सिंधू धाम में हुई भगवान झूलेलाल की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा
बिलासपुर. पूज्य सिंधी पंचायत कश्यप कॉलोनी द्वारा संचालित सिंधु धाम में भगवान श्री झूलेलाल की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई सिंधु अमरधाम आश्रम चकरभाटा के संत साईं लाल दास जी के सानिध्य में एवं अत्यंत ही विधि विधान से ब्राह्मण मंडल के पंडित पूरन लाल जी शर्मा के द्वारा मंत्रोच्चार के साथ भगवान श्री झूलेलाल जी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा में शासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरा पूरा पालन किया गया था पूज्य सिंधी पंचायत कश्यप कॉलोनी द्वारा आयोजित इस सादगी पूर्वक समारोह में समाज के विभिन्न वार्ड पंचायतों के अध्यक्ष सदस्य जन एवं पंचायत के श्रद्धालु गण उपस्थित थे कार्यक्रम के दौरान संत साईं लाल दास जी ने अपने प्रवचन में भगवान श्री झूलेलाल जी का जन्म एवं अन्य महिमा का वर्णन किया तथा कहा कि श्रद्धालु गण अपने अपने गुरुजनों को मानते हुए अपने समाज के इष्ट देव की आराधना अवश्य करें
सिंधी समाज की दो ही पहचान है पहला बोली उसकी भाषा दूसरा हमारे ईष्ट देव भगवान झूलेलाल
अभी तक गुरु के माध्यम से ही भगवान से हम मिल पाते है लेकिन सिंधी समाज में पहली बार ऐसा हुआ है कि भगवान ने हमें गुरु से मिलाया है
भगवान झूलेलाल जन्म नहीं लेते तो क्या हम हिंदू होते
नहीं होते इसलिए अपने गुरु को पूजा करो सुबह शाम करो नाम जपो कोई मनाही नहीं है पर अपने इष्ट देव को मत भूलो
सबसे सरल व जल्दी प्रसन्न होने वाले भगवान झूलेलाल हैं
जल और ज्योत में हमेशा वह वास करते हैं
उस लिए जल और ज्योत की पूजा करो
इस अवसर पर साई जी ने दो भजन गाय गए
'मुहिंजी बे॒ड़ी अथई विच सीर ते'सुंदर भजन गाकर भक्तों का मन मोह लिया.
घोड़े पे आया मेरा लाल सभी बोलो जय झूलेलाल
भजन सुनकर भक्तजन झूम उठे
इस दौरान भारतीय सिंधु सभा महिला विंग की राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमती विनीता भावनानी ने भगवान श्री झूलेलाल के अवतरण पर प्रकाश डाला एवं बताया की मिरख शाह को कैसे सजा दी एवं हमारे समाज की रक्षा की अगर भगवान झूलेलाल अवतरण न लेते तो आज हमारा समाज नही होता. कार्यक्रम में आए हुए समाज के अध्यक्ष गण एवं राष्ट्रीय महामंत्री का संत साईं जी ने शाल पहनाकर आशीर्वाद दे सम्मान किया जिनमें प्रमुख हैं अध्यक्ष मुरली वाधवानी हरीश भागगवानी श्याम हरियानी रामचंद नागवानी
नरेश मूलचंदानी महेश पमनानी
सतीश लाल
राम चंद प्रेमानी
श्रीमती विनीता भावनानी
पत्रकार फोटोग्राफर विजय दुसेजा व गोविंद दुसेजा
इस दौरान पूज्य पंचायत
द्वारा साईं जी का पुष्पहार एवं शाल पहनाकर स्वागत एवं सम्मान किया. उक्त कार्यक्रम में बिलासपुर के नगर विधायक माननीय श्री शैलेश पांडे जी भी विशेष रूप से उपस्थित थे साईं जी ने उनका भी पुष्पहार एवं शाल पहना कर आशीर्वाद दिया इस कार्यक्रम में पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष किशोर गेमनानी, पूर्व अध्यक्ष डीडी आहूजा, पूर्व अध्यक्ष प्रकाश ग्वालानी, सीएम मखीजा, किशोर कृपलानी, चंदी राम मंगतानी, सुनील लालवानी,राजा जेसवानी, बबलू पमनानी, जगदीश जज्ञासी,अजित ठारवानी, मोती ठारवानी, धनराज आहूजा,गोविंद भगतानी,विक्की आहूजा, हरीश मोटवानी, हरदास आसवानी, इंद्रजीत गंगवानी, विजय दुसेजा, गोविन्द दुसेजा, महिला विंग में गुरुद्वारे की संचालिका भारती वाधवानी, तारा कृपलानी ,अंजना जेसवानी, ज्योति ,मंजू नानवानी , दिव्या चेलानी, रेशमा मोटवानी ,वर्षा वाधवानी ,रूपल चंदवानी, अंजलि वर्ल्यानी ,मीना, वंशिका ,बरखा भागवानी, जिया, रिया ,एवं काजल तथा अन्य श्रद्धालु गण उपस्थित थे
इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया ताकि भक्तजन घर बैठे कार्यक्रम को देख सकें
.उक्त जानकारी पंचायत के सचिव सुनील लालवानी विजय दुसेजा ने दी
हिन मूर्ति जे विग्रह खे वरूणदेव जी मूर्ति समझणु घुरजे? या झूलेलाल जी मूर्ति...असांखे इहा जाण आहे कि भगवान झूलेलाल जी जीवनलीला 13/14- सालन जी उम्र में ही पूरी थी वेयी हुयी। छाः कहिं 13/4- सालन जे जवान खे अच्छी दाढ़ी या मुछां थी सघंदियूं आहिन? असां झूलेलाल जयंति ते बि वरूणदेव जी मूर्ति खे झूलेलाल जी मूर्ति समझी पूजे रहिया आहियूं।असांखे झूलेलाल जो नालो जपायो वेंदो आहे। झूलेलाल जा वंशज थी सघंदा आहिन पर वरूणदेव जो वंशजु या गादेसरु न थो चयी सघिजे।तहिंकरे असां समझूं था कि भगवान झूलेलाल जे वास्तविक स्वरूप जी मूर्ति जो विग्रह साम्हो हुज़णु ज़रूरी आहे।भले साणु वरूणदेव जी मूर्ति बि हुज़े।जहिंजो अवतार झूलेलाल आहे।महिरबानी,प.दा.ही.
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