*ऑनलाइन बैंकिंग ट्रैंज़ैक्शन आज के समय की माँग भी है ज़रूरत भी* - दिनेश तारवानी
*सुहिणी सोच का ज़ूम वेबिनार ऑनलाइन ट्रैंज़ैक्शन - मेरी एक पहचान महिलाओं के लियें रहा अत्यंत लाभदायक*
सुहिणी सोच क़ि फ़ाउंडर मनीषा तारवानी अध्यक्ष काजल लालवानी सचिव पल्लवी चिमनानी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया की सुहिणी सोच का ज़ूम वेबिनार ऑनलाइन ट्रैंज़ैक्शन - मेरी एक पहचान लोगों के लियें अत्यंत लाभदायक रहा लोगों के सवालो का जवाब भी आज के स्पीकर सीए दिनेश तारवानी ने बहुत ही आसन शब्दों में दिए दिये।दो सौ से ज़्यादा लोगों ने सहभागिता दर्ज कीं ।
सीए दिनेश तारवानी ने अपने वक्तव्य में कहाँ क़ि हम सभी जानते है क़ि ऑनलाइन ट्रैंज़ैक्शन करना बहुत आसान है और आज के समय की माँग भी है और ज़रूरत भी लेकिन फिर भी लोग ऑनलाइन ट्रैंज़ैक्शन नहीं करते क्योंकि या तो वो जानते नहीं या फिर डरते हैं आज मैं आप सभी को ऑनलाइन ट्रैंज़ैक्शन की महत्वपूर्ण बातों को बताऊँगा जिसमें सबसे ज़रूरी बात यह है क़ि आप को झाँसा देने के लिए फ़ोन पर सूचनाएँ माँगी जाएगी जिसके लिए आप ध्यान रखें क़ि कभी भी फ़ोन पर अपना नाम एवं सूचनाएँ जैसे ओटीपी या एकाउंटंट्स नम्बर कभी भी ना बताये बस थोड़ी सी सावधानी रखे फिर देखे ऑनलाइन बैकिंग ट्रैंज़ैक्ट आपकी ज़िंदगी में अदभूत परिवर्तन लाएगा और आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा ऑनलाइन ट्रैंज़ैक्शन वो है जो कही से कभी भी आप अपनी मोबाइल की एक क्लिक से कर सकते है उससे आपका समय बचेगा आने जाने के खर्चो से बचत होगी एवं सबसे बड़ी बात इससे आपकी एनर्जी बचेगी जिसे आप दूसरे क्षेत्रों में लगा सकते है एक सवाल के जवाब में दिनेश तारवानी ने कहाँ कीं हमें आसपास के छोटे दुकानदारों से सरोबार है लेकिन समय की माँग एवं आज की तकनीकी को नदरअन्दाज़ नहीं किया जा सकता है वरण इस तकनीकी का प्रयोग कर कब छोटे व्यापारी बड़े व्यापारी बन जाएँगे पता भी नहीं चलेगा ।
ऑनलाइन बैंकिंग ट्रैंज़ैक्शन के लिए सबसे पहले आपका बैंक एकाउंटट्स होना चाहिए जो आप घर बैठे भी खोल सकते है उसके बाद डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड एवं ऑनलाइन बैंकिंग के लिए अप्लाई करना है फिर आप नगद का लेनदेन भी एटीएम से कर सकते है आज कल पेटीएम के माध्यम से भी सामने वाले का मोबाइल नंबर या क्यूआर कोड ले कर रक़म ऑनलाइन दीं जा सकती है जिसका अपना वॉलेट होता है या डाईरेक्ट अपने बैंक से भी राशि दे सकते है इसके बाद आयें और भी विकल्प जैसे गूगल पे भीम इत्यादि । आगे स्पीकर दिनेश ने महिलाओं को समझाते हुए बताया की किसी को भी पैसा देना है तो छः तरीक़े है जिसके माध्यम से आप किसी को पैसा दे सकते है पहला नगद जिसके लिए खुद जाना पड़ेगा या किसी के माध्यम से भेजना होगा जिसमें जोखिम भी है दूसरा तरीक़ा चेक़ के माध्यम से तीसरा आरटीजीएस के माध्यम से जिसके लिए आपको बैंक जाना पड़ेगा चौथा तरीक़ा एनईएफ़टी जो की आपकी मोबाइल से ऑनलाइन हो जाएगा लेकिन जिसके लिए सामने वाले का एकाउंट्स डीटेल लेना होगा और अपनी ऑनलाइन बैंकिंग में जोड़ना होगा जिसके लिए लगभग चार से पाँच घंटे लग जाते है पाँचवाँ तरीक़ा है आईएमपीएस जिसमें सामने वाले का एकाउंट्स डीटेल तो लेना होगा मगर तुरंत ट्रांसफ़र हो सकता है लेकिन अधिकतम दो लाख तक ही ट्रांसफ़र कर सकते है और छटवा तरीक़ा यूपीआई ज़ो सबसे फ़ास्ट एवं लेटेस्ट है जिसमें एकाउंट्स डिटेल लेने की ज़रूरत नहीं सिर्फ़ सामने वाले का मोबाइल नंबर या यूपीआई आईडी या क्यूआर कोड या बार कोड ले कर बहुत ही आसानी से एवं तुरंत ट्रान्स्फ़र कर सकते है यूपीआई आईडी आपकी बैंक से जनरेट कर सकते है फिर आपके ऐप से ट्रांसफ़र हो जाएगा । बहुत ही आसान है एक बार आप सीख गए फिर घर बैठे आप बिजली बिल मूवी टिकट टेलीफोन बिल मोबाइल रिचार्ज टैक्सी एवं किराना समान या अन्य ख़रीदारी इत्यादि का भुगतान कर सकते है । कार्यक्रम का प्रारम्भ अध्यक्ष काजल लालवानी के स्वागत भाषण से हुआ फिर संस्था की फ़ाउंडर मनीषा तारवानी ने अपने उदबोधन में कहा हम जानते है और मानते भी है महिलाओं में अपार शक्तियाँ है लेकिन उन्हें प्लैट्फ़ॉर्म नहीं मिलता इसलिए सुहिणी सोच द्वारा महिलाओं की प्रतिभा निखारने के लिए ही कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रायपुर उत्तर के विधायक एवं छत्तीसगढ़ हाउज़िंग बोर्ड के चेयरमेन श्री कुलदीप जुनेजा थे जिन्होंने सुहिणी सोच क़ी तारीफ़ करते हुए कहा की समय के अनुसार वेबिनार का विषय चुनना सुहिणी सोच की पहचान है विशेष अतिथि सुहिणी सोच के पेट्रोन सीए चेतन तारवानी ने कहा ऑनलाइन बैंकिंग ट्रैंज़ैक्शन से महिलाओं का निश्चित ही आत्मविश्वास बढ़ेगा कार्यक्रम में राजू भाई तारवानी भी विशेष रूप से सम्मिलित थे कार्यक्रम का संचालन इस कार्यक्रम की निर्देशिका मंजू मखीजा एवं नेहा पंजवानी ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन सचिव पल्लवी चिमनानी ने दिया ।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
4000