शराब न सिर्फ शरीर को खोखला बनाती है बल्कि मानसिक संतुलन को भी बिगाड़ती है। इसके लगातार सेवन से व्यक्ति असमय बूढ़ा दिखने लगता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि ऐसी हेय वस्तु को हाथ लगाना भी महापाप है। आपने कई लोगों को यह कहते भी सुना ही होगा कि शराब पीने से इन्द्रियों में ताजगी आ जाती है, हमारी पाचन शक्ति बढ़ती है, थोड़ी मात्रा में शराब का सेवन किसी टॉनिक की भांति कार्य करता है, यह सब उनकी भ्रांति है। वास्तविकता यह है कि शराब के लगातार सेवन से मनुष्य के शरीर में अनेक रोग उत्पन्न हो जाते हैं। जो न उसे बल्कि उसके परिवार को भी परेशानी में डालते हैं।
निष्कर्ष
शराब का सेवन किसी भी दृष्टिकोण से लाभदायक नहीं होता है, इसका सेवन सिर्फ और सिर्फ अपने और दूसरों के घर को उजाड़ने में सहायक होता है। हर किसी को इसके दुष्प्रभाव के बारे में जानना व समझना चाहिए क्योंकि तभी कोई भी शराबबंदी की तरफ कदम बढ़ा सकता है। सिर्फ अपने मोहल्ले या राज्य को नहीं बल्कि पूरे देश को शराब मुक्त बनाने का संकल्प लेना है और तभी हम सभी बेहतर उन्नति कर पायेंगे और हमारा देश जो वर्षों से विकासशील है वो विकसित हो पायेगा # विनोद राजा मेघवानी # sindhi star #
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