गूगल के पिक्सल स्मार्टफोन पर इसका कोई असर नही पड़ेगा ,,,,????
रिलायंस ने जियोफोन नेक्स्ट को गूगल के साथ तैयार किया है। यानी फोन के सॉफ्टवेयर की निगरानी गूगल करने वाला है। हालांकि, इसमें जियो ऐप्स के साथ जियो की दूसरी सभी सर्विसेज का भी काम करेंगी। वैसे, भारत में गूगल अपने पिक्सल स्मार्टफोन भी बेचती है। पिक्सल स्मार्टफोन की ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शुरूआती कीमत 31,999 रुपए है। यानी ये तो साफ है कि पिक्सल स्मार्टफोन और जियोफोन नेक्स्ट के बीच में कोई मुकाबला नहीं होने वाला। वैसे भी पिक्सल प्रीमियम कैटेगरी वाला स्मार्टफोन है। जबकि जियोफोन नेक्स्ट दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन।
भारत में जियोफोन नेक्स्ट का क्या असर होगा?
मुकेश अंबानी ने AGM के दौरान फोन की लॉन्चिंग पर कहा कि '2G मुक्त 5G युक्त'। यानी वे देश में मौजूद 2G ग्राहकों को 5G पर शिफ्ट करना चाहते हैं। अभी देश में 45 करोड़ ऐसे लोग हैं जो स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करते। रिलायंस जियो और गूगल का फोकस इन्हीं लोगों पर है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने रिलायंस की AGM के दौरान कहा कि भारत के लोगों के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए इंटरनेट से जोड़ना जरूरी है। इसके लिए रिलायंस का अफोर्डेबल जियोफोन नेक्स्ट मजबूत कड़ी साबित होगा।
जियो नेटवर्क से 40 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं। एयरटेल और वीआई (वोडाफोन-आइडिया) की तुलना में जियो के सब्सक्राइबर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 2025 तक भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 90 करोड़ के पार जाने की संभावना है। ऐसे में लोगों को इंटरनेट और 5G के तेज नेटवर्क से जोड़ने में जियोफोन अहम रोल प्ले कर सकता है।
चीनी और कोरियन कंपनी को मिलेगी टक्कर
देश में अभी स्मार्टफोन के 75 फीसदी मार्केट पर चीनी स्मार्टफोन कंपनियों का दबदबा है। खासकर, शाओमी, वीवो, ओप्पो, रियलमी, वनप्लस, जिओनी जैसी चीनी कंपनियों के फोन सबसे ज्यादा बिकते हैं। इसके बाद दक्षिण कोरियन कंपनी सैमसंग का नंबर आता है। ऐसे में जियोफोन नेक्स्ट के आने से दूसरी कंपनियों की 4G और 5G मार्केट पर बुरा असर हो सकता है। कंपनी जियोफोन की तरह जियोफोन नेक्स्ट के साथ लुभावने डेटा ऑफर भी कर सकती है। जो ग्राहकों को अपनी तरफ खींच सकता है।
एक खबर ,,,,,,( विनोद मेघवानी ),,,,,,,मुंबई ,,,,, और मैलवेयर प्रोटेक्शन भी मिलेगा।
रिलायंस ने जियोफोन नेक्स्ट को गूगल के साथ तैयार किया है। यानी फोन के सॉफ्टवेयर की निगरानी गूगल करने वाला है। हालांकि, इसमें जियो ऐप्स के साथ जियो की दूसरी सभी सर्विसेज का भी काम करेंगी। वैसे, भारत में गूगल अपने पिक्सल स्मार्टफोन भी बेचती है। पिक्सल स्मार्टफोन की ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शुरूआती कीमत 31,999 रुपए है। यानी ये तो साफ है कि पिक्सल स्मार्टफोन और जियोफोन नेक्स्ट के बीच में कोई मुकाबला नहीं होने वाला। वैसे भी पिक्सल प्रीमियम कैटेगरी वाला स्मार्टफोन है। जबकि जियोफोन नेक्स्ट दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन।
भारत में जियोफोन नेक्स्ट का क्या असर होगा?
मुकेश अंबानी ने AGM के दौरान फोन की लॉन्चिंग पर कहा कि '2G मुक्त 5G युक्त'। यानी वे देश में मौजूद 2G ग्राहकों को 5G पर शिफ्ट करना चाहते हैं। अभी देश में 45 करोड़ ऐसे लोग हैं जो स्मार्टफोन का इस्तेमाल नहीं करते। रिलायंस जियो और गूगल का फोकस इन्हीं लोगों पर है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने रिलायंस की AGM के दौरान कहा कि भारत के लोगों के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए इंटरनेट से जोड़ना जरूरी है। इसके लिए रिलायंस का अफोर्डेबल जियोफोन नेक्स्ट मजबूत कड़ी साबित होगा।
जियो नेटवर्क से 40 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं। एयरटेल और वीआई (वोडाफोन-आइडिया) की तुलना में जियो के सब्सक्राइबर्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 2025 तक भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 90 करोड़ के पार जाने की संभावना है। ऐसे में लोगों को इंटरनेट और 5G के तेज नेटवर्क से जोड़ने में जियोफोन अहम रोल प्ले कर सकता है।
चीनी और कोरियन कंपनी को मिलेगी टक्कर
देश में अभी स्मार्टफोन के 75 फीसदी मार्केट पर चीनी स्मार्टफोन कंपनियों का दबदबा है। खासकर, शाओमी, वीवो, ओप्पो, रियलमी, वनप्लस, जिओनी जैसी चीनी कंपनियों के फोन सबसे ज्यादा बिकते हैं। इसके बाद दक्षिण कोरियन कंपनी सैमसंग का नंबर आता है। ऐसे में जियोफोन नेक्स्ट के आने से दूसरी कंपनियों की 4G और 5G मार्केट पर बुरा असर हो सकता है। कंपनी जियोफोन की तरह जियोफोन नेक्स्ट के साथ लुभावने डेटा ऑफर भी कर सकती है। जो ग्राहकों को अपनी तरफ खींच सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
4000