दिल्ली मॉडल अपनाना स्वागत योग्य कदम है ,अच्छे परिणाम के लिए क्रमश अच्छे शाला भवन, अच्छी साफ-सुथरी व्यवस्था, अच्छे विशिष्ट शिक्षक, अच्छी ट्रेनिंग आदि की प्रथम आवश्यकता है ।
आत्मानंद स्कूल हेतु शिक्षकों की सीधी नियुक्ति नहीं की गई है ,कुछ शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर हैं, कुछ संविदा पर हैं ।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने 3 जुलाई 2020 से 27 जुलाई 2020 तक 14580 चयनित शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर आमरण अनशन किया था ।
छत्तीसगढ़ सरकार के आश्वासन के साथ अनशन समाप्त हुआ था।
सरकार को अपना वादा पूरा करना चाहिए, युवाओं को रोजगार देना चाहिए ।आज प्रदेश भर में लाखों लोग नियमितीकरण के लिए आंदोलन कर रहे हैं। लोगों को आजीविका की आवश्यकता है ।
आज छत्तीसगढ़ अलग राज्य के रूप में पिछले 20 वर्षों से स्थापित है ,ऑल इंडिया लेवल पर शिक्षा के क्षेत्र में रैंकिंग के मामले में छ ग का कोई स्थान नहीं है ।यह अफसोस की बात है, और छत्तीसगढ़ की सरकारों के विकास की बात पर प्रश्नचिन्ह लगाती है ।
आत्मानंद स्कूल में छात्र छात्राओं के प्रवेश पर लाटरी पद्धति का भी आम आदमी पार्टी विरोध करती है ,और सभी बच्चो को समान शिक्षा का अधिकार मिले,हम ऐसी मांग करते हैं।
दिल्ली की तरह छत्तीसगढ़ में भी गंभीरता के साथ कार्य हो तो हमें प्रसन्नता होगी ।
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