शुक्रवार, 17 जून 2022

20,21को योग शिविर का आयोजन , सुहीडी सोच ,व सिंधी पंचायतों के सहयोग से होगा -


Vinod meghwaniरायपुर उत्तर के पूर्व विधायक पूज्य छतीसगढ़ सिंधी पंचायत के प्रदेश अध्यक्ष  आदरणीय श्रीचंद सुंदरानी जी  ने एक खबर को बताया की 20,21को सुबह 6 बजे से सुहिडी सोच व सिंधी पंचायतों के सहयोग से, योग शिविर ,का आयोजन किया जा रहा है ।जिसका अधिक से अधिक जन मानस लाभ ले

अग्निपथ योजना की सटीक जानकारी


ओशो विनोददुनिया के सबसे ,,चर्चित ,,ओशो विनोद,,की केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना पर खास रिपोर्ट,,,अग्निपथ योजना: 
की जानकारी,,,,
उन युवाओं के लिए जो भ्रमित हो रहे है ,,एक खबर ,,,ओशो,,,विनोद ,,,,,,,,,,, 
ये योजना देश हित मे जो देश भक्ति का ज्जबा पैदा करेगी हर युवा मे,,,,,osho,,,vinod 

यह देशभक्त और प्रेरित युवाओं को चार साल की अवधि के लिये सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति देता है। 
इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा और युवा कुछ समय के लिये सेना में भर्ती हो सकेंगे। 
नई योजना के तहत लगभग 45,000 से 50,000 सैनिकों की सालाना भर्ती की जाएगी और अधिकांश केवल चार वर्षों में सेवा छोड़ देंगे। 
हालांँकि चार साल के बाद बैच के केवल 25% को ही 15 साल की अवधि के लिये उनकी संबंधित सेवाओं में वापस भर्ती किया जाएगा। 
पात्रता मापदंड: 
यह केवल अधिकारी रैंक से नीचे के कर्मियों के लिये है (जो कमीशन अधिकारी के रूप में सेना में शामिल नहीं होते हैं)। 
कमीशन अधिकारी सेना के उच्चतम रैंक के अधिकारी हैं।   
कमीशन अधिकारी भारतीय सशस्त्र बलों में एक विशेष रैंक रखते हैं। वे अक्सर राष्ट्रपति की संप्रभु शक्ति के तहत कमीशन किये जाते हैं और उन्हें आधिकारिक तौर पर देश की रक्षा करने का निर्देश होता है। 
17.5 वर्ष से 23 वर्ष की आयु के बीच के उम्मीदवार आवेदन करने के लिये पात्र होंगे। 
उद्देश्य: 
इसका उद्देश्य देशभक्त और प्रेरित युवाओं को 'जोश' और 'जज्बे' के साथ सशस्त्र बलों में शामिल होने का अवसर प्रदान करना है। 
इससे भारतीय सशस्त्र बलों की औसत आयु प्रोफाइल में लगभग 4 से 5 वर्ष की कमी आने की उम्मीद है। 
इस योजना में यह परिकल्पना की गई है कि सशस्त्र बलों में वर्तमान में औसत आयु 32 वर्ष है, जो 6-7 वर्ष घटकर 26 वर्ष हो जाएगी। 
अग्निवीरों को लाभ: 
सेवा के 4 वर्ष पूरे होने पर अग्निवीरों को 11.71 लाख रुपए का एकमुश्त 'सेवा निधि' पैकेज का भुगतान किया जाएगा जिसमें उनका अर्जित ब्याज शामिल होगा। 
उन्हें चार साल के लिये 48 लाख रुपए का जीवन बीमा कवर भी मिलेगा। 
मृत्यु के मामले में भुगतान न किये गए कार्यकाल के लिये वेतन सहित 1 करोड़ रुपए से अधिक की राशि होगी। 
सरकार चार साल बाद सेवा छोड़ने वाले सैनिकों के पुनर्वास में मदद करेगी। उन्हें स्किल सर्टिफिकेट और ब्रिज कोर्स (Bridge Courses) प्रदान किये जाएंँगे। 
संबंधित चिंताएंँ: 
दूसरी नौकरी ढूँढना मुश्किल: 
'अग्निपथ' योजना से पहले साल में थल सेना, नौसेना और वायु सेना में लगभग 45,000 सैनिकों की भर्ती चार साल के अल्पकालिक अनुबंध पर कि जाएगी। अनुबंध पूरा होने के बाद उनमें से 25% के अलावा बाकी को सेन्य सेवा से मुक्त करना होगा। 
चार साल के सेवा काल का मतलब होगा कि उसके बाद अन्य नौकरियांँ उनकी पहुंँच से बाहर होंगी और चार साल की अवधि पूरा करने वाले सैेनिक पुन: सेवा के लिये पात्र नहीं होगे। 
कोई पेंशन लाभ नहीं: 
अग्निपथ योजना के तहत नियुक्त किये गए जवानों को उनके चार साल का कार्यकाल समाप्त होने पर 11 लाख रुपए से थोड़ा अधिक की एकमुश्त राशि दी जाएगी। 
हालांकि उन्हें कोई पेंशन लाभ प्राप्त नहीं होगा, अत: ऐसी स्थिति में अधिकांश के लिये अपने और अपने परिवार का भरण-पोषण करने हेतु दूसरी नौकरी की तलाश करना ज़रूरी होगा।  
प्रशिक्षण अप्रयुक्त रहना: 
सेना अनुभवी सैनिकों को खो देगी। 
थल सेना, नौसेना और वायु सेना में शामिल होने वाले जवानों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे चल रहे अभियानों में सहयोग कर सकें लेकिन ये पुरुष और महिलाएँ चार साल बाद सेवा से बाहर हो जाएंगे, जो एक शून्य कि स्थिति पैदा कर सकता है। 
देश के लिये ऐसे कदम का महत्त्व: 
भविष्य के लिये तैयार सैनिक:  
यह "भविष्य के लिये तैयार" सैनिकों का निर्माण करेगा। 
रोज़गार के अधिक अवसर:  
इससे रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे और चार साल की सेवा के दौरान प्राप्त कौशल और अनुभव के कारण ऐसे सैनिकों को विभिन्न क्षेत्रों में रोज़गार मिलेगा।

बंद कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से अंधी कमाई

Vinod raja meghwani (sampadak),,,, बन्द कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से  अंधी कमाई कितनी हे,,,?????