जम्मू में 30 साल से मेडिकल स्टोर चला रहे है हिन्दू की हत्या और अन्य हिंदुयों की हत्या ये साबित करता है ।370 हटने के बाद जो नये कानुन बने है वो अलगाववादी ताकतों को पसंद नही ओर पीडीपी की नेता महबूबा जी भी इसका विरोध कर चुकी है । ऐसा लगता है ये लोग कश्मीर में हिंदुओं को बसने ही नही देना चाहते ये 1990 को फिर से दोहराने की फिराक में है ये दहशत गर्द ।
" कश्मीरी पंडितों ओर सिंधी कौम की पीड़ा,,,,एक ही,,है,,अपने ही देश मे अपने प्रदेश से विस्थापित किये गये,,,,, एक ने 1947 में के दंगों में अपनों ओर अपनी जमीन को खोया ,,,,एक ने 1990 में अपनों ओर अपनी जमीन को खोया। ओर दोनो कौम कोई पूछने वाला नही क्यो दोनो कौम वोट बैंक नही । किसी पार्टी को इनकी जरूरत नही,,,,,इसलिये आज,,,भी कश्मीर में 370 हटने के बाद भी हिन्दुयों का कत्ल हो राहा है क्यो,,,,,आप ने लदाख को अलग कर दिया , जम्मू और कश्मीर को भी दो राज्य बना दो,,,,एक कश्मीरी पंडितों को दे दो ,,,दूसरा उस कौम को दो जो वंहा की पैदाइश है तभी न्याय होगा और सिंधी कौम को गुजरात के कच्छ में सिंध प्रदेश बना के दो,,,"*
------------------------
सिंधी प्रदेश सँघर्ष समिति
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
4000