मंगलवार, 30 नवंबर 2021

फेसबुक का खमियजा दुनिया भुगत रही है

Vinod meghwani,,,,,एक खबर vinod meghwani   सपनो की दुनिया को नया नाम दिया गया है  मेटावर्स  अब रात में देखे गए सपने  दिन की हकीकत में बदल जायेंगे । मेटावर्स क्या है और कैसे यह हमारी दुनिया को बदलने वाला है। पर एक बात दुनिया को याद रखनी होगी इंसान काल्पनिक की दुनिया की कल्पना कर सकता है । पर जी नहीं सकता आभासी दुनिया में मनुष्य का छायाचित्र उभर सकता है हु ब हू दिख सकता है क्यो की उसमे प्राण नहीं होंगे ऐसा में सोच राहा हू पर फेस बुक के जुकुरबरग अलग ही सोच रहे है इसलिए उन्होंने मेटावर्स की दुनिया की कल्पना की दोस्तो ये वहीं जुकर है जिन्होंने फेसबुक की कल्पना की ओर उसे हकीकत बना दिया जिसका खामियाजा दुनिया भुगत रही है । अब मेटावर्स से कही दुनिया का मटिया मेट न कर दे जूकर बर्ग। 
क्या है Metaverse
साल 1992 में साइंस फिक्शन लेखक नील स्टीफेन्सन ने एक उपन्यास लिखा था, जिसका नाम था 'स्नो क्रैश'. इस उपन्यास में पहली बार 'मेटावर्स' नाम का जिक्र था. उपन्यास में लेखक ने इंटरनेट की ऐसी दुनिया की कल्पना की थी, जिसमें इंसान घर बैठा रहे लेकिन उसकी थ्री डी इमेज दुनिया में कहीं भी पहुंच जाए. मतलब एक असल दुनिया के साथ ही एक वर्चुअल दुनिया भी होगी जिसमें आप घर बैठे-बैठे दुनिया में कहीं भी पहुंच सकते हैं. 
गौरतलब है कि क्रिप्टो करेंसी का भी पहले एक नोवेल में ही जिक्र किया गया था. आज तकनीक के तेजी से विकास से क्रिप्टो करेंसी एक हकीकत बन चुकी है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में मेटावर्स भी एक हकीकत होगा. 
10 हजार लोगों की होगी भर्ती
 जुकेरबर्ग मेटावर्स को हकीकत बनाने के लिए बड़ा निवेश कर रहे हैं. इसके तहत जुकेरबर्ग यूरोपीय यूनियन से 10 हजार तकनीकी एक्सपर्ट को नौकरी देंगे और 50 मिलियन डॉलर की रकम भी खर्च करेंगे. 
कैसी होगी मेटावर्स की दुनिया?
मेटावर्स की दुनिया को एक आसान से उदाहरण से ऐसे समझा जा सकता है कि अगर किसी व्यक्ति की शादी होती है तो आज के समय में लोग एक जगह इकट्ठा होते हैं लेकिन मेटावर्स के आ जाने से ये होगा कि दूल्हा-दुल्हन भी शायद अपने घर पर रहें और बाकी मेहमान भी. बस सब वर्चुअल तरीके से अपनी-अपनी इमेज के जरिए इकट्ठा हो जाएं और आपस में 3डी इमेज के जरिए बात करें और अन्य रस्म रिवाज करें.

मंगलवार, 23 नवंबर 2021

दुनिया की सबसे अनोखी डांस

Vinod meghwani,,,एक खबर( vinod meghwani )  मध्यप्रदेश के जबलपुर के करेली गांव में शादी में नागिन डांस का वीडियो देखें हमारा दावा है आज तक आपने ऐसी डांस नही देखी होगी ,,,,एक खबर

फोकट जी दावत

Vinod meghwani,,,https://wwwakkhbar.: https://youtu.be/GIshh6rNqVg

[11/23, 7:36 PM] एक खबरhttps://wwwakkhbar.: एक खबर ( vinod meghwani,,,,)  फोकट जी दावत,,,,,जुलाब,,,,जी गोरी,,,,,,

सन्त बाबा नामदेव साहिब जी का वर्सी महोत्सव

Vinod meghwani,,,,,,एक खबर

*संत बाबा नामदेव साहिब जी का त्रिदिवसीय 52 वां वर्सी महोत्सव का भोग साहिब,पल्लव के साथ हुआ समापन*

रायपुर ! श्री संत शिरोमणि बाबा नामदेव साहिब उदासी जी का 52 वां वार्षिक वर्सी महोत्सव दिनांक 20 से 22 नवंबर तक बड़ी धूमधाम से संत बाबा नामदेव भवन तेलीबांधा में महंत स्वामी मनोहर लाल उदासी एवं स्वामी मुरलीधर उदासी जी के पावन सानिध्य में मनाया गया।

जानकारी साझा करते हुए  पूज्य सिंधी पंचायत रविग्राम के महासचिव अमर परचानी वह सेवादारी प्रेमप्रकाश मध्यानी ने बताया कि शनिवार 20 नवंबर 2021 को प्रातः 11 बजे श्री गुरु श्रीचंद सिध्दांत सागर के सहज अखंड पाठ साहिब का आरंभ हुआ । तत्पश्चात शाम को 7 से 9 बजे तक भजन कीर्तन हुआ ।

रविवार 21 नवंबर को सुबह 7 से 8.30 बजे तक भजन कीर्तन व आरती तथा सांय 7 से 9 बजे तक सत्संग कीर्तन आरती अरदास हुआ ।

सोमवार 22 नवंबर को सुबह 7 से 8.30 बजे तक सत्संग अरदास एवं सुबह 11 बजे से श्री गुरु श्रीचंद सिध्दांत सागर सहज अखंड पाठ साहेब के भोग के पश्चात आम भंडारा का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम मे भोपाल से आए संत ठकुर द्वारकादास जी ने सत्संग प्रवाह मे संगत का मन मुग्ध कर दिया .महंत स्वामी मनोहरलाल उदासी जी एवं भाई मुरलीधर उदासी ने संगीतमय पल्लव के द्वारा विश्व कल्याण की कामना की रायपुर के सुप्रसिद्ध भजन गायक धीरज कटारिया ने भजनो की शृंखला मे भक्तो को झूमने पर विवश कर दिया । सत्संग कार्यक्रम मे प्रमुख रूप से जनरल सिंधी पंचायत के अध्यक्ष आनंद कुकरेजा , पूज्य सिंधी पंचायत के बसंत कुकरेजा,मोहनलाल तेजवानी,मंघाराम कुकरेजा,अमर परचानी,परमानंद कलवानी,अमर परचानी,आदि

बहुत बड़ी संख्या मे श्रद्धालुओ ने प्रवचनमृत का रसपान किया >

शुक्रवार, 19 नवंबर 2021

टिकैत पहलवान का रंग उड़ गया

Vinod meghwani,,,

एक खबर दिल्ली ( vinod meghwani )  राजनीति नेता कब क्या कर जाये कुछ भी तय नही रहता । तय रहता है राजनीति में तो वो एक ही सिद्धान्त की हमारी पार्टी को चुनाव में जितना है । इसके लिये हम को कुछ भी करना पड़े ।आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी ,,,tv पे आकर अचानक घोषणा की की केंद्र सरकार तीनो  कृषि कानून को वापस लेती है इस घोषणा से ,,,,,किसान तो खुशी से उछल पड़े पर ,,,,टिकैत पहलवान,,की खुशी,,,चेहरे से उड़ गई,,,,उनके चेहरे से तो,,,,रंग ही उड़ गया,,था,,,

मंगलवार, 16 नवंबर 2021

भारत मे ,,जल्द,,,क्रिस्टो करेन्सी चलेगी,,,??????

Vinod meghwani,,,,,एक खबर ( vinod meghwani )
भारत सरकार ने संसद में क्रिप्टो करेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ़ ऑफ़िशियल डिजिटल करेंसी बिल पेश करने का फ़ैसला लिया है. इस विधेयक के बारे में जानकारी अब  सार्वजनिक हो रही है ।
यह विधेयक भारत में क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को क़ानूनी रूप से नियंत्रित करेगा.

क्रिप्टो करेंसी पर भारत के हर क़दम पर दुनिया की नज़र है. संसद के अगले सत्र में अगर इस विधेयक को पेश किया जाता है तो इस पर निवेशकों की क़रीबी नज़र होगी.
क्रिप्टोकरेंसी पर भरोसा कैसे करें?
क्षितिज कहते हैं कि लोगों ने भविष्यवाणी की थी कि बिटकॉइन लगभग $180-$200 के आसपास आकर खत्म हो जाएगा. लेकिन जनता द्वारा बड़े पैमाने पर अपनाने के साथ और यह अधिक विश्वास प्राप्त कर रहा है. पिछली तिमाही में बिटकॉइन (Bitcoin) के मार्केट कैप में लगभग $700 मिलियन डॉलर जोड़े थे. हालांकि, सितंबर 2020 के बाद से कीमत लगभग दोगुने से अधिक है. 


कई देश लाने वाले हैं क्रिप्टोकरेंसी
हालांकि इस बात पर बहस होती रही है कि यह बबल स्पेस में है और किसी भी समय यह फट सकता है लेकिन बड़े पैमाने पर स्वीकृति और नए निवेशकों द्वारा प्रवेश करने से और अधिक वैल्युएबल हो गया है. भरोसा तो करना ही पड़ेगा क्योंकि कई देश अब अपनी क्रिप्टोकरेंसी लाने पर विचार कर रहे हैं. पहले सरकार इसे बैन करने पर विचार कर रही थी, लेकिन अब इसमें नरमी देखी गई है.


भारतीय मार्केट प्लेयर कौन-कौन हैं?
Bitcoin Wallet हमारे मोबाइल वॉलेट से काफी मिलते-जुलते हैं. जहां हम अपना पैसा स्टोर करते हैं और उसी से ट्रांजेक्शन करते हैं. WazirX, Unocoin, Zebpay भारतीय कंपनियां हैं जो बिटक्वॉइन के कारोबार में हैं. 


क्या कहते हैं WazirX के फाइंडर?
WazirX के फाउंडर और CEO निश्चल शेट्टी ने एक इंटरव्यू में कहा, 'भारत में अभी इसे लेकर बहुत कनफ्यूजन है. क्योंकि देश में इसके लिए कोई रेगुलेशन नहीं है. लोग इसके बारे में सुनते हैं तो डर जाते हैं. वास्तव में इंटरनेट पर मौजूद बहुत सारी चीजें अनरेगुलेटेड हैं. ola, uber सहित ई-कॉमर्स भी अनरेगुलेटेड हैं. 'इन्वेस्टर्स के लिए सबसे जरूरी बात ये है कि रेगुलेटेड नहीं होने से फ्रॉड और स्कैम की संभावना बढ़ जाती है. 


क्रिप्टो कैसे खरीदें और बेचें?
इस सवाल का जवाब भी अब आसान हो गया है. बढ़ती लोकप्रियता के चलते अब बाजार में ढेरो क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म्स हैं. ऐसे में देश में Bitcoin और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान है. पॉपुलर प्लेटफॉर्म्स में WazirX, Zebpay, Coinswitch Kuber और CoinDCX GO के नाम शामिल हैं. इन्वेस्टर्स Coinbase और Binance जैसे इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म्स से Bitcoin, Dogecoin और Ethereum जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी भी खरीद सकते हैं.


सबसे खास बात यह है कि खरीदारी के ये सभी प्लेटफॉर्म चौबीसों घंटे खुले रहते हैं. क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया भी काफी आसान है. आपको केवल इन प्लेटफॉर्म्स पर साइन अप करना होगा. इसके बाद अपना KYC प्रोसेस पूरा कर वॉलेट में मनी ट्रांसफर करना होगा. इसके बाद आप खरीदारी कर पाएंगे. 


क्रिप्टो के साथ क्या-क्या किया जा सकता है?
जुलाई को क्रिप्टोकरेंसी से दुनिया का सबसे महंगा हीरा खरीदा गया है. इससे साफ हो गया है कि इससे भौतिक चीजें भी भविष्य में खरीदी जा सकेंगी. हालांति क्रिप्टोकरेंसी को नोट और सिक्कों के रूम में प्रिंट नहीं किया जा सकता है. लेकिन फिर भी इसकी अपनी वैल्यू है. Cryptocurrency से आप सामान खरीद सकते हैं, Trade कर सकते हैं और इन्वेस्ट कर सकते हैं, लेकिन अपनी तिजोरी में नहीं रख सकते. न ही बैंक के लॉकर में रख सकते हैं. क्योंकि यह Digits के रूप ऑनलाइन रहती है. इसे डिजिटल मनी, वर्चुअल मनी और इलेक्ट्रॉनिक मनी भी कहा जाता है. इसकी वैल्यू फिजिकल करेंसी से कहीं ज्यादा है. कुछ टॉप क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू तो डॉलर से भी हजारों गुना ज्यादा है.


Cryptocurrency मार्केट क्या है?
वह जगह जहां cryptocurrencies की खरीद-फरोख्त और ट्रेडिंग होती है. इसे cryptocurrency Exchange, Digital Currency Exchange (DCE), Coin market और Crypto Market जैसे नामों से जाना जाता है. 


अंतिम क्षणों में रचा था इतिहास: रगंभेद से हार कर रहे थे आत्महत्या, पिता की आवाज सुन देश को दिलाया Olympic गोल्ड


क्रिप्टो का भविष्य क्या है?
Bitcoin के बारे में दो बातें सबसे अहम हैं- एक, ये डिजिटल यानी इंटरनेट के ज़रिए इस्तेमाल होने वाली मुद्रा है और दूसरे, इसे पारंपरिक मुद्रा के विकल्प के तौर पर देखा जाता है. क्रिप्टोकरेंसी को इस समय भरोसे के संकट का सामना करना पड़ रहा है. सरकारें इसे शक़ की निगाहों से देखती हैं और इसे पारंपरिक करेंसी के लिए ख़तरा मानती हैं. सरकारों को ये भी लगता है कि क्रिप्टोकरेंसी एक ऐसी वर्चुअल दुनिया का हिस्सा है जो सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने की कोशिश कर रही है और वास्तविक दुनिया के समानांतर चलने की कोशिश कर रही है.


सरकार का क्या है रुख?
अहम बात यह है कि केंद्र सरकार नए प्रस्तावित बिल में क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह से पाबंदी लगा सकता है. इस बाबत वर्ष 2017 में एक कमेटी का केंद्र ने गठन किया था. इस कमेटी ने क्रिप्टो करेंसी पर पाबंदी लगाने का प्रस्ताव दिया था. ऐसे में क्रिप्टो करेंसी के जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में सरकार सभी क्रिप्टो करेंसी पर पाबंदी लगाने का फैसला ले सकती है. 


क्या वाकई में क्रिप्टोकरेंसी से कार-गाड़ी जैसी कोई चीज़ खरीद सकते हैं?
इसके जवाब में क्षितिज कहते हैं कि हां, क्रिप्टो एक भारतीय रुपये की तरह है जिसका अपना मूल्य है. अभी, क्रिप्टो दुनियाभर

की अधिकांश सरकार द्वारा स्वीकार नहीं किया गया है. जब ऐसा होगा, तो हमारे पास किसी भी अन्य मुद्रा की तरह क्रिप्टो मुद्रा का उपयोग होगा. क्योंकि यह लोगों के बीच साधारण विनिमय का हिस्सा होगा.

रविवार, 14 नवंबर 2021

जबलपुर का काला बाजार

Vinod meghwani,,,,,,एक खबर ( vinod meghwani ) https:/youtu.be/YU4ltr8KivY

जबलपुर ( मध्यप्रदेश )  में  विशाल कबाड़ी बाजार है जिसे ,,,आम भाषा मे ,,,,चोर बाजार,,,,काला बाजार कहते है,,,,,आप को सुई से लेकर,,,ट्रक तक के पुराने समान ,,,,ओने पौने भाव मे मिल जाएंगे,,,, यहाँ चोरी के समान ,,,कम कबाड़ के समान ज्यादा मिलते है,,,,,वैसे अगर आप खाली है तो ,,,जबलपुर के जब  भेड़ा घाट की सैर करने आये तो,,,,चोर,,,,बाजार,,,,जरूर ,,,,जाएं,,,,,,,, आपको घूमने,,,का मजा आयेगा,,,, एक खबर ,,,,

RSS,,, हिंदुत्व,,,,ओर हिंदुओं की शान है

Vinod meghwani,,,एक खबर ( vinod meghwani )  महबूबा मुफ्ती हो या सलमान  खुर्शीद,,,,,या ममता  बेनर्जी  या फिर फारुख अब्दुल्ला ,,,ये सब,,,,नेता ,,,पाकिस्तान ,,,,,के नेताओ की भाषा बोलते है । इन सब को ,,बिना वीजा,,, के पाकिस्तान भेज देना चाहिये । तब इनको मालूम पड़ेगा की जिस पाकिस्तान के लिये वो लोग ,,हिन्दुस्तान में हल्ला करते है वो उनकी पाकिस्तान में केसी ख़ातिर्दारी करेगा। सलमान खुर्शीद जी ,,आप जिस ,,,,RSS   की निंदा कर रहे हो ,,,उसी के कारण आज ,,हिंदुस्तान में इस लिए होश,,,में आओ ओर,,,,,,देश से माफी ,,,मांगो,,, अपने,,,कुकर्म के लिये ,,,माफी मांगो,,,, RSS,,,, से।
सलमानखुर्शीद की किताब सनराइज ओवर अयोध्या (Sunrise Over Ayodhya) पर बवाल मचा है. । ये सब सलमान खुर्शीद की चाल है ।उसे मालूम था कि मेरी इस बकवास पर ,,,,बवाल ,,मचेगा,,,,फिर भी ,,,,उन्होंने,,,अभिव्यक्ति ,,की आड़ लेकर हिन्दू ओर हिंदुत्व पर बेवजह,,,,, विवाद,,,,,खड़ा किया है ।
इस बीच हिंदुत्व शब्द फिर चर्चा में आ गया है. जानिए इसका इतिहास क्या है.
सलमान खुर्शीद की किताब पर मचा बवाल
सलमान खुर्शीद की किताब पर मचा है ।खुर्शीद की किताब से चर्चा में हिंदुत्व शब्द
खुर्शीद ने हिंदुत्व की बोको हरम और ISIS से तुलना की
पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid) की लिखी किताब सनराइज ओवर अयोध्या (Sunrise Over Ayodhya) पर बवाल मचा है. बीजेपी की तरफ से कांग्रेस पर हिंदू विरोधी होने आरोप लगा है, सलमान खुर्शीद द्वारा हिंदुत्व की परिभाषा को लेकर बहस तेज है. पक्ष में बोलने वाले हिंदुत्व को 2 भाग में विभाजित कर रहे हैं, एक अच्छा हिंदुत्व और दूसरा खराब हिंदुत्व, विरोध करने वाले इसे हिंदुत्व से घृणा वाली सोच बता रहे हैं.

आज हम आपको हिंदुत्व की अवधारणा के बारे में बताएंगे, आखिर ये शब्द पहली बार किसने इस्तेमाल किया, इस शब्द को लेकर विवाद क्यों जुड़े हैं, नेहरू से लेकर मोदी तक हिंदुत्व पर क्या सोच रखते हैं, आज इतिहास को टटोल कर ही आप ताजा विवाद को समझ पाएंगे. सबसे पहले बात विवाद के केंद्र बिंदु में मौजूद हिंदुत्व की.

हिंदुत्व की बोको हरम और ISIS से तुलना क्यों?

यहां आपको समझना है कि विवाद के पीछे हैं हिंदुत्व की अतार्किक तुलना, सलमान खुर्शी ने जिस बोको हरम से हिंदुत्व की तुलना की है, वो एक कट्टरपंथी आतंकी संगठन हैं, नाइजीरिया में साल 2009 से लेकर अब तक, एक रिपोर्ट के मुताबिक साढे तीन लाख बेगुनाहों का कत्लआम कर चुका है. बोको  हरम के खौफ से 30 लाख लोगों विस्थापित हो चुके हैं, लाखों लोगों को दूसरे मुल्कों में शरण लेनी पड़ी है.

आतंकी संगठन बोको हरम नरसंहार और अपनी क्रूरता के लिए जाना जाता है. आज भी बोको हरम को मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता है. यही वजह है कि बीजेपी बोको हरम से हिदुत्व की तुलना पर कांग्रेस पर प्रहार कर रही है, इतना ही नहीं सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में हिंदुत्व की तुलना मारे जा चुके आतंकी आका अल बगदादी के संगठन ISIS से की है. वही आतंकी संगठन जिसने 2015 में दहशतगर्दी के दम पर बेगुनाहों को मौत के घाट उतारा, सीरिया से लेकर इराक तक कत्ल-ओ-गारत की नई खौफनाक कहानी लिखी. एक रिपोर्ट के मुताबिक दस हजार से ज्यादा बेगुनाहों को आईएसआईएस आतंकियों ने मारा, इस्लामिक स्टेट का खात्मा करने के लिए अमेरिका समेत नाटो की वायुसेना ने कई सालों तक बम वर्षा करनी पड़ी. ऐसे खतरनाक आतंकी संगठन बोको हरम और ISIS से तुलना करके सलमान खुर्शीद विवादों में घिर गए हैं.

हिंदुत्व शब्द का क्या है इतिहास, क्यों है विवाद

आज जिस हिंदुत्व पर कांग्रेस और बीजेपी में जंग छिड़ी हुई है, उसी शब्द का इतिहास हम आपको बताते हैं. दरअसल इस शब्द का पहली बार साल 1892 में बंगाली साहित्यकार चंद्रनाथ बसु ने अपनी किताब- 'हिंदुत्व', में इस्तेमाल किया था. माना जाता है कि हिंदुत्व शब्द का पहली बार इस्तेमाल चंद्रनाथ बसु ने अपनी किताब में किया. 1892 में लिखी गई पुस्तक हिंदुओं को जागृत करने के उद्देश्य से लिखी गई थी. किताब के द्वारा ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ हिंदुओं को लामबंद करने की कोशिश की गई थी.

देश में कुछ बुद्धिजीवी लोगों का एक ऐसा वर्ग है जो हिंदुत्व को पहले से ही धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ समझता है. ये साबित करने की कोशिश करता है कि हिंदुत्व जोड़ने वाला नहीं बल्कि तोड़ने वाला विचार है. वजह है हिंदुत्व से जुड़ा सावरकर का नाम. दरअसल हिंदुत्व शब्द को असल पहचान विनायक दामोदर सावरकर ने दिलाई, उन्होंने 1923 में हिंदुत्व पर पुस्तक लिखी थी.

सावरकर ने प्रसिद्ध किताब हिंदुत्व’ लिखी थी. हिंदुत्व’ की विचारधारा ने ही हिंदू महासभा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जन्म दिया था. हिंदुत्व किताब में सावरकर ने हिंदू कौन है इसकी व्याख्या की थी. सावरकर के विचारों
के मुताबिक जो धर्म हिंदुस्तान के बाहर पैदा हुए, वो गैर हिंदू यानी ईसाई, इस्लाम, पारसी, यहूदी आदि है! जो धर्म भारत में पैदा हुए, वे हिंदू यानी वैदिक, पौराणिक, वैष्णव, शैव, शाक्त, जैन, बौद्ध, सिख, आर्यसमाजी, ब्रह्म समाजी आदि है।सावरकर के इसी विचार से कई लोग तब भी सहमत नहीं थे और आज भी नहीं हैं.

आज आपको हिंदुत्व के साथ-साथ हिंदू के बारे में भी जानना चाहिए. यूं भी हिंदू शब्द तो शुद्ध भौगोलिक ही था. माना जाता है कि सिंध से ही हिंद बना है. प्राचीन फारसी में ‘स’ को ‘ह’ बोला जाता था, जैसे सप्ताह को हफ्ता! सिंध का हिंद हो गया. स्थान का स्तान हो गया. हिंद और स्तान मिलकर ‘हिंदुस्तान’ बन गया. हिंद से ही ‘हिंदू’, शब्द निकले हैं. इसलिये,,, हिंदुत्व ओर हिन्दू एक ही है इसे,,,अपने फायदे के लिये इस्तेमाल न करे ,,,सलमान खुर्शीद का एक ही मकसद ,,,अपनी पुस्तक को फेमस करना भले ही उसमे देश का नुकसान हो इससे उनको कोई मतलब नही ,,,,एक खबर

शुक्रवार, 12 नवंबर 2021

कंगना रनोट जी,,,,सिंधी समाज ने 1947 में अपना प्रदेश खोया है,,,आप कहती ,,,हमे आजादी भीख में मिली है,,,

Vinod meghwani,,,,,,,एक खबर ( vinod meghwani ) मुंबई ,,कँगना रनोट को हर कोई जानता है क्योकि वो एक बॉलीवुड अभिनेत्रि है इसलिये नही लोग कंगना रनोट को इसलिये नही जानते ,,,कंगना रनोट को इस लिये जानते है कि वो ,,,हर दम,,,,कोई भी ,,,,बखेड़ा,,, खड़ा कर देती है,,,विवादित बयानबाजी ,,,करती है, ,,क्यो करती है ऐसा कंगना रनोट ,,उसकी ,,,एक ही वजह,,,उनकी महत्वकांक्षा,,, की वो चर्चा में बनी रहे ,,,ऐसे ही एक शख्स ओर,,,है जिनको कोई नही पूछ राहा इसलिये वो भी कुछ भी बयानबाजी करते रहते,,,है ,,।,,वो है वरुण गांधी,,,,,जी,,,,इन दोनों की जोड़ी ने,,,,एक नई ,,,चर्चा को,,,जन्म दिया,,है ।कंगना रनोट का कहना है,,,,की ,,,,1947 में,,,,आजादी,,,हमे भीख में मिली,,,,,ओर ,,,,वरुण गांधी जी,,,,कहते,,ये ,,,सोच ,,पागलपन है,,,,। हम ,,,,कंगना रनोट ओर वरुण गांधी जी,,,,,से निवेदन करते,,,,,है,,,1947 को याद करे,,,,,कितनी जाने गई ,,,,कितनी,,,,माननीय,,समानित महिलाओ,,, के सम्मान का भंग,,,,किया ।,,,,सबसे ,,,दुखद,,घटना ,,,सिंधी समाज के साथ घटी,,,उनको,,,उनके देश मे उनके सिंध राज्य से निकाल दिया गया,,,,,कंगना जी,,,,हम तो यही ,,निवेदन करेंगे,,,,,की,,,,,आप सिंधियों,,,,उनका ,,सिंध ,,वापस मिल जाये ,,,ऐसा भी,,,,,,एक बयान दीजिये,,,,,एक खबर,,,

बुधवार, 10 नवंबर 2021

कांग्रेस सदस्यता अभियान की पहल की N.S.U.I के नेताओं ने

Vinod meghwani,,,,,एक खबर ( vinod meghwani  ) दुर्ग 

*कांग्रेस सदस्यता अभियान के लिए निकाली विशाल बाइक रैली*

भिलाई होटल से सिविक सेंटर तक 2000 लोग बाइक रैली में हुए शामिल

भिलाई। आज छठ पर्व के अवसर पर प्रदेश के यशष्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भिलाई आने वाले है। इस महापर्व और सीएम के भिलाई आगम को बेहद खास बनाने के लिए भिलाई नगर  विधायक देवेंद्र यादव के नेतृत्व में बाइक रैली निकाली गई। विशाला बाइक रैली कांग्रेस सदस्यता अभियान को और मजबूत करने और कांग्रेस प्रवेश कराने के लिए निकाली गई।
ईस शुभ अवसर में  N.S.U.I के कार्यकारिणी अध्यक्ष गुरलीन सिंग  *N.S.U.I के युवा नेता अमन सागर*,विवेक तांडी,रोहित गायकवाड़, यश बेलचंदन, रमन सागर,अंकित प्रकाश, मेजर सागर,विनीश साहू व अन्य युवा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

मंगलवार, 9 नवंबर 2021

महाराष्ट्र के मंत्री ,,,नवाब मलिक,,,को,,,इस्तीफा,, देना पड़ेगा,,,क्या,,,????

Vinod meghwani,,,,एक खबर ( vinod meghwani ) मुंबई  का ,,,डॉन कौन,,,,,,,,,😎,,,अघोषित ,,,जंग छिड़ गई है। ,,,इस जंग की शुरूआत बॉलीवुड के डॉन ,,,शाहरुख खान के ,,,,बेटे ,,आर्यन खान से शुरू हुई । जब ड्रग केस में आर्यन खान की गिरप्तारी हुई  तो,,,,,, बीजेपी की गोद ,,,अचानक,,,,अनचाहा,,,,मुद्दा ,,,,आ गया ,,,ओर बीजेपी के नेताओ ने ,,भी इस मुद्दे को गोद ले कर ,,पालने लग गये।,,,इस केस के मुख्य हीरो थे,,,,समीर,,,,,,,इन्होंने,,,,,बॉलीवुड के,,,डॉन , शाहरुख,,, की रातों की नीद उड़ा दी ,,,,जो,,,बॉलीवुड,,, का डॉन,,, अपनी,,मूवी,,,,शेखी बघारता हुआ ,,,कहता,,,,उसे ग्याहर मुल्कों ,,,की पुलिस नही पकड़ सकती,,,,उसके,,,बेटे,,,को,,,इंस्पेक्टर समीर ने,,,जेल में,,,छट्टी का दूध याद दिला दिया,,। ये सब,,देखकर,,,,बॉलीवुड का डॉन,,,,, सहम कर चुपचाप बैठे गया,,,,ओर अपने बेटे की जमानत,,,के लिए,,,,,ncpc  के मंत्री नवाब मलिक को आगे दिया,ओर अपने बेटे की जमानत,,,करा ली,,अब,,,लड़ाई ,,,,बीजेपी,,के नेताओं और,,,,,नवाब मलिक के बीच चल रही है,,,,,,अब पूरा केस,,,,,,नवाब मलिक,,,,के इशारों पर खेला जा राहा है,,,,। बीजेपी के,,,नेताओं को,,,,भी,,महाराष्ट्र,सरकार को घेरने का मौका मिल गया आज,,,पूर्व मुख्यमंत्री ने,,देवेंद्र,फर्नांडिस ,,ने नवाब मलिक पर,,,,आरोप लगाये

है ,मुंबई धमाकों के,,,आरोपी की जमीन,,,,नवाब मलिक ने कोड़ियों के दाम ,,,कैसे खरीद ली,,,,,नवाब मलिक,,,के ,,,अंडरवर्ल्ड से सम्भन्ध है,,,लगता,,,,,,,,नवाब मलिक की कुर्सी जा सकती है,,,,,,उनको शायद,,,,इस्तीफा,,,, देना पड़ सकता है,,,,,

शनिवार, 6 नवंबर 2021

पेट्रोल डीजल में gst लगने रेट 60- 70 प्रति लीटर हो सकते है

Vinod meghwani ,,,,https://youtu.be/isTbtV5iUw0


एक खबर ( vinod meghwani( दिल्ली ) पेट्रोल डीजल पर जमकर राजनीति हो रही है । चुनावो को देखते हुऐ केंद्र सरकार पेट्रोल डीजल के रेट कम कर कर रही है । जिसे विपक्ष ,,,,ऊँट के मुंह मे जीरा ,,,बता राहा है विपक्ष का कहना है केंद्र ने साल भर में जितना रेट बढ़ाया है उतना कम करे इसलिए कांग्रेस शासित प्रदेश में डीजल पेट्रोल के रेट कम नही हो रही है । केंद्र और राज्यों के टकराव में जनता महगांई की चक्की में पीस रही है अगर पेट्रोल डीजल,, gst,,में आ जाये तो पट्रोल डीजल के रेट 60 -70 रुपये के बीच हो सकते है ।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर हैं,
देश में पेट्रोल-डीजल कीमतें रिकॉर्ड (Petrol Diesel Price Today) स्तर पर हैं. कई राज्यों में रेट 100 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को पार कर चुके हैं. ऐसे में लोग सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि वो ईंधन की कीमतों पर कुछ बड़ा फैसला लेगी, जिससे की उन्हें बढ़ती महंगाई से राहत मिले. पेट्रोल-डीजल के दाम कब कम होंगे? इस सवाल का जवाब केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ( ने दे दिया है. संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ईंधन की कीमतों में वृद्धि के मुद्दे पर बहुत संवेदनशील है और आने वाले महीनों में लोगों को कुछ राहत मिलेगी.
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतें धीरे-धीरे नीचे आ रही हैं और स्थिर हो रही हैं. निकट भविष्य में किसी राहत की उम्मीद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”केंद्र सरकार इस मुद्दे को लेकर बहुत संवेदनशील है. मुझे लगता है कि आने वाले महीनों में राहत मिलेगी.”

एक लीटर पर इतना उत्पाद शुल्क
हालांकि, पुरी ने देश में ईंधन की कीमतों में वृद्धि पर सरकार का बचाव करते हुए कहा कि केंद्र 32 रुपये प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क लगाता है और उससे प्राप्त राजस्व विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर खर्च किया जाता है. उन्होंने कहा, ‘केंद्र सरकार हमारी अन्य जिम्मेदारियों के प्रति भी बहुत संवेदनशील है. सरकार ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, मुफ्त टीके, अन्य सभी सुविधाएं प्रदान की हैं. इसलिए यह उस तस्वीर का एक हिस्सा है.’
।अंतरराष्ट्रीय बाजार में तय होती हैं कीमतें
मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लगाया गया उत्पाद शुल्क आज भी वही है जो अप्रैल 2010 में था. उन्होंने कहा, ‘उदाहरण के लिए, जब अंतरराष्ट्रीय कीमत 18 डॉलर 60 सेंट या 64 सेंट प्रति लीटर थी, तब भी हम 33 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क लगाते थे. अब जब यह 75 डॉलर प्रति लीटर है, तब भी हम 33 रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क लगा रहे हैं.’
पुरी ने कहा कि भारत में ईंधन की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार द्वारा निर्धारित की जाती हैं, क्योंकि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए ने 2010 में तेल की कीमतों को विनियमित किया था. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा ईंधन पर लगाए गए उत्पाद शुल्क के अलावा राज्य वैट भी लगाते हैं.।बीते चार मई से पेट्रोल की कीमतें खूब बढ़ी. कभी लगातार तो कभी ठहर कर और 80 दिनों में ही पेट्रोल 11.52 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया. हालांकि, पिछले दिनों ईंधन की कीमतें में कुछ पैसे की गिरावट देखने को मिली है.

जल्लाद ,,,,राजनीति,,,,,

Vinod meghwani,,,https://youtu.be/fbd3hvvDS7Q।   

     एक खबर vinod meghwani ,,,,,
जेल में फाँसी देने वाले को 
जल्लाद कहते,,,,,,पर राजनीति,,,, में भी ऐसे जल्लाद होते,,,, मिथुन की मूवी ,,,,जल्लाद का ,,,वीडियो देखें,,, ।
फांसी सुबह के वक्त ही दी जाती है. इसके पीछे वजह ये होती है कि सुबह सब कैदी सो रहे होते हैं. मुजरिम को पूरा दिन इंतजार नहीं करना पड़ता. फांसी के बाद परिवार वालों को अंतिम संस्कार का भी वक्त मिल जाता है. फांसी वाले दिन सुबह-सुबह जेल सुप्रीटेंडेंट की निगरानी में गार्ड कैदी को फांसी कक्ष में लाते है । शबनम मामले में फांसी की चर्चा एक बार फिर पूरे देश में हो रही है. इससे पहले निर्भया के गुनहगारों की सजा के वक्त लोगों के जहन में फांसी की सजा को लकेर कई सवाल जहन में आए थे. दरअसल, 1983 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के मुताबिक केवल 'रेयरेस्ट ऑफ द रेयरट' के मामलों में ही सजा का प्रावधान है. शबनम की फांसी का वक्त भी बेहद करीब है. ऐसे में शबनम को फांसी देने की तैयारियों के बीच ये जानना और समझना बहुत जरूरी है कि भारत में फांसी देने के क्या नियम हैं. सजा मुकर्रर होने से लेकर डेथ वॉरंट जारी होने के बाद उस वक्त होता है जब जल्लाद मुजरिम को फांसी देता है. जल्लाद आखिरी वक्त में दोषी के कान के पास आकर जो कहता है उसके बारे में भी बहुत कम ही लोग जानते हैं.
सात लोगों को कुल्हाड़ी से कटवाने वाली शबनम ने एक बार फिर राष्ट्रपति से लगाई दया याचिका।
डेथ वॉरंट से हेग्ड टिल डेथ तक
फांसी की सजा मुकर्रर होने के बाद डेथ वॉरंट जारी होता है. दया याचिका के माध्यम से फांसी पर रोक लगाने के लिए गुहार लगाई जाती है. दया याचिका खारिज होने के बाद डेथ वॉरंट जारी होता है, जिसमें फांसी की तारीख और समय तय होता है. फांसी दिए जाने की आगे की प्रक्रिया जेल मैनुअल के हिसाब से होती है. बिना नियमों के पालन किए फांसी नहीं दी जा सकती. डेथ वारंट जारी होने के बाद कैदी को फांसी की तारीख के बारे में इतल्ला दी जाती है. इतना ही नहीं जेल सुप्रीटेडेंट प्रशासन को भी जानकारी देते हैं.
पवन जल्लाद से भी खतरनाक था नाटा मल्लिक, फांसी की रस्सियों के ताबीज़ बना कर बेचता था
फांसी के पहले लटकाया जाता है पुतला
इससे पहले जल्लाद कैदी के वजन का पुतला लटकाकर ट्रायल करता है. फांसी देने वाली रस्सी का ऑर्डर दिया जाता है. रस्सी, लिवर सब कुछ एक दिन पहले चेक किया जाता है. कैदी के परिजनों को 15 पहने सूचना भेजवा दी जाती है. जिससे वह उससे आखिरी बार मिल सकें.

प्रधानमंत्री मोदी जी केदारनाथ यात्रा का लाइव वीडियो एक खबर के साथ देख

Vinod meghwani,,,,एक खबर ,,,उत्तराखंड केदारनाथ में मोदी जी यात्रा ,,,का लाइव एक खबर के साथ देखे,,,,,,

शुक्रवार, 5 नवंबर 2021

सिंधी समाज दुर्ग ने दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया

Vinod meghwani,,,एक खबर ( vinod meghwani )  दुर्ग  सिंधी  समाज की पूज्य सिंधी जनरल पँचायत दीपाली के दूसरे दिन सिंधु भवन दुर्ग में (  दिपावली मिलन समारोह का आयोजन किया । जिसमें दुर्ग सिंधी समाज  ने पूरी सक्रियता के साथ भाग लिया समारोह में सामाज के विकास के लिऐ परिचर्चा हुई जिसमें मंच संचालन श्री राजू पाहुजा जी ने किया । समाज के हित मे  नरसिंग कुकरेजा ,  हेमन्त खत्री ,  विनोद मेघवानी , पिकी मन्घनानी ,  रवि कुकरेजा ,  गोपी चन्द ,  ओर अन्य ने पंचायत अध्यक्ष के सामने समस्या और प्रश्न रखे जिस पर पँचायत अध्यक्ष मुरली सचदेव जी ने वादा किया इन समस्याओं का निराकरण समाज हित मे तुरन्त किया जाएगा । आज के इस आयोजन में मुखी , डॉ राजपाल , आसनदास मोहनानी , किशन आहूजा , हशमत तेजवानी , खेमचन्द मध्यानी , पारू मल शोभनी , हरीश सचदेव , लीलाराम मेघवानी  , नरेश तेजवानी , पवन झामनी ,महेश गणेशनी गुरमुख गोदवानी ,मोहन केसवानी ,एवम समाज के गण्यमान्य नागरिक उपस्थित थे ।  इस अवसर पर पहलाद लालवानी के भतीज़े ,,जतिन,लालवानी को mbbs  में टॉप रेंक पोजिशन  के लिये समानित किया गया ।




बंद कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से अंधी कमाई

Vinod raja meghwani (sampadak),,,, बन्द कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से  अंधी कमाई कितनी हे,,,?????