बुधवार, 9 सितंबर 2020

कलेक्टर ने खोया सयंम,,,,पत्रकार पर निकला ,,,,,गुस्सा,,

 सूत्रों से मिली ,एक खबर (कांकेर vinod meghwani )जिले का कलेक्टर जिले का राजा होता है और शहर वासी प्रजा इसलिये राजा को हर परस्थितियों में सयंम रखना पड़ता है । लेकिन कांकेर जिले के कलेक्टर ने अपना सयंम खो दिया और ओर निंदा के पात्र बन गए । के. एल .चौहान कलेक्टर ने पत्रकार पर आपा खोते हुए वाट्सएप ग्रुप में लिखा – “लॉकडाउन कर देंगे तो क्या ये न्यूज़ डालने वाले का बाप गरीबो को खाना देगा  ?? । कांकेर जिले में जिले के कलेक्टर के.एल चौहान द्वारा पत्रकार निपेन्द्र ठाकुर के लेख पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई !

कांकेर जिले के युवा निर्भीक पत्रकार निपेन्द्र ठाकुर ने जिला प्रशासन को अपने लेख द्वारा सुझाव दिया था कि कोरोना महामारी पूरे देश व राज्य में विकराल रुपले चुका है और कांकेर जिला भी इससे अछूता नहीं रहा है ! कांकेर कलेक्टर के कई कर्मचारि कोरोना के चपेट में आने के कारण कलेक्टर परिसर को सील करना पड़ा ! इस कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हए पत्रकार निपेन्द्र ठाकुर ने अपने लेख में कलेक्टर के.एल. चौहान को एक वाहट्सएप्प ग्रुप में सुझाव दिया कि, कांकेर जिला मुख्यालय में लॉकडाउन का निर्णय लिया जाए !

इस प्रतिक्रिया से बौखलाए कांकेर कलेक्टर के.एल.चौहान ने अपना आपा खोते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए लिखा कि-“दोबारा लॉकडाउन कर देंगे तो क्या ये न्यूज़ डालने वाले का बाप गरीबो को खाना देगा”।

कलेक्टर की इस अमर्यादित और बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद कांकेर जिले के पत्रकारों ने विरोध उनको हटाने को लेकर मौन प्रदर्शन करते हुए घड़ी चौक से होकर कलेक्टर चौक तक रैली निकली और उनका पुतला फूंका।

कांकेर कलेक्टर के एल चौहान इससे पहले भी विवादों से नाता रहा है ! इनमें सबसे चर्चित मामला कांकेर के इमलीपारा क्वारंटाइन सेंटर के ताजा मामला 580 रुपये टमाटर के खटीदने का हो । इसके पहले 2018 में भिलाई नगर निगम आयुक्त रहते उन्होंने एक सिख विसिल ब्लोअर मेहरबान सिंह को अपनी घड़ी दिखाते हुए कहा था- सरदार जी 12 बज गए तब भी उनके कारण प्रशासन की खासी किरकिरी हो चुकी है !

गरीब हो अमीर कोरोनो मरीज ईलाज निजी हॉस्पिटलों में मुफ्त हो ,,,जोगी जी


 एक खबर (vinod meghwani )रायपुर— जनता कांग्रेस प्रमुख अमित जोगी ने सरकार से मांग की है कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग बीमार, कोरोना मरीजों का निजी अस्पतालों में हो मुफ्त में इलाज कराए। छत्तीसगढ़ में निजी अस्पतालों की भागीदारी के बिना यूनिवर्सल हेल्थ केर और कोरोना की जंग जीतना असम्भव है। जनता कांग्रेस कार्यालय से जारी प्रेस नोट के अनुसार अमित जोगी ने कहा कि  सरकार निजी अस्पतालों के लिए जारी खर्च सम्बन्धी आदेश को वापस ले। ,जनता काँग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने प्रेस नोट जारी कर कहा कि सरकार सभी राशन कार्डधारी COVID-19 मरीज़ों का  प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराए। इसके पहले सम्पूर्ण खर्चा स्वयं वहन करने का एलान भी करे। अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 80 प्रतिशत आसीयू बिस्तर, वेंटिलेटर और क्रिटिकल केयर डॉक्टर निजी अस्पतालों में हैं। सरकारी अस्पतालों के भरोसे मात्र 20 प्रतिशत लोगों का ही इलाज संभव है। सरकार ने अपनी बेहद सीमित क्षमता को बड़ाने के लिए पीछले 3 महीनों में कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। अमित जोगी ने बताया कि सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों को उपचार के वास्तविक खर्चे से आधे से भी कम दरों में लोगों का इलाज करने का फ़रमान जारी किया है। जिसका नतीजा है कि गरीब और बिना बीमा वाले मरीज़ों के उपचार के लिए दरवाज़े बंद कर दिए गए हैं।  कई मरीज़ों को तो बीमारी की अवस्था में ही डिस्चार्ज करने के लिए मजबूर किया गया है।  अमित जोगी ने सरकार से सवाल भी किया है कि बताए ये लोग अब कहाँ जाएँगे ?                        प्रेस नोट में अमित जोगी जोगी के हवाल बताया गया है कि महामारी की विस्फोटक स्थिति को क़ाबू करने के लिए सरकार अपना आदेश वापस ले। सभी राशन कार्डधारी COVID-19 मरीज़ों का  प्राइवेट अस्पतालों में इलाज का पहले से सम्पूर्ण खर्चा स्वयं वहन करने का ऐलान करे। क्योंकि सच्चाई तो यह है कि छत्तीसगढ़ में निजी अस्पतालों की भागीदारी के बिना यूनिवर्सल हेल्थ केयर और कोरोना की जंग जीतना असम्भव है।

बंद कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से अंधी कमाई

Vinod raja meghwani (sampadak),,,, बन्द कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से  अंधी कमाई कितनी हे,,,?????