*मुख्यमंत्री से मांग: सिंधी साहिती अकाडमी का पूर्ववत गठन हो*
*कांग्रेस में उपेक्षित छग सिंधी समाज नाराज*
रायपुर।। 1880- *1885* में *महामना पं. मदनमोहन मालवीय- बाल गंगाधर तिलक व देश भर के सर्वसमाज के अथक प्रयासों से देश की आजादी हेतु कांग्रेस पार्टी का गठन हुआ*।। *अखंड भारत में तत्कालीन समयकाल में सिंध प्रदेश से आचार्य कृपलानी -नारायणदास दौलतराम आलिमचंदानी- साधु वासवानी- चोइथराम गिदवानी-निहचलदास आदि सैकड़ों सिंधी नेताओं ने अपनी मातृ संस्था कांग्रेस के उत्थान व देश की आजादी में अपना सर्वस्व न्यौछावर किया।।जिसके बारे में मोहनदास करमचंद गांधी(सह आचार्य कृपलानी) ने अपने सिंध के उल्लेखित 7 दौरों (1916-1934) में लगभग हर मौके पर सिंधी समाज के समर्पण की भावना व योगदान का उल्लेख अपने संस्मरण में भी लिखा है व सिंध प्रदेश को भारत में न मिला पाने के दंश का भी उल्लेख है।।संघर्ष काल के दौर में आचार्य कृपलानी को उनके प्राथमिक व विशेष सहयोगी के रूप में जाना जाता था*।।
*छग प्रदेश में आज के दौर में सिंधी समाज के खून पसीने से सींची कांग्रेस पार्टी में चुनावी जातीय समीकरण को साधने के अलावा सिंधी समाज की कोई पूछ परख नहीं।।निगम मंडलों की भरती में भी सिंधी समाज घोर उपेक्षा का शिकार रहा है,उनमें भी समाज अध्यक्ष पद का प्रमुख दावेदार है।।समाज ऐसी उपेक्षा का पात्र नहीं।।अपनी ही मातृ संस्था में समाज का ऐसा दयनीय चेहरा देखने गठन काल की कल्पना भी नहीं थी।।देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू देश व सर्वसमाज हित के बारे में अपनी हर राय अभिन्न मित्र सिंधी नेता चोइथराम गिदवानी से साझा किया करते थे।।ताज्ज़ुब होता है व यह सोचना पड़ता है, क्या यह वही पार्टी है,जिसके प्रमुख नेता महात्मा गांधी व पं. नेहरू सिंधी समाज की सराहना करते नहीं थकते थे।।यह भी शोचनीय है, पं नेहरू-इंदिरा गाँधी द्वारा प्रदत्त सिंधी साहित्य अकादमी अध्यक्ष पद(राज्य स्तर मंत्री दर्जा) जैसी सम्मानित संस्थाओं के गठन का भी सम्मान नहीं किया।।*
*पूज्य छग सिंधी पंचायत के प्रदेश अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी जी व पूज्य छग सिंधी पंचायत के प्रदेश प्रवक्ता दिनेश अठवानी ने संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर मुख्यमंत्री महोदय से विनम्र निवेदन व ठोस मांग की है, समाज के उल्लेखनीय 136 वर्षीय (1885-2021) योगदान को ध्यान में रखते हुए सिंधी समाज को पार्टी व देश की सेवा हेतु हर सम्भव पदभार व जिम्मेदारी दी जाये, ताकि समाज अपनी ही पार्टी में उपेक्षा का शिकार न हो व पार्टी की सेवा में सदैव प्रमुखता से तत्पर रहें।। आगे अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी जी ने मुख्यमंत्री महोदय से मांग करते हुए कहा, तत्संबंध में नियुक्ति न होने पर मांग के विस्तार हेतु छग स्तर पर आंदोलन का रूप देने समाजहित में अतिशीघ्र आपात बैठक कर आगे की कार्यवाही का निर्णय लिया जाएगा*।।
प्रति,सम्पादक महोदय,
प्रवक्ता: पूज्य छग सिंधी पंचायत,
दिनेश अठवानी
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