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अगस्त 2, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

करनी हो समाज की र क्षा तो बेटी को सुरक्षा करो

Vinod meghwaniएक खबर ( vinod meghwani ) *सुहिणी सोच का मेरी लाडो हाउसफ़ुल 600 से ज़्यादा बेटियाँ माता पिता हुए लाभान्वित* *मेरे सिर्फ़ दो बेटे है अब बहू आने के बाद मेरी बेटी की कमी पूरी हो गई है वही मेरी असली लाडो है*- मनीषा तारवानी  *"करनी हो समाज की रक्षा तो बेटी की करो सुरक्षा"-ज्योति शर्मा है * *"अपनी संस्कृति और धर्म की रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है।"- सरोज सोनी जी*  *"बात करोगे तो बात बनेगी"  -सीए चेतन तारवानी* *बेटियो को आत्मरक्षा, धर्मरक्षा हेतु प्रशिक्षित करना  हर अभिभावक की जिम्मेदारी।"-रंजीता दास जी*  बेटियों  की सुरक्षा के लिए अति आवश्यक है,अपने घर में आने जाने वाले काम करने वाले हर व्यक्ति की पूरी जानकारी रखना।बच्चे किससे मिलते है,और कब कहाँ जाते है ,इसकी जानकारी  हर माता पिता को होनी ही चाहिए ये बातें ज्योति शर्मा जी  ने सुहिणी सोच संस्था द्वारा आयोजित बेटियो एवं उनके माता पिता के लिए   मैक ऑडिटोरियम, समता कॉलोनी  में  *मेरी लाडो* प्रशिक्षण कार्यक्रम में बताया साथ ही उन्होंने कहा कि  मोबाइल का उपयोग  करते समय भी अनजान लोगो को  अपनी पूर

Amir Khan is the silent killer of Hindugenium, the murderer of Hindu culture????,,,

Vinod meghwaniAmir Khan is the silent killer of Hindugenium, the murderer of Hindu culture????,,, एक खबर ( विनोद meghwani )बालीवुड नहीं (मुस्मालिक वर्ड कहे भारतीय सिनेमा को तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी ।अमीर खान हिंदुजीनियम का साइलेंट किलर है । ( हिन्दू संस्कृति का कातिल )....जाकिर नाइक से ज्यादा खतरनाक क्यों हैं आमिर? आमिर एक बहुत ही बुद्धिमान ऑपरेटर है। सलमान खान या शाहरुख खान के विपरीत,उन्होंने अपने रोल को शुरू से ही बहुत अच्छी तरह से निभाया। उन्होंने सरफरोश, लगान और मंगल पांडे जैसी सुपर-देशभक्ति फिल्में बनाईं और देशभक्त भारतीयों की स्वीकृति और विश्वास हासिल किया। फिर उन्होंने चुपके से और सूक्ष्मता से अपनी फिल्मों में अपना एजेंडा डालना शुरू कर दिया। रंग दे बसंती का ही उदाहरण लें। हर कोई जिसने इसे देखा वह जॉर्ज फर्नांडीस और भाजपा सरकार से नफरत करता था क्योंकि उसने रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार के साथ पैसा कमाया। सोनिया गांधी ने तहलका घोटाले में तरुण तेजपाल जैसे लोगों का इस्तेमाल करके यही साबित करने की कोशिश की थी।और कौन जानता है कि कारगिल युद्ध में उन्हें हराने वाले लोगों को अपने ही देश