सोमवार, 6 जुलाई 2020

में मुत्यु को सीखता हुँ : ओशो


*""में आचार्य रजनीश भक्त नही,,,,,पर वो एक महान विचारक थे ,,,,,,,,विनोद मेघवानी"*      जिंदगी क्या है क्यों इस सवाल के चक्कर पड़ने पर कई दार्शनिक हुऐ । गौतम से बुद्ध बन गए ओर संसार को बतलाया कि जीवन का रहस्य क्या है पर उनके  उपदेशो को संसार नजरअंदाज कर राहा हैओर उनके बताये रास्ते पर संसार नही चल राहा । गुरुनानक जी और सिख पंथ के सभी गुरुओं के उपदेशों से गुरुग्रंथ साहेब बना और गीता में तो पूरा संसार समाया हुआ है । कबीर ने अपने दोहों से एक एक शब्द को मोती की माला बनाकर संसार को पहनाई  फिर भी हर मनुष्य के भीतर के सवाल कभी न कभी आ जाता है संसार क्या है जिंदगी क्या है । आचार्य रजनीश ,भगवान रजनीश, बुद्ध रजनीश, ओशो रजनीश , अपने समय के दार्शनिक रहे आचार्य रजनीश ने भी जिंदगी जीने कई उपदेश दिये अनेको जगह प्रवचन दीये । हम आपको आचार्य रजनीश से जुड़ी घटनाओं को शेयर करते है। रजनीश नाम ही अपने आप मे अनूठा है । और रजनीश के विचारों ने तो संसार को आश्चर्यचकित कर दिया था एक समय ऐसा था लोग जैसे आज सुपर स्टार के पीछे भागते है वैसे दुनिया के अमीर लोग रोल्स रॉयल कारों में बैठने वाले लोग आचार्य रजनीश के पीछे भागते थे इंडिया ही नही अमेरिका के लोग इंडिया में आकर रजनीश का स्मिप्त चाहते थे वे चाहते थे रजनीश अपने विचारों के शब्दों से उन्हें तृप्त कर दे। रजनीश की अनेक पुस्तकें पड़ने योग्य है ,एक तो बहुत ही चर्चित हुई थी,,,, *" संभोग से समाधि तक,,,,,, एके ओर पुस्तक जिसको मेने भी पड़ी थी ,,,तंतसूत्र,,,, इस पुस्तक में शिव भगवान क्या कहते वो बताया गया ,,आप कल्पना नही कर सकते ऐसे आश्चर्यजनक विवरण है इस पुस्तक में ,,अपने समय के महान ज्ञानी ओर विचारक थे  आचार्य रजनीश  । पुणे में पहला ,,,रजनीशपुरम आश्रम बना था भारत मे "उस समय के सुपर स्टार विनोद खन्ना ने संसार से सन्यास ले लिया और रजनीश भक्त बन गये उनके साथ फ़िल्म निर्देशक महेश भट्ट ने भी सन्यास लिया था ओर फिर अमेरिका में भी रजनीश ने रजनीशपुरम आश्रम बनाया रजनीश  ऐसे पहले उपदेशक थे जिनके पास अपना चार्टर प्लेन था उनके प्रवचनों में ऐसा सम्मोहन था व्यक्ति समोहित हो जाता था अमेरिका जब उनकी पॉपुलेरिटी बढ़ने लगी तो अमेरिका सरकार रजनीश के खिलाफ हो गई उनका वीजा रदद् कर दिया गया तब आचार्य रजनीश को रातो रात अमेरिका छोड़ना पड़ा अपने चार्टर प्लेन से वो इंडिया वापस आ गये उसके बाद इंडिया में उनका निधन हो गया उनके निधन के बारे में भी की विसंगतियां है एक खबर ,,,,,विनोद मेघवानी की कलम से"*

बंद कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से अंधी कमाई

Vinod raja meghwani (sampadak),,,, बन्द कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से  अंधी कमाई कितनी हे,,,?????