सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

दिसंबर 4, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मोदी जी और देश के किसानों में,,,,टक्कर,,,

 ,, *" एक खबर (vinod meghwani )"मोदी जी की,,,,बुलन्द,,,,,,किस्मत,,,,,तकदीर,,,,से,,,,,,किसानों,,,,की तकदीर टकरा गई है ओर इस टकराहट में देश के किसान धधक रहे है । अब सवाल ये है की किसान गुस्से में क्यो है ,,,,,,,,,,,ओर मोदी जी से ओर कृषि कानून के खिलाफ क्यो है । मोदी जी के खिलाफ उठने वाली ये पहली आवाज है ,,,, *"किसानों की देश के अन्नदाता ओर देश के राजा दोनों आमने सामने है।किसान चाहत है नये कृषि कानून रद्द हो और मोदीजी इसके  खिलाफ है । ये किसान आंदोलन बिना चेहरे का है कौन है इसके पीछे । बीजेपी के कुछ नेता इसे खलिस्तान समर्थक का हाथ बता रहे कुछ लोग विपक्ष प्रायोजित कह रहे है । हमारे देश का विपक्ष है कान्हा उसमे इतनी ताकत नही ,,,,की वो इतना बड़ा आंदोलन कर सके । ये आंदोलन आम किसान का  आम जनता का है मोदी सरकार को कृषि कानून को हाल फिलहाल स्थगित रखना चाहिये यही उपाय ,,,देश और बीजेपी को सुरक्षित रख सकता "*