रविवार, 25 सितंबर 2022

हरी ॐ उच्चारण करने से शांति का अनुभव होगा ___Vinod Meghwani

Vinod meghwani,,एक खबर विनोद mehhwani ) आप ये दोहराएंगे तो आपको शांति का अनुभव होगा। हरि ॐ हरि ॐ मेरा बोले रोम रोम हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ विष्णु नाम जाप मंत्र स्त्रोत और मंत्र में क्या अंतर होता है : स्त्रोत और मंत्र देवताओं को प्रशन्न करते के शक्तिशाली माध्यम हैं। आज हम जानेंगे की मन्त्र और स्त्रोत में क्या अंतर होता है। किसी भी देवता की पूजा करने से पहले उससे सबंधित मन्त्रों को गुरु की सहायता से सिद्ध किया जाना चाहिए। स्त्रोत : किसी भी देवी या देवता का गुणगान और महिमा का वर्णन किया जाता है। स्त्रोत का जाप करने से अलौकिक ऊर्जा का संचार होता है और दिव्य शब्दों के चयन से हम उस देवता को प्राप्त कर लेते हैं और इसे किसी भी राग में गाया जा सकता है। स्त्रोत के शब्दों का चयन ही महत्वपूर्ण होता है और ये गीतात्मक होता है। मन्त्र : मन्त्र को केवल शब्दों का समूह समझना उनके प्रभाव को कम करके आंकना है। मन्त्र तो शक्तिशाली लयबद्ध शब्दों की तरंगे हैं जो बहुत ही चमत्कारिक रूप से कार्य करती हैं। ये तरंगे भटकते हुए मन को केंद्र बिंदु में रखती हैं। शब्दों का संयोजन भी साधारण नहीं होता है, इन्हे ऋषि मुनियों के द्वारा वर्षों की साधना के बाद लिखा गया है। मन्त्रों के जाप से आस पास का वातावरण शांत और भक्तिमय हो जाता है जो सकारात्मक ऊर्जा को एकत्रिक करके मन को शांत करता है। मन के शांत होते ही आधी से ज्यादा समस्याएं स्वतः ही शांत हो जाती हैं। मंत्र किसी देवी और देवता का ख़ास मन्त्र होता है जिसे एक छंद में रखा जाता है। वैदिक ऋचाओं को भी मन्त्र कहा जाता है। इसे नित्य जाप करने से वो चैतन्य हो जाता है। मंत्र का लगातार जाप किया जानाचाहिए। सुसुप्त शक्तियों को जगाने वाली शक्ति को मंत्र कहते हैं। मंत्र एक विशेष लय में होती है जिसे गुरु के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। जो हमारे मन में समाहित हो जाए वो मंत्र है। ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के साथ ही ओमकार की उत्पत्ति हुयी है। इनकी महिमा का वर्णन श्री शिव ने किया है और इनमे ही सारे नाद छुपे हुए हैं। मन्त्र अपने इष्ट को याद करना और उनके प्रति समर्पण दिखाना है। मंत्र और स्त्रोत में अंतर है की स्त्रोत को गाया जाता है जबकि मन्त्र को एक पूर्व निश्चित लय में जपा जाता है। बीज मंत्र क्या होता है : देवी देवताओं के मूल मंत्र को बीज मन्त्र कहते हैं। सभी देवी देवताओं के बीज मन्त्र हैं। समस्त वैदिक मन्त्रों का सार बीज मन्त्रों को माना गया है। हिन्दू धर्म के अनुसार सबसे प्रधान बीज मन्त्र ॐ को माना गया है। ॐ को अन्य मन्त्रों के साथ प्रयोग किया जाता है क्यों की यह अन्य मन्त्रों को उत्प्रेरित कर देता है। बीज मंत्रो से देव जल्दी प्रशन्न होते हैं और अपने भक्तों पर शीघ्र दया करते हैं। जीवन में कैसी भी परेशानी हो यथा आर्थिक, सामजिक या सेहत से जुडी हुयी कोई समस्या ही क्यों ना हो बीज मन्त्रों के जाप से सभी संकट दूर होते हैं। स्त्रोत और मंत्र जाप के लाभ : चाहे मन्त्र हो या फिर स्त्रोत इनके जाप से देवताओं की विशेष कृपा प्राप्त होती है। शास्त्रों में मन्त्रों की महिमा का विस्तार से वर्णन है। श्रष्टि में ऐसा कुछ भी नहीं है जो मन्त्रों से प्राप्त ना किया जा सके, आवश्यक है साधक के द्वारा सही जाप विधि और कल्याण की भावना। बीज मंत्रों के जाप से विशेष फायदे होते हैं। यदि किसी मंत्र के बीज मंत्र का जाप किया जाय तो इसका प्रभाव और अत्यधिक बढ़ जाता है। वैज्ञानिक स्तर पर भी इसे परखा गया है। मंत्र जाप से छुपी हुयी शक्तियों का संचार होता है। मस्तिष्क के विशेष भाग सक्रीय होते है। मन्त्र जाप इतना प्रभावशाली है कि इससे भाग्य की रेखाओं को भी बदला जा सकता है। यदि बीज मन्त्रों को समझ कर इनका जाप निष्ठां से किया जाय तो असाध्य रोगो से छुटकारा मिलता है। मन्त्रों के सम्बन्ध में ज्ञानी लोगों की मान्यता है की यदि सही विधि से इनका जाप किया जाय तो बिना किसी औषधि की असाध्य रोग भी दूर हो सकते हैं। विशेषज्ञ और गुरु की राय से राशि के अनुसार मन्त्रों के जाप का लाभ और अधिक बढ़ जाता है। विभिन्न कामनाओं की पूर्ति के लिए पृथक से मन्त्र हैं जिनके जाप से निश्चित ही लाभ मिलता है। मंत्र दो अक्षरों से मिलकर बना है मन और त्र। तो इसका शाब्दिक अर्थ हुआ की मन से बुरे विचारों को निकाल कर शुभ विचारों को मन में भरना। जब मन में ईश्वर के सम्बंधित अच्छे विचारों का उदय होता है तो रोग और नकारात्मकता सम्बन्धी विचार दूर होते चले जाते है। वेदों का प्रत्येक श्लोक एक मन्त्र ही है। मन्त्र के जाप से एक तरंग का निर्माण होता है जो की सम्पूर्ण वायुमंडल में व्याप्त हो जाता है और छिपी हुयी शक्तियों को जाग्रत कर लाभ प्रदान करता है। विभिन्न मन्त्र और उनके लाभ : ॐ गं गणपतये नमः : इस मंत्र के जाप से व्यापार लाभ, संतान प्राप्ति, विवाह आदि में लाभ प्राप्त होता है। ॐ हृीं नमः : इस मन्त्र के जाप से धन प्राप्ति होती है। ॐ नमः शिवाय : यह दिव्य मन्त्र जाप से शारीरिक और मानसिक कष्टों का निवारण होता है। ॐ शांति प्रशांति सर्व क्रोधोपशमनि स्वाहा : इस मन्त्र के जाप से क्रोध शांत होता है। ॐ हृीं श्रीं अर्ह नमः : इस मंत्र के जाप से सफलता प्राप्त होती है। ॐ क्लिीं ॐ : इस मंत्र के जाप से रुके हुए कार्य सिद्ध होते हैं और बिगड़े काम बनते हैं। ॐ नमो भगवते वासुदेवाय : इस मंत्र के जाप से आकस्मिक दुर्घटना से मुक्ति मिलती है। ॐ हृीं हनुमते रुद्रात्म कायै हुं फटः : सामाजिक रुतबा बढ़ता है और पदोन्नति प्राप्त होती है। ॐ हं पवन बंदनाय स्वाहा : भूत प्रेत और ऊपरी हवा से मुक्ति प्राप्त होती है। ॐ भ्रां भ्रीं भौं सः राहवे नमः : परिवार में क्लेश दूर होता है और शांति बनी रहती है। ॐ नम: शिवाय : इस मंत्र के जाप से आयु में वृद्धि होती है और शारीरिक रोग दोष दूर होते हैं। ॐ महादेवाय नम: सामाजिक उन्नति और धन प्राप्ति के लिए यह मन्त्र उपयोगी है। ॐ नम: शिवाय : इस मंत्र से पुत्र की प्राप्ति होती है। ॐ नमो भगवते रुद्राय : मान सम्मान की प्राप्ति होती है और समाज में प्रतिष्ठा बढ़ती है। ॐ नमो भगवते रुद्राय : मोक्ष प्राप्ति हेतु। ॐ महादेवाय नम: घर और वाहन की प्राप्ति हेतु। ॐ शंकराय नम: दरिद्रता, रोग, भय, बन्धन, क्लेश नाश के लिए इस मंत्र का जाप करें। श्री विष्णु जी : विष् धातु से व्युत्पन्न विष्णु पद का शाब्दिक अर्थ ‘व्यापक, गतिशील, क्रियाशील अथवा उद्यम-शील’ होता है। श्री विष्णु पार्थिव लोकों का निर्माण और परम विस्तृत अन्तरिक्ष आदि लोकों का प्रस्थापन करने वाले देव हैं। श्री विष्णु जी को इस श्रष्टि का निर्णायक और सर्वोच्च शक्ति माना जाता है जिसका वर्णन वेदों से प्राप्त होता है। पुराणों के अनुसार श्री विष्णु ही निर्णायक शक्ति हैं। धार्मिक ग्रंथों में त्रिमूर्ति का उल्लेख मिलता है जिनमे एक भगवान् स्वंय श्री विष्णु और दो श्री शिव और श्री ब्रह्मा जी हैं, इन्हे ही त्रिदेव कहा जाता है। वस्तुतः श्री विष्णु, श्री शिव और श्री ब्रह्मा जी एक ही हैं। जहाँ श्री ब्रह्मा जी को श्रष्टि का रचियता माना जाता है वही श्री शिव ऐसी शक्ति हैं जो संहारक शक्ति भी माने जाते हैं। समस्त श्रष्टि के संहारक और पालन हार हैं श्री विष्णु भगवान्। श्री विष्णु जी न्याय को प्रशय देते हैं और अन्याय को समाप्त करते हैं और सबका पालन करते हैं। पुराणों में वर्णित है की श्री विष्णु जी की पत्नी है श्री लक्ष्मी हैं जो समस्त सम्पन्नता और धन्य धान्य की प्रदाता शक्ति हैं। श्री विष्णु जी के पुत्र हैं श्री कामदेव जिन्हे प्रेम का देवता माना जाता है। श्री शिव ने ही कामदेव को अपने तीसरे नेत्र से भस्म किया था। भगवान् श्री विष्णु और माता लक्ष्मी का निवास क्षीर सागर में माना जाता है। भगवन श्री विष्णु जी एक चार हाथ हैं जिनमे एक हाथ में संख, दूसरे हाथ में पुष्प तीसरे हाथ में गदा और चौथे हाथ में सुदर्शन चक्र है। श्री विष्णु जो आभूषण और जो आयुध ग्रहण करते हैं उनका अपना महत्त्व है। श्री विष्णु जी के द्वारा ग्रहण किये जाने वाले आभूषणों का वर्णन निम्न प्रकार से हैं। श्री विष्णु जी के द्वारा श्रीवत्स धारण किया जाता है जिसका अर्थ प्रधान या मूल प्रकृति के प्रतीक से लिया जाता है। कौस्तुभ मणि = इस मणि का अर्थ जगत् के निर्लेप, निर्गुण तथा निर्मल क्षेत्रज्ञ स्वरूप का प्रतीक के रूप में लिया जाता है। इनके आलावा गदा से अभिप्राय बुद्धि, संख का पचमहाभूत से, शारंग इन्द्रियों को उत्पन्न करने वाला, सुदर्शन चक्र आसुरी शक्तियों का विनाश करने वाला और खडग ज्ञान का प्रतीक के रूप में लिया जाता है। जब जब भी इस श्रष्टि पर कोई संकट और आसुरी शक्तियों का बोलबाला बढ़ जाता है तब श्री हरी स्वंय किसी रूप में प्रकट होकर पृथ्वी को संकट उबारते हैं। भगवान् श्री हरी के दशावतार का वर्णन प्राप्त होता है। श्री विष्णु जी के अवतार : जब जब धरती पर पाप बढ़ता है तब तब श्री विष्णु जी अवतार लेकर प्रकट होते हैं और आसुरी शक्तियों का विनाश करते हैं। श्रीमद भागवत गीता में उल्लेख मिलता है की यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत । अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ॥जब जब इस धरती पर धर्म की हानि होती है तब मैं (श्री विष्णु) इस धरती पर जन्म लेता हूँ और आसुरी शक्तियों का अंत का करता हूं

शुक्रवार, 23 सितंबर 2022

हिंदुत्व,,,,, राहा है,,,,,,देखे

Vinod meghwaniएक खबर विनोद meghwani,, हिंदी सिनेमा में अब लहराएगा ‘हिंदुत्व’ का परचम, अजय देवगन की सुपरहिट फिल्में ‘दिलवाले’ और ‘दिलजले’ के अलावा ‘त्रिमूर्ति’, ‘दुश्मनी’ और ‘लक्ष्मण रेखा’ जैसी फिल्में लिखने वाले अभिनेता करण राजदान बतौर निर्देशक छोटे परदे पर ‘रजनी’, ‘तहकीकात’ और ‘मि. भट्टी ऑन छुट्टी’ जैसे तमाम लोकप्रिय धारावाहिक निर्देशित कर चुके हैं। बतौर निर्देशक अब वह एक ऐसी फिल्म लेकर आ रहे हैं, जिसका नाम ही ‘हिंदुत्व’ है। हिंदी सिनेमा में हिंदुत्व और हिंदू धर्म को अक्सर नकारात्मक नजरिये से दिखाने को लेकर लग रहे आरोपों के बीच करण राजदान ने अपनी इस फिल्म का पोस्टर जारी किया है। करण की इस फिल्म का मुकाबला बॉक्स ऑफिस पर अमिताभ बच्चन और रश्मिका मंदाना की फिल्म ‘गुड बाय’ के अलावा राजकुमार राव और जान्हवी कपूर की फिल्म ‘मिस्टर और मिसेज माही’ से होने जा रहा

शनिवार, 17 सितंबर 2022

मोदी जी के जन्म दिन पर तमिल नाडु में सोने की अंगूठी गिफ्ट,,मिलेगी

Vinod meghwani,,,,,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिन के अवसर पर तमिलनाडु के हस्पितल मे जन्म लेने वाले बच्चों को सोने की अंगूठी तोहफे के रूप में भेंट दी जायेगी

गुरुवार, 15 सितंबर 2022

नकली जूते चपल , जींस,हर शहर में बिक रहे है,, सरकारी अफसर सो रहे है ,,

,,,d meghwani,,,,,एक खबर विनोद (meghwani) नकली समानो की हर शहर में भरमार,,,असली का हबुह नकल बना के दुकानों में बिक रहा है सामान,,,,कोई धर पकड़ नहीं । जनता लूट रही ,,,सरकारी अफसर सो रहे है,,,ये वीडियो हमें सूत्रों से मिला ,,,जो कहानी बयां कर रह राहा है ,,,हम चुप रहेंगे,,,कुछ नहीं कहेंगे

गुरुवार, 8 सितंबर 2022

10 करोड़ खर्च किया है मूवी हिट,करने के लिए,,,

Vinod meghwaniएक खबर (विनोद meghwani ) ब्रह्मास्त्र,,,मूवी ,,,,को,, हिट करनी है । ये रनबीर ओर आलिया की सोच,,,,,,क्योंकि,,,,बहुत दिनों से कोई भी हिट मूवी दोनों की नहीं आई,,। इसलिए दोनों,,,ने,,,प्लानिंग की,,,,,,हम खुद,,,,,मूवी को हिट कराएंगे।,,,,,,इसलिए तमाम तरह,,,के हठकंडे अपना रहे है ,,,,खुद ही सोशल मीडिया पे मूवी ,,टोल करवा रहे,,,ओर,,,मीडिया के जरिए,,,10करोड़ खर्च करके,,,, पीब्लिसिटी कर रहे, रणबीर कपूर को उज्जैन में हिंदु संगठनों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. लेकिन रणबीर कपूर को इतने विरोध प्रदर्शन का सामना आखिर क्यों ब्रह्मास्त्र की टीम का हुआ उज्जैन में विरोध.। बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर को उज्जैन में हिंदु संगठनों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा. विरोध इतना उग्र हो गया कि महाकाल के दर्शन करने पहुंचे रणबीर कपूर और आलिया भट्ट को बिना दर्शन के ही वापस लौटना पड़ा. इतना ही अब सोशल मीडिया पर फिल्म को लेकर बॉयकॉट भी ट्रेंड करने लगा है. लेकिन रणबीर कपूर को इतने विरोध प्रदर्शन का सामना आखिर क्यों करना पड़ रहा है. । रणबीर कपूर को भी आमिर खान की ही तरह अपने एक पुराने बयान के चलते इस सब का सामना करना पड़ा रहा है. दरअसल, साल 2011 में रणबीर कपूर ने अपनी फिल्म 'रॉकस्टार' का प्रचार करते हुए कहा था कि उन्हें बीफ खाना पसंद है. उन्होंने कहा, “मेरा परिवार पेशावर से है, इसलिए उनके साथ बहुत सारा पेशावरी खाना आया है. मैं मटन, पाया और बीफ का प्रशंसक हूं. हां, मैं बीफ़ का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं.'' अब इसी इंटरव्यू का एक पुराना वीडियो ब्रह्मास्त्र की रिलीज से पहले फिर से सामने आया है और रणबीर कपूर को 'बॉयकॉट गैंग' द्वारा पेशावर का 'बीफ मैन' कहा जा रहा है। आलिया भट्ट के इस बयान से नाराज हुए फैन। ऐसा नहीं है कि सोशल मीडिया पर सिर्फ रणबीर कपूर को ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है. बल्कि हाल ही में दिया गया आलिया भट्ट का एक बयान यूजर्स को पसंद नहीं आया और वो इसे लेकर उनका भी बॉयकॉट कर रहे हैं. दरअसल, कुछ दिन पहले आलिया ने एक प्रमोशनल इंटरव्यू में बॉयकॉट ट्रेंड को लेकर बात की थी. इस दौरान आलिया ने कहा था कि यदि कोई उन्हें पसंद नहीं करता तो उनकी फिल्में न देखें. । वीडियो शेयर कर कही थी उज्जैन जाने की बात। उज्जैन के लिए रवाना होने से पहले आलिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने पति और निर्देशक अयान मुखर्जी के साथ अपनी यात्रा की घोषणा करते हुए एक वीडियो भी साझा किया था. इस दौरान तीनों ने एक और प्रीव्यू स्क्रीनिंग के बारे में भी घोषणा की. पहले प्रीव्यू स्क्रीनिंग जल्दी बिक गई इसलिए निर्माताओं ने पहले के समाप्त होने के ठीक बाद दूसरे के लिए जाने का फैसला किया.। जमकर हुआ विरोध आलिया भट्ट और रणबीर कपूर संध्या आरती के लिए उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे तो लेकिन वो दर्शन नहीं कर सके. सुरक्षा कारणों से दोनों ने इसमें शिरकत करने से परहेज किया. स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप से स्थिति को नियंत्रण में लाने के बावजूद, केवल निर्देशक अयान मुखर्जी ही थे जिन्होंने संध्या आरती में शिरकत की. अयान ने आशीर्वाद मांगते हुए खुद की एक तस्वीर साझा की और लिखा, "3 दिन दूर,,,आज महाकालेश्वर मंदिर का दौरा करने के लिए बहुत खुश और उत्साहित महसूस कर रहा हूं ... सबसे खूबसूरत दर्शन मिला ... इस यात्रा को फिल्म निर्माण यात्रा को बंद करने के लिए करना चाहता था ब्रह्मास्त्र, और हमारी रिहाई के लिए सभी सकारात्मक ऊर्जा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए "#ब्रह्मास्त्र".'' सोशल मीडिया पर शुरू हुआ फिल्म का विरोध। बॉयकॉट ट्रेंड अब धीरे-धीरे ब्रह्मास्त्र को भी अपने चपेट में लेने की कोशिश कर रहा है. हालांकि फिल्म को अभी तक काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है और दर्शकों में इसे लेकर उत्सुकता भी देखी जा सकती है. लेकिन अब फिल्म को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं और सोशल मीडिया पर भी फिल्म के लेकर बॉयकॉट ट्रेंड्स चलने लगे हैं. बीती रात ट्विटर पर बॉयकॉट ब्रह्मास्त्र ट्रेंड किया. फिल्म को लेकर शुरू हो रहे इस विरोध ने मेकर्स की चिंता जरूर बढ़ा दी

मंगलवार, 6 सितंबर 2022

धनबाद मे ळुट की घटना,,,

Vinod meghwaniAk khbar (vinod meghwani)Dhnbad Bihar me thanaसे महज 150 मीटर की दूरी पर मंगलवार की सुबह अपराधियों ने मुथूट फिनकॉर्प में लूट की घटना को अंजाम देने का प्रयास किया। हालांकि इस बार अपराधियों की किस्‍मत दगा दे गई और पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में एक अपराधी को गोली लग गई। घटना में मौके पर ही उसकी मौत हो गई, जबकि धरपकड़ में एक डकैत जख्‍मी है। एक अन्‍य अपराधी को पुलिस ने दबोच लिया है। पकड़े गए दोनों अपराधियों को सरायढेला पुलिस स्‍टेशन ले जाया गया है। वहां उससे पूछताछ की जा रही है। बताया जाता है कि दो-तीन लोग मौके से फरार हो गए। अपराधी बिहार के लखीसराय जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं। Dhanbad Muthoot Loot: मुठभेड़ में मारा गया शुभम था भूली का रहनेवाला, अबतक पुलिस के पास नहीं पहुंचे स्‍वजन मालूम हो कि इससे पहले बीते 3 सितंबर को धनसार स्थित गुंजन ज्‍वेलस में अपराधियों ने दिनदहाड़े डाका डाला था। यहां से अपराधियों ने करीब ढाई किलो सोना लूट लिया था। लूटे गए सोने की कीमत लगभग एक करोड़ रुपये बताई गई है। इस वारदात के तीन दिन बाद ही अपराधियों ने एक और बड़ी घटना को अंजाम देने का प्रयास किया था। Dhanbad: बैंक मोड़ के जांबाज थाना प्रभारी डॉ प्रमोद को म‍िल चुका राष्‍ट्रपत‍ि से वीरता सम्‍मान... नक्‍सल‍ियों में भी था खौफ मुथूट फाइनेंस का कार्यालय खुलते घुस गए डकैत बताया जाता है कि बैंक मोड़ गुरुद्वारा के पास स्थित मुथूट फाइनेंस के दफ्तर के खुलते ही मंगलवार की सुबह करीब 10 बजे आधा दर्जन डकैत घुस गए। इसकी सूचना मिलते ही बैंक मोड़ थाना की पुलिस पलक झपकते मौके पर पहुंच गई। पुलिस को देख अपराधी भागने लगे। गोली भी चलाई। उन्‍हें रोकने के लिए पुलिस ने ऑटोमेटिक हथियार से फायरिंग की, जिसमें एक की मौत हो गई। अन्य दो लोगों को पुलिस ने बलपूर्वक अपनी हिरासत में ले लिया! Dhanbad Weather Report: दोपहर तक तपिश के बाद धनबाद में मौसम ने फिर रंग बदला, थोड़ी देर में बारिश बताया जा रहा है कि मुथूट के ऑफिस के अंदर और भी अपराधी मौजूद थे, लेकिन वह बचकर भाग निकले। एसएसपी संजीव कुमार, ग्रामीण एसपी रिष्‍मा रमेशन, बैंक मोड़ पुलिस थाना के प्रभारी पीके सिंह समेत अन्‍य पुलिस बल घटनास्‍थल पर डटे हैं। मौके पर सैकड़ों लोग भी जमा हो गए हैं। इससे जाम की स्थिति उत्‍पन्‍न हो गई। वहीं इलाके की दुकानों को बंद करवा कर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। मुठभेड़ के दौरान अपराधियों की ओर से पांच राउंड फायरिंग की बात कही जा रही है। Dhanbad Muthoot Loot: हमले में घायल मैनेजर बोले- मुझे लगा ग्राहक हैं, अचानक मांगने लगे तिजोरी की चाबी बैंक मोड़ थाना प्रभारी ने किया एनकाउंटर बैंक मोड़ थाना के प्रभारी पीके सिंह, उनके बॉडीगार्ड उत्तम व मुंशी गौतम ने डकैतों से लोहा लिया। थाना प्रभारी पीके सिंह की गोली से वारदात को अंजाम देने आए अपराधी की मौत हुई। फायरिंग में मुथूट फिनकॉर्प के मैनेजर विक्रम राज भी जख्‍मी हुए हैं। उन्‍होंने कहा कि अपराधी कुछ भी नहीं ले जा सके। पुलिस की सक्रियता से बड़ी वारदात टल गई। घायल बैंक मैनेजर को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल ले जाया जा रहा है। Dhanbad Muthoot Loot: गिरफ्तार डकैत बोले- जेवर दुकान में लूट में हमारा हाथ नहीं, उसी से इंस्‍पायर हुए थे! कॉरपोरेट कंपनी के कर्मचारी की तरह आए थे डकैत, एनकाउंटर में पुलिस ने काबू में किया, फोन पर मिली वारदात की सूचना बैंक मोड़ थाना प्रभारी पीके सिंह ने बताया कि घटना के बारे में सुबह में जानकारी मिली। उन्‍होंने कहा कि जब मौके पर पहुंचा तो डकैतों ने हमला शुरू कर दिया। जवाबी फायरिंग में एक डकैत मारा गया है। उन्‍होंने कहा कि जो भी इस वारदात में शामिल हैं, उन सबकी धरपकड़ जारी है। जो भी आपराधिक घटना को अंजाम देगा, उसका यही हस्र होगा। मुथूट लूट में अपराधियों का धनसार कनेक्‍शन, गांधी नगर में गुजारी थी रात एक सप्‍ताह के अंदर दूसरा बड़ा दुस्‍साहस धनबाद शहर में एक सप्‍ताह के भीतर अपराधियों का यह दुसरा बड़ा दुस्‍साहस है। मुथूट फिनकॉर्प का दफ्तर बैंक‍मोड़ पुलिस स्‍टेशन से महज 150 मीटर की दूरी पर स्थित है। इससे तीन दिन पहले अपराधियों ने धनसार पुलिस स्‍टेशन से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित गुंजन ज्‍वेलस से एक करोड़ रुपये से अधिक का सोना लूट लिया था। वहीं मुथूट फिनकॉर्प कंपनी भी सोना गिरवी रखकर बतौर ऋण रुपये देती है।

बंद कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से अंधी कमाई

Vinod raja meghwani (sampadak),,,, बन्द कमरे में बनाए जाने वाले वीडियो से  अंधी कमाई कितनी हे,,,?????