार्टी के समर्थन के बिना । हाथ मे जलती हुई ब्लेक सिगरेट का लंम्बा कश लिया और उसका धुंआ,,,सामने बैठे शख्स ,,राम शुक्ला,,,,,के चहरे फेंकते हुऐ जय अंबानी मुस्कुराते हुऐ काहा शुक्ला जी आप सही कह रहे आपकी पार्टी के समर्थन बिना हम प्रधानमंत्री नही बन सकते पर हम किसी भी कीमत पर, प्रधानमंत्री, बन के रहेंगे । शुक्ला जी आप अपनी कीमत,,,बोलो क्या चाहिए तुम्हे । राम शुक्ला 5 फिट 3 इंच लम्बाई गोरा रंग नीली आंखे जिनमे गिरगिट की तरह क्षमता थी फर्क इतना था गिरगिट ,,रंग, बदलने माहिर होता है और ,राम शुक्ला , पार्टी बदलने में ।  राम शुक्ला अब तक कितनी पार्टी बदल चुके है और अनेकों बार केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके है । राम शुक्ला ,,बमबारी,, से नो बार सांसद बन चुके है इनकी एक खासियत है,,ये पार्टी बदलने में माहिर,,,,पर अपनी जनता कभी नही बदलते  ,,बमबारी जिले जनता के लिये बहुत कार्य किये जनता की नजरों में वो नायक है । राम शुक्ला का एक ही (तकिया कलाम) ,,डायलॉग ,, है ,,जँहा ,,, *" सही और गलत में फैसला नही हो पाता ,,,में वही राजनीति करता हु,,,राजनीति मेरी भूख है "* वही राम शुक्ला ,,,,,,जिसके साथ जय अंबानी ,,प्रधानमंत्री बनने के मीटिंग कर राहा था । आगे की कहानी के लीये ,, इंतजार करें ,,,,विनोद मेघवानी ,,,नोट - ये कहानी काल्पनिक है इसका वास्तविक्ता के पात्रों से कोई सबन्ध नही इसके लीये लेखक जिम्मेदार नही


राजनीति

 कहानी ,,पार्ट 1,,,,लेखक,,, *"राजनीति"*,विनोद मेघवानी ,,,दिल्ली के फाइव स्टार होटल के रूम न. 420 गहमा गहमी का माहौल था,,,,मि. अंबानी  आप प्रधानमंत्री नही बन सकते हमारी पार्टी के समर्थन के बिना । हाथ मे जलती हुई ब्लेक सिगरेट का लंम्बा कश लिया और उसका धुंआ,,,सामने बैठे शख्स ,,राम शुक्ला,,,,,के चहरे फेंकते हुऐ जय अंबानी मुस्कुराते हुऐ काहा शुक्ला जी आप सही कह रहे आपकी पार्टी के समर्थन बिना हम प्रधानमंत्री नही बन सकते पर हम किसी भी कीमत पर, प्रधानमंत्री, बन के रहेंगे । शुक्ला जी आप अपनी कीमत,,,बोलो क्या चाहिए तुम्हे । राम शुक्ला 5 फिट 3 इंच लम्बाई गोरा रंग नीली आंखे जिनमे गिरगिट की तरह क्षमता थी फर्क इतना था गिरगिट ,,रंग, बदलने माहिर होता है और ,राम शुक्ला , पार्टी बदलने में ।  राम शुक्ला अब तक कितनी पार्टी बदल चुके है और अनेकों बार केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके है । राम शुक्ला ,,बमबारी,, से नो बार सांसद बन चुके है इनकी एक खासियत है,,ये पार्टी बदलने में माहिर,,,,पर अपनी जनता कभी नही बदलते  ,,बमबारी जिले जनता के लिये बहुत कार्य किये जनता की नजरों में वो नायक है । राम शुक्ला का एक ही (तकिया कलाम) ,,डायलॉग ,, है ,,जँहा ,,, *" सही और गलत में फैसला नही हो पाता ,,,में वही राजनीति करता हु,,,राजनीति मेरी भूख है "* वही राम शुक्ला ,,,,,,जिसके साथ जय अंबानी ,,प्रधानमंत्री बनने के मीटिंग कर राहा था । आगे की कहानी के लीये ,, इंतजार करें ,,,,विनोद मेघवानी ,,,नोट - ये कहानी काल्पनिक है इसका वास्तविक्ता के पात्रों से कोई सबन्ध नही इसके लीये लेखक जिम्मेदार नही

बंद कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से अंधी कमाई

Vinod raja meghwani (sampadak),,,, बन्द कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से  अंधी कमाई कितनी हे,,,?????