*सुहिणी सोच का मेरी लाडो हाउसफ़ुल 600 से ज़्यादा बेटियाँ माता पिता हुए लाभान्वित*
*मेरे सिर्फ़ दो बेटे है अब बहू आने के बाद मेरी बेटी की कमी पूरी हो गई है वही मेरी असली लाडो है*- मनीषा तारवानी
*"करनी हो समाज की रक्षा तो बेटी की करो सुरक्षा"-ज्योति शर्मा
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*"अपनी संस्कृति और धर्म की रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है।"- सरोज सोनी जी*
*"बात करोगे तो बात बनेगी" -सीए चेतन तारवानी*
*बेटियो को आत्मरक्षा, धर्मरक्षा हेतु प्रशिक्षित करना हर अभिभावक की जिम्मेदारी।"-रंजीता दास जी*
बेटियों की सुरक्षा के लिए अति आवश्यक है,अपने घर में आने जाने वाले काम करने वाले हर व्यक्ति की पूरी जानकारी रखना।बच्चे किससे मिलते है,और कब कहाँ जाते है ,इसकी जानकारी हर माता पिता को होनी ही चाहिए ये बातें ज्योति शर्मा जी ने सुहिणी सोच संस्था द्वारा आयोजित बेटियो एवं उनके माता पिता के लिए मैक ऑडिटोरियम, समता कॉलोनी में *मेरी लाडो* प्रशिक्षण कार्यक्रम में बताया
साथ ही उन्होंने कहा कि मोबाइल का उपयोग करते समय भी अनजान लोगो को अपनी पूरी जानकारी देना भी सुरक्षा की दृष्टि से सही नहीं होता।
ट्रेनर रंजीता दास जी ने कहा की बेटियो की आत्मरक्षा हेतु जरूरी है की उन्हें आत्मरक्षा हेतु कराते का प्रशिक्षण करवाना ,साथ ही हर बेटी हर महिला को अपने पर्स में अपनी आत्मरक्षा हेतु कुछ सुरक्षा के साधन जैसे लालमिर्च पाउडर स्प्रे, चाकू या कटर अवश्य ही रखना चाहिए, ताकि जरूरत के समय उसका उपयोग कर सके।बेटियों को शालीन कपड़े पहनने की हिदायत दी, ताकि लोगो की गंदी नजर का वो शिकार न बने। इसके अलावा उन्होंने कहा हर बच्चे को बेटियों को चाइल्ड लाइन का नंबर 1098 याद होना चाहिए।
साथ ही मोटिवेशनल ट्रेनर सीए चेतन तारवानी जी ने व्यक्तित्व विकास की बात की उन्होंने कहा की अपने हर कार्य में अपना 100 प्रतिशत देना चाहिए, जिससे आपकी सफलता निश्चित है।उन्होंने बच्चो को समझाया की अपने माता पिता की भावनाओ का सम्मान करना भी बच्चो की जिम्मेदारी बनती है।
किसी भी रिश्ते में कोई प्रॉब्लम हो,तो बात जरूर करें क्योंकि आप बात करोगे तभी बात बनेगी,और अगर आप बात करना बंद कर देंगे तो सुलह के सारे रास्ते बंद हो जाएंगे। अंत में उन्होंने "सुनने की कला" के बारे में भी विस्तार से बताया।
इंदौर से उपस्थित श्रीमती सरोज सोनी जी ने बताया कि हमे अपने बच्चो को संस्कार व धर्म के बारे में ज्ञान देना , उनको अपनी सभ्यता से अवगत कराना माता पिता का कर्तव्य बनता है,उनको अच्छे संस्कार देंगे तभी वो आगे चलकर अपने धर्म अपने पारिवारिक संबंधों को भी समझ पाएंगे। अपनी सभ्यता व संस्कृति को कायम रख पाएंगे।
इस कार्यक्रम में 600 से भी ज़्यादा लोगों से हॉल खचाखच भरा हुआ था
जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूज्य शदाणी दरबार तीर्थ से परम पूज्य संत श्री युधिष्ठिर लाल जी, जय शक्तिधाम समिती स्वामी हरिगिरि महाराज के पीठाधीश सांई रामचंद जी एवम् पूज्य मीना भाभी मां,छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के प्रदेश अध्यक्ष श्री चंद सुंदरानी जी, भारतीय सिंधु सभा युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीए चेतन तारवानी जी , ट्रेनर के रूप में इंदौर से सरोज सोनी जी ,बिलासपुर से रंजीता दास जी एवम् भिलाई से ज्योति शर्मा जी जी उपस्थित हुई। इस कार्यक्रम की शुरुवात दीप प्रज्ज्वलन, गायत्री मंत्र, राष्ट्रगान, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवम् अतिथियों के स्वागत- सम्मान एवम् अध्यक्ष विद्या गंगवानी के स्वागत भाषण से हुई उन्होंने स्वागत भाषण में अतिथियों के स्वागत के साथ बताया की सुहिणी सोच पंजीकृत संस्था है ज़ो सोसायटी ऐक्ट छतीसगढ़ में तथा इंकम टैक्स की धारा 12एबी एवं 80जी में एवं केंद्रीय सरकार के नीति आयोग में रजिस्टर है
इसके बाद सुहिणी सोच की फाउंडर मनीषा तारवानी जी ने कहा मेरे सिर्फ़ दो बेटे है अब बहू आने के बाद मेरी बेटी की कमी पूरी हो गई है वही मेरी लाडो है और उन्होंने बताया बेटियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम कर गौरान्वित महसूस कर रही है क्योंकि बेटी सिर्फ़ बेटी नहीं वो वंस की जन्मदाता होने वाली है साथ ही सभी सदस्यों के कार्यों एवम् सहयोग की सराहना की।
इसके पश्चात कार्यक्रम में पधारे परम पूज्य संत श्री युधिष्ठिर लाल जी ने अपने उदबोधन में सुहिणी सोच द्वारा आयोजित *मेरी लाडो* प्रशिक्षण कार्यक्रम को बेटियों के लिए ,समाज के लिए ,हर धर्म की रक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण बताया।साथ ही ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन हेतु सबको आशीर्वचन व अपना आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रायोजकों का सम्मान स्मृति चिन्ह देकर किया गया और सभी उपस्थित अतिथिगणों व परम पूज्य सांई युधिष्ठिर लाल जी व उल्हास नगर से पधारे साई रामचन्द जी व भाभी मां का स्वागत कर आशीर्वाद लिया ।
इस पूरे कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम निर्देशक दीक्षा बुधवानी एवम् पूनम बजाज ने किया।
कार्यक्रम में सभी अभिभावक अपने अपने बच्चो के साथ उपस्थित थे,साथ ही प्रायोजक भी उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में सुहिणी सोच की फाउंडर मनीषा तारवानी,अध्यक्ष विद्या गंगवानी,सचिव करिश्मा कमलानी, पूर्व अध्यक्ष काजल लालवानी, उपाध्यक्ष दीक्षा बुधवानी, पल्लवी चिमनानी,जूही दरयानी,ज्योति बुधवानी,कोषाध्यक्ष सुमन पाहुजा, सहसचिव आरती कोडवानी, ग्रीटर सोनम माधवानी, मीडिया प्रभारी माही बुलानी,संगीता पुरी सोनिया इसरानी एवम् पूरी कार्यकारिणी व अन्य सदस्य अपने परिवार के साथ उपस्थित थे। कार्यक्रम की समाप्ति सचिव करिश्मा कमलानी के आभार प्रदर्शन से की गई।
यह प्रेस विज्ञप्ति मीडिया प्रभारी माही बुलानी द्वारा जारी की गई।
माही बुलानी
मीडिया प्रभारी
9993150008