Vinod meghwani,,,एक खबर (vinod meghwani ) क्यों आज के बच्चे कमजोर है । क्यो बहुत ही जल्दी आज के बच्चे ,,डिप्रेशन,,का शिकार हो जाते है । क्या आज की शिक्षा नीति गलत है जो कई बच्चों को कठिन लगती है । इस पर नीति आयोग को संज्ञान लेना चाहिए । ओर पडाई को बच्चे सरल सहज से पड़ सके एईसा सिलेबस,,बनना चाहिए,,,,मुझे पड़ना अच्छा नहीं लगता सुसाइड नोट लिख पांचवीं मंजिल से कूद ,,, जान दे दी भिलाई ,,,,,क्षेत्र के ग्रीन सिटी फेस 2 की पांच मंजिला की से 12 वीं के छात्र ने जान दे दी । करीब सवा 5 बजे की है । मृतक छात्र की पहचान 17 वर्षीय वेदांशु ठाकुर के तौर पर हुई है । • पुलिस को छात्र की जेब से एक पेन और नोट बरामद हुआ है । नोट अंग्रेजी में लिखा
गया है । छात्र शाम करीब साढ़े 3 बजे घर से ट्यूशन जाने के लिए घर से बैग लेकर निकला था । पुलिस ने बिल्डिंग की छत से छात्र का बैग भी बरामद कर लिया है । घटना के वक्त छात्र की मां और छोटी बहन घर पर थे । जबकि उसके पिता बालोद से घर लौट रहे थे । रास्ते में पड़ोसियों ने फोन पर बेटे के खुदकुशी करने की जानकारी दी । सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए दुर्ग मर्क्युरी में रखवा दिया है । मंगलवार को पुलिस पंचनामा करने के बाद शव का पीएम कराएगी । उसके बाद शव को परिजनों के हवाले पेरियोडिक टेस्ट में अच्छा नहीं कर पाने से था परेशान इधर स्कूल के प्रिंसिपल विनि देशमुख के मुताबिक छात्र 12 वीं रहा था । उसकी क्लास टीचर विद्या सतीश से पता चला है कि करीब पांच दिन पहले छात्र को गुमसुम रहने पर वो वाइस प्रिंसिपल के पारस लेकर गई थी । पूछताछ में छात्र ने बताया था कि वो परियोडिक टेस्ट ठीक से नहीं कर पाया है । इस वजह से वो परेशान है । इस पर क्लास टीचर और वाइस प्रिंसिपल ने छात्र की काउंसलिंग की थी । पिता ने कहा- सुबह स्कूल जाने से मना कर दिया था छात्र के पिता लोकेश्वर सिंह ठाकुर के मुताबिक बेटे ने सुबह स्कूल जाने से मना कर दिया था । इस वजह से उसे करीब 10 बजे करने के वह अपनी ड्यूटी पर करीब 12 बजे की छोटी बहन की है । दोनों सेक्टर 10 स्थित श्री शंकरा विद्यालय में पढ़ाई करते हैं । 4 पन्ने के सुसाइड नोट में ये लिखा- मुझे स्कूल और पढ़ाई बिल्कुल पसंद नहीं जीवन में और भी तरीके हैं सीखने के मुझे छात्र के सुसाइड नोट के पहले पत्र में लिखा है कि मुझे कुछ अंदर से ही कुछ खाए जा रहा है , लगता है भूत है । लोगों को ई में खुद से बात करता हूँ । मैं भगवान में विश्वास नहीं करता । दूसरे पत्र में लिखा है कि नहीं पता में क्यों लिख रहा हूँ , पर स्कूल और पढ़ाई पसंद नहीं और भी तरीके है सीखने के । अंग्रेजी के कई शब्दों का में सही उच्चारण नहीं कर पाता हूँ बहुत प्रयास किया । अब भी कर रहा हूँ । ये साल 2022 मेरे लिए शुरू से ही अच्छा नहीं था । तीसरे पने में लिखा है ऑफ बर्सटी माने खून की प्यास में जीनियस या एक्स्ट्रा ऑर्डनरी नहीं हूँ पर फीलिंग एक्सप्रेस नहीं कर पाता । मुझे नहीं पता क्यो लिख रहा हूं , बस इतना पता है कि मैं डबल मास्क नहीं लगा सकता । आखरी पत्रे में लिखा है कि मैं र सोना चाहता हूँ । मेरे मोबाइल का परसवार्ड , लैपटॉप का पासवर्ड ये है ।
अपने खबर को प्रकाशित करने के पहले धयान से पढ़े आपकी खबर में मात्रा शब्द व्याकरण में भारी गलती है
जवाब देंहटाएंयह पत्रकारिता का गिरता स्तर है