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जून 25, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

एकनाथ शिंदे नई पार्टी नहीं बना सकते कानून ये कहता है _विनोद meghwani

Vinod meghwaniएकनाथ शिंदे नई ,पार्टी नहीं बना सकते इसलिए,,,,अपने आप ओर मौजूदा विधायक को असली शिव सेना बता रहे( एक खबर ) विनोद meghwani  अगर एकनाथ ओर सारे विधायक बीजेपी या अन्य पार्टी मे शामिल होते है तो दल बदल कानून लागू नहीं होगा ,,,कानून ये कहता है दल-बदल का साधारण अर्थ एक-दल से दूसरे दल में सम्मिलित होना हैं। संविधान के अनुसार भारत में निम्नलिखित स्थितियाँ सम्मिलित हैं - किसी विधायक का किसी दल के टिकट पर निर्वाचित होकर उसे छोड़ देना और अन्य किसी दल में शामिल हो जाना। मौलिक सिध्दान्तों पर विधायक का अपनी पार्टी की नीति के विरुध्द योगदान करना। किसी दल को छोड़ने के बाद विधायक का निर्दलीय रहना। परन्तु पार्टी से निष्कासित किए जाने पर यह नियम लागू नहीं होगा। सारी स्थितियों पर यदि विचार करें तो दल बदल की स्थिति तब होती है जब किसी भी दल के सांसद या विधायक अपनी मर्जी से पार्टी छोड़ते हैं या पार्टी व्हिप की अवहेलना करते हैं। इस स्थिति में उनकी सदस्यता को समाप्त किया जा सकता है और उनपर दल बदल निरोधक कानून लागू होगा। पर यदि किसी पार्टी के एक साथ दो तिहाई सांसद या विधायक (पहले ये संख्या एक तिहाई