Vinod meghwaniएक खबर विनोद mwghwani सूत्रों मिली जानकारी अनुसार अतीक से बड़ा गुंडा बनना चाहते थे इसलिए ,,,अतीक की हत्या की
गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की गोली मारकर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार तीन आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे गिरोह का सफाया कर अपना नाम बनाना चाहते थे. पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें ये बात कही गई है.।
शनिवार रात मीडिया से बातचीत के दौरान पत्रकार बनकर आए तीन आरोपियों ने अतीक और अशरफ की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी, जब पुलिसकर्मी उन्हें जांच के लिए मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे.
शाहगंज थाने के एसएचओ राजेश कुमार मौर्य ने रविवार को बताया कि 'तीनों हमलावरों की पहचान बांदा निवासी 22 वर्षीय लवलेश तिवारी, हमीरपुर निवासी 23 वर्षीय मोहित उर्फ सन्नी और कासगंज निवासी 18 वर्षीय अरुण मौर्य के रूप में हुई है.' उन्होंने कहा कि तीनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और 307 के साथ-साथ शस्त्र अधिनियम के तहत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है. ।
अतीक और अशरफ की हत्या.
'कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे...' अतीक और अशरफ की हत्या के बाद पुलिस से बोले आरोपी
प्रयागराज मेडिकल कॉलेज के बाहर तीन लोगों ने कर दी अतीक व अशरफ की हत्या।
अतीक-अशरफ हत्याकांड की होगी न्यायिक जांच, CM योगी के आदेश पर आयोग गठित ।
अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या, प्रयागराज में कैमरे के सामने मर्डर
'ये सब मिली-जुली साजिश...', अतीक-अशरफ की हत्या पर बोले SP नेता अबू आजमी
मर्डर से जुड़े सवालों पर पुलिस के साथ टालमटोल कर रहा अतीक अहमद
अरुण ने कहा 'कब तक छोटे-मोटे शूटर रहेंगे...' अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद पुलिस से बोले आरोपी
पुलिस ने मौके से वारदात में इस्तेमाल हथियार बरामद किए हैं. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे अतीक और अशरफ के गिरोह का सफाया कर राज्य में अपना नाम और पहचान बनाना चाहते हैं और इसका फायदा उन्हें भविष्य में जरूर मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि वे वारदात को अंजाम देने के बाद भाग नहीं सकते थे, पुलिस ने पकड़ लिया
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सोशल प्रिंट मीडिया अखबार( न्यूज पॉर्टल) एक खबर का सर्वेसर्वा अधिकार विनोद meghwani का है एक खबर के मुख्य संपादक विनोद meghwani है एक खबर ब्लॉग पर देश विदेश के न्यूज चैनल का युटुयब के वीडियो ओर राज्य ,छत्तीसगढ़ ,बॉलीवुड , हॉलीवुड, व्यंग ,हास्य अन्य लेख हिंदी, सिन्धी, उर्दू, अंग्रेजी अन्य विश्व की भाषाओ में ( सूचना आम जनता के लिये एक खबर में छपे लेख पे किसी प्रकार की आपत्ति या वाद विवाद का निपटारा दुर्ग न्यायालय के अंतर्गत होगा संपादक ,,,विनोद मेघवानी ,,
आतंकियों का भी एक दौर होता है, जिसमें वे अपनी बुलंदी दिखाते रहते हैं. उनकी देखादेखी नई बीज भी उग आतीं हैं. नये खून मेँ जोश तो होता ही है, जिसका स्वागत किया जाना होता है.सबका अन्त तय समय पर होता है. बहुतों ने न्याय मिल जाने का संतोष उठाया है .
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