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आडवाणी भारत में सबसे विन्रम सरल सहज राजनीतक नेता है ,,,

Vinod meghwani,,,आडवाणी जी सभी को हाथ जोड़कर नमस्ते करते
आडवाणी जी को सभी राजनीतिक दल के लोग पसन्द करते है ।ओर देश के सभी राज्यों की जनता भी उन्हें पसंद करती क्योंकि वो एक सहज ओर सरल राजनीतक है । हर किसी पे भोरोसा करना उनकी खासियत है अपनी सरलता ओर सहजता के कारण ही वो बीजेपी को फर्श से अर्श तक ले आए । पर उनकी सरलता के कारण मोदी जी ने श्रीफल देकर ओर शाल का सम्मान देकर ,,, राजनीती ,,,,विदा कर दिया,,,,,इस पर भी ,,उन्होंने ,,उफ़ तक नहीं की ओर बड़ी ही सहजता से राजनीति,,,,को अलविदा कह दिया,,,,, पर उनकी इस सरलता के कारण ही सिंधी समाज,,,,के पांव तले ,राजनीति की जमीन खिसक गई । ओर सिंधी समाज राजनीति में एक सदी पीछे हो गया। सिंधी प्रदेश ,, बन्नाने के लिए न मोदी जी आगे आये न राहुल जी ,,,सिंधी समाज कांग्रेस ,,,से मांग करता की गांधी जी ने सिंध दिया पाकिस्तान को ,,,अब राहुल जी,,,सिंधी प्रदेश बनाने की पहल करे । ओर मोदी जी ,,को आडवाणी जी ने राजनीति में अवसर दिया इसलिए ओर देश का प्रधानमंत्री होने के कारण ,,सिंध प्रदेश बनाने की पहल करे।वो ,,,भूली दास्नता फिर याद  आ गई ।  सिंध 1947 से पहले हिंदुस्तान का अभिन्न अंग था एक बेहद खुशहाल राज्य  जंहा मेरे पुवर्जो मेघा मल ,भगवान दास , राजा मल ,सचुमल ,बसरू मल ,टोक्यो मल ,, एईस अनगिनत नाम,,,जो मालगुजार थे । सेठ थे किसी कस्बे के चोधरी थे किसी हवेली के मालिक थे,,,,100/200/300 एकड़ जमीन के मालिक थे  । सिंध मे लाखों की संख्या मे सिंधी कोम थी । सिन्धी समुदाय कुछ नेताओं की ,,,आंखों की ,,किरकिरी,, बन चुके थे इसलिए उन नेताओ ने साजिश के तहत सिंध को पाकिस्तान बनाने की चाल चली । सिंध मे 1947 में 70से 80% जनसंख्या हिन्दू ओर सिखों की थी । हमारे बुजुर्गो से जमीन छीन ली गई उनके व्यापार छीन ली गई उनकी संपत्ति छीन ली गई सबसे दुखदाई ,,,बात तो ये ,,,लांखो की संख्या में सिंधी समुदाय के लोगों को ,, कत्ल ,, किया गया । उनके परिजनों के साथ कोई न्याय नहीं हुआ । हमारे कुछ सवाल है इन नेताओ से अगर इनके पास कोई जवाब हो तो दे।

1-- नेहरू ओर गांधी ने देश का बटवारा किसके कहने  पर किया ।

2-- गांधी ने विभाजन के बाद 1947 मे170लाख रूपए अनशन करके पाकिस्तान को दिलाए ।तो फिर विभाजन के बाद,,, विस्ताथपित हुए सिंधी समुदाय के लिए ,,,प्रदेश,,क्यो नही बनाया । अन्य विस्थापित हुए समुदाय को ,,नया प्रदेश मिल गया । सिन्धी समुदाय को राजनीति से दूर रखने के लिए उनका राज्य नहीं बनाया गया । क्योंकि नेहरू ओर गांधी जानते थे कि सिंधी समुदाय को जन्मजात से वितिय अर्थ्यवस्थाओं को सभालाने मे सक्षम है। ओर सिंधी समुदाय अनुवाशिंक रूप से तेज बुद्धिमान होते है । इसलिए उनको राजनीति से दूर रखा गया ओर आज भी कोई भी पार्टी,,,, न  ,,,सिंधी प्रदेश,,,बनाने के लिए आगे आती है ओर नहीं ही सिंधी समुदाय को राजनीति मे आगे बड़ने देती है

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